ज़ापोपान में रेत के सिपाही: पुएर्टो रिको और मेक्सिको के बीच वॉलीबॉल सितारों ने फिर रचा इतिहास

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समुद्र तट पर धूप, रेत और वॉलीबॉल का जुनून… इससे बेहतर और क्या हो सकता है? हाल ही में मेक्सिको के ज़ापोपान (गुआडालाजारा मेट्रोपॉलिटन एरिया) में आयोजित नोर्सेका बीच वॉलीबॉल टूर ने खेल प्रेमियों को यही रोमांच दिया। इस टूर्नामेंट में पुएर्टो रिको और मेक्सिको की टीमों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एक बार फिर पदक तालिका में अपनी जगह बनाई, यह दर्शाते हुए कि समर्पण और सही समर्थन से सफलता की रेत पर कदम जमाना असंभव नहीं। यह सिर्फ खेल नहीं, यह संघर्ष, जुनून और जीत की एक अद्भुत कहानी है।

एफआईवीबी सशक्तिकरण: सफलता की नींव

यह कोई इत्तफाक नहीं कि पुएर्टो रिको और मेक्सिको की टीमें लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। इसके पीछे इंटरनेशनल वॉलीबॉल फेडरेशन (FIVB) का “वॉलीबॉल सशक्तिकरण” कार्यक्रम एक अहम भूमिका निभा रहा है। यह कार्यक्रम इन देशों के एथलीटों और कोचों को वित्तीय सहायता और संसाधन प्रदान करता है, जिससे उन्हें अपनी प्रतिभा को निखारने का अवसर मिलता है।

पुएर्टो रिको को कोचों के समर्थन में 168,000 अमेरिकी डॉलर और उपकरणों के लिए 17,500 अमेरिकी डॉलर मिले हैं। वहीं, मेक्सिको ने कोचों के समर्थन में 1,328,000 अमेरिकी डॉलर (बीच वॉलीबॉल और इंडोर दोनों के लिए) और बीच वॉलीबॉल उपकरणों के लिए 23,000 अमेरिकी डॉलर का भारी-भरकम लाभ उठाया है। यह निवेश स्पष्ट रूप से परिणामों में दिखाई दे रहा है – एक “छोटा सा वित्तीय धक्का” वाकई रेत के मैदानों पर बड़ी लहरें ला सकता है!

महिला वर्ग: पुएर्टो रिको का स्वर्णिम अभियान

महिला वर्ग में पुएर्टो रिको की मारिया गोंजालेज और अलानिस नवाज़ की जोड़ी ने अपनी क्षमता का लोहा मनवाया। यह उनकी लगातार पांचवीं महाद्वीपीय स्वर्ण पदक जीत थी, और कुल मिलाकर उनके नोर्सेका टूर संग्रह में अब 18 पदक हो गए हैं, जिनमें से आधे स्वर्ण हैं। ज़ापोपान में, उन्होंने फाइनल में अमेरिकी जोड़ी मिशेल शैफर और राचेल क्रैमर को कड़े मुकाबले में 2-1 (14-21, 21-18, 15-9) से हराया। एक समय लग रहा था कि मैच हाथ से निकल जाएगा जब अमेरिकी जोड़ी ने पहला सेट जीता, लेकिन गोंजालेज और नवाज़ ने जबरदस्त वापसी करते हुए जीत हासिल की। उनकी यह जीत सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि वर्षों के प्रशिक्षण और कोच एंजेल पेना के कुशल मार्गदर्शन का फल है।

क्या यह दिलचस्प नहीं है कि कुछ एथलीटों के लिए, बीच वॉलीबॉल सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि जीवन का एक तरीका बन जाता है? हर रेत का कण उनकी मेहनत की कहानी कहता है, और हर ऊंची छलांग उनकी आकांक्षाओं को दर्शाती है। वहीं, अमेरिका की शैफर और क्रैमर ने अपने पहले नोर्सेका टूर पर रजत पदक जीता, जबकि क्यूबा की कायलिन गैरिडो और मायकेलिन ड्रिक ने कनाडा की जोड़ी को हराकर कांस्य पदक हासिल किया।

पुरुष वर्ग: मेक्सिको की रजत चमक और अमेरिकी जोड़ी का उदय

पुरुष वर्ग में घरेलू टीम मेक्सिको के जोस एंजेल कार्डेनस और जोरमन ओसुना ने शानदार प्रदर्शन करते हुए रजत पदक अपने नाम किया। यह उनके नोर्सेका टूर पर एक साथ दूसरा पदक था। उन्होंने सेमीफाइनल में कनाडा की टीम को आसानी से हराया, लेकिन फाइनल में उन्हें अमेरिकी जोड़ी इवान कोरी और डेरेक ब्रैडफोर्ड के खिलाफ 2-0 (21-17, 21-19) से हार का सामना करना पड़ा। अमेरिकी जोड़ी ने पूरे टूर्नामेंट में केवल एक सेट गंवाया और अपने पहले ही नोर्सेका टूर पर स्वर्ण पदक जीतकर धमाकेदार शुरुआत की। क्यूबा के डेमियन गोमेज़ और एब्लिस वेरानेज़ ने कांस्य पदक जीतकर अपनी लगातार तीसरी महाद्वीपीय पदक जीत दर्ज की।

मेक्सिको की टीम, अर्जेंटीना के कोच रुबेन बैरेरा के मार्गदर्शन में, धीरे-धीरे शीर्ष पर अपनी जगह बना रही है। यह दिखाता है कि एक अनुभवी कोच का मार्गदर्शन कितना महत्वपूर्ण हो सकता है – सही रणनीति के बिना, प्रतिभा भी कभी-कभी रेत में खो सकती है।

प्रतियोगिता का सार और आगे का रास्ता

ज़ापोपान में 12 विभिन्न देशों की 14 महिला और 15 पुरुष टीमों ने भाग लिया, जिसने प्रतियोगिता के उच्च स्तर को दर्शाया। यह टूर्नामेंट न केवल एथलीटों के लिए अपनी प्रतिभा दिखाने का एक मंच था, बल्कि अंतरराष्ट्रीय खेल समुदाय के लिए एक साथ आने का अवसर भी था। खेल के मैदान पर, हर एथलीट जीत के लिए लड़ता है, लेकिन अंततः यह प्रतिस्पर्धा ही है जो उन्हें बेहतर बनाती है। यह सीखना, अनुकूलन करना और हर बार मजबूत होकर वापस आना है।

अगली बार नोर्सेका बीच वॉलीबॉल टूर 12 से 14 सितंबर तक एल साल्वाडोर के सैन साल्वाडोर में अपनी आठवीं स्टॉप पर जाएगा। तब तक, ज़ापोपान में जीती गई कहानियाँ कई युवा एथलीटों को प्रेरित करती रहेंगी, यह याद दिलाते हुए कि रेत पर हर कदम एक सपने की ओर बढ़ता कदम हो सकता है, बशर्ते उसमें दृढ़ संकल्प और थोड़ा सा एफआईवीबी का समर्थन हो।

धीरज मेहता

धीरज मेहता नई दिल्ली के एक खेल पत्रकार हैं जिन्हें बारह साल का अनुभव है। कबड्डी की स्थानीय प्रतियोगिताओं की कवरेज से शुरुआत करने वाले धीरज अब क्रिकेट, फुटबॉल और फील्ड हॉकी पर लिखते हैं। उनके लेख रणनीतिक विश्लेषण में गहराई से जाने के लिए जाने जाते हैं। वे एक साप्ताहिक खेल कॉलम लिखते हैं और लोकप्रिय खेल पोर्टल्स के साथ सक्रिय रूप से काम करते हैं।