यूरोपीय युवा ओलंपिक महोत्सव: तुर्की और पोलैंड का वॉलीबॉल पोडियम पर जलवा!

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हाल ही में उत्तर मैसेडोनिया के स्कोप्जे शहर में संपन्न हुए यूरोपीय युवा ओलंपिक महोत्सव (EYOF) में, युवा एथलीटों ने अपने खेल कौशल और अटूट दृढ़ संकल्प से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। यह द्विवार्षिक बहु-खेल आयोजन, 18 वर्ष से कम उम्र के खिलाड़ियों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है, और इस बार वॉलीबॉल के मैदान में तुर्की और पोलैंड ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किए। महिला वर्ग में तुर्की ने बाजी मारी, जबकि पुरुष वर्ग में पोलैंड का दबदबा रहा।

महिला वर्ग: तुर्की का ऐतिहासिक पल

महिला वॉलीबॉल प्रतियोगिता शुरू से ही रोमांचक रही। Pool A में तुर्की ने इटली के खिलाफ 2-1 के जीत-हार के रिकॉर्ड के साथ दूसरा स्थान हासिल किया, जहाँ इटली अपराजित रही। इसके बाद सेमीफाइनल में, तुर्की का सामना Pool B की अपराजित टीम हंगरी से हुआ। तुर्की की लड़कियों ने यहाँ अपनी पूरी ताकत दिखाते हुए हंगरी को सीधे सेटों में 3-0 (25-17, 25-19, 26-24) से पराजित कर फाइनल में जगह बनाई।

दूसरे सेमीफाइनल में, इटली ने Pool B की उपविजेता पोलैंड को 3-1 (21-25, 25-19, 25-14, 25-20) से मात देकर खिताबी मुकाबले में तुर्की से भिड़ने का मौका पाया। शनिवार को बोरिस ट्रायकोवस्की हॉल में आयोजित स्वर्ण पदक मैच में, तुर्की ने Pool स्टेज में इटली से मिली चार-सेट की हार का शानदार बदला लिया। उन्होंने इटली को 3-1 (15-25, 25-19, 25-17, 26-24) से शिकस्त देकर EYOF महिला वॉलीबॉल चैंपियन का खिताब अपने नाम किया। तुर्की की युवा लड़कियों ने मैदान पर जो रणनीतिक कौशल दिखाया, वह किसी अनुभवी टीम से कम नहीं था। उन्होंने न केवल इटली को हराया, बल्कि अपनी पिछली हार का हिसाब भी बराबर कर लिया – शायद युवावस्था का यह जोश ही होता है, जो पुरानी हार को इतनी जल्दी भुला नहीं पाता।

कांस्य पदक के लिए हुए मुकाबले में, पोलैंड ने भी हंगरी से अपनी Pool मैच की हार का मीठा बदला लिया। एक कड़े संघर्षपूर्ण मैच में, पोलैंड ने हंगरी को 3-2 (22-25, 25-20, 25-21, 16-25, 15-12) से हराकर कांस्य पदक जीता। यह मैच दिखाता है कि युवा खिलाड़ियों में भी दबाव में प्रदर्शन करने की अद्भुत क्षमता होती है।

अंतिम स्टैंडिंग में, स्लोवेनिया, जर्मनी, क्रोएशिया और मेजबान उत्तर मैसेडोनिया क्रमशः पाँचवें से आठवें स्थान पर रहे।

पुरुष वर्ग: पोलैंड का दबदबा

पुरुष वर्ग में भी मुकाबला बेहद रोमांचक था। Pool A में फ्रांस और स्लोवेनिया ने 2-1 के जीत-हार के रिकॉर्ड के साथ क्रमशः विजेता और उपविजेता के रूप में सेमीफाइनल में प्रवेश किया, जबकि Pool B में पोलैंड और इटली ने यही कारनामा दोहराया। पहले सेमीफाइनल में, फ्रांस ने इटली को 3-0 (27-25, 25-23, 25-12) के प्रभावशाली अंतर से हराया, जो उनके दबदबे को दर्शाता है। दूसरे सेमीफाइनल में, पोलैंड ने स्लोवेनिया के खिलाफ एक सेट से पिछड़ने के बाद शानदार वापसी की और 3-1 (21-25, 25-18, 25-14, 25-14) से जीत दर्ज कर फाइनल में जगह बनाई।

स्वर्ण पदक मुकाबले में, पोलैंड ने फ्रांस को सीधे सेटों में 3-0 (25-23, 25-23, 25-21) से हराकर खिताब अपने नाम किया और फ्रांस को रजत पदक से संतोष करना पड़ा। पोलैंड की टीम ने पूरे टूर्नामेंट में अपनी ताकत और समन्वय का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। कांस्य पदक के लिए हुए कड़े मुकाबले में, इटली ने स्लोवेनिया को 3-2 (25-19, 22-25, 27-29, 25-22, 15-9) से हराकर पोडियम पर अपनी जगह सुनिश्चित की। यह पाँच-सेट का थ्रिलर दिखाता है कि युवा खिलाड़ियों में कभी हार न मानने का जज्बा कितना प्रबल होता है।

अंतिम स्टैंडिंग में, चेकिया, बेल्जियम, फिनलैंड और उत्तर मैसेडोनिया क्रमशः पाँचवें से आठवें स्थान पर रहे।

भविष्य के सितारे और EYOF का महत्व

यूरोपीय युवा ओलंपिक महोत्सव जैसे आयोजन युवा एथलीटों के लिए एक अमूल्य मंच प्रदान करते हैं, जहाँ वे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकते हैं और भविष्य के लिए महत्वपूर्ण अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। तुर्की और पोलैंड की जीत न केवल उनके देशों के लिए गर्व का क्षण है, बल्कि यह इन युवा खिलाड़ियों के उज्ज्वल भविष्य का भी संकेत है।

ये खिलाड़ी, जिनकी उम्र अभी शायद `बड़े` टूर्नामेंट्स के लिए `पर्याप्त` नहीं मानी जाती, उन्होंने खेल के मैदान पर जो जज्बा और तकनीक दिखाई, वह किसी पेशेवर लीग से कम नहीं थी। शायद यही वो जगह है, जहाँ भविष्य के ओलंपिक पदक विजेता अपने पहले कदम रखते हैं – और यह देखना वाकई रोमांचक है कि ये `जूनियर` खिलाड़ी कब `सीनियर` दिग्गजों को चुनौती देना शुरू करेंगे। EYOF सिर्फ पदक जीतने के बारे में नहीं है, बल्कि यह खेल भावना, दृढ़ संकल्प और युवा प्रतिभा को निखारने का एक उत्सव है।

धीरज मेहता

धीरज मेहता नई दिल्ली के एक खेल पत्रकार हैं जिन्हें बारह साल का अनुभव है। कबड्डी की स्थानीय प्रतियोगिताओं की कवरेज से शुरुआत करने वाले धीरज अब क्रिकेट, फुटबॉल और फील्ड हॉकी पर लिखते हैं। उनके लेख रणनीतिक विश्लेषण में गहराई से जाने के लिए जाने जाते हैं। वे एक साप्ताहिक खेल कॉलम लिखते हैं और लोकप्रिय खेल पोर्टल्स के साथ सक्रिय रूप से काम करते हैं।