वॉलीबॉल के यूरोपीय मंच पर हाल ही में दो बड़ी प्रतियोगिताएं संपन्न हुईं – सीईवी यूरोपियन गोल्डन लीग और सीईवी यूरोपियन सिल्वर लीग। इन टूर्नामेंट्स ने न केवल टीमों के कौशल और रणनीति का प्रदर्शन किया, बल्कि कुछ ऐतिहासिक जीत भी दर्ज की गईं। सबसे खास बात यह रही कि फिनलैंड ने यूरोपियन गोल्डन लीग और स्वीडन ने यूरोपियन सिल्वर लीग का खिताब पहली बार जीतकर इतिहास रच दिया।
मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा पुरुषों की 2025 सीईवी यूरोपियन गोल्डन लीग का फाइनल, जो ब्रनो, चेकिया में खेला गया। इस फाइनल में दो ऐसी टीमें आमने-सामने थीं जिन्हें एफआईवीबी (FIVB) के `वॉलीबॉल एम्पावरमेंट` कार्यक्रम से वित्तीय सहायता मिली थी: **फिनलैंड** और **चेकिया**। दोनों देशों के वॉलीबॉल फेडरेशन को राष्ट्रीय टीमों के विकास के लिए महत्वपूर्ण धनराशि आवंटित की गई थी, और इस समर्थन का परिणाम फाइनल में दिखाई दिया।
फाइनल मुकाबला फिनलैंड और मेजबान चेकिया के बीच था। मैच बेहद रोमांचक रहा। चेकिया ने पहला सेट जीतकर अच्छी शुरुआत की, लेकिन फिनलैंड की टीम ने गजब का जज़्बा दिखाया। उन्होंने अगले तीन सेट लगातार जीतकर मैच 3-1 (24-26, 26-24, 25-15, 25-23) से अपने नाम कर लिया। फिनलैंड के लिए यह एक अविस्मरणीय पल था, क्योंकि उन्होंने पहली बार यूरोपियन गोल्डन लीग का स्वर्ण पदक जीता था। इस ऐतिहासिक जीत के नायक रहे फिनलैंड के 26 वर्षीय *ऑपोजिट हिटर* **जोंस जोकेला**, जिन्हें उनके शानदार प्रदर्शन के लिए टूर्नामेंट का सबसे मूल्यवान खिलाड़ी (MVP) चुना गया। उपविजेता रहकर चेकिया को रजत पदक मिला, जबकि कांस्य पदक का मुकाबला इज़राइल और ग्रीस के बीच हुआ। इज़राइल ने यह मैच 3-1 से जीतकर प्रतियोगिता में अपना पहला पदक हासिल किया।
यह देखना दिलचस्प था कि कैसे एफआईवीबी के `वॉलीबॉल एम्पावरमेंट` कार्यक्रम ने इन टीमों के सफर में मदद की। फिनलैंड और चेकिया दोनों को इस कार्यक्रम के तहत कोच सपोर्ट और अन्य विकास पहलों के लिए धनराशि मिली थी, जो उनके खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ के लिए फायदेमंद साबित हुई। यह इस बात का प्रमाण है कि सही निवेश और समर्थन मिलने पर टीमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन कर सकती हैं।
उधर, पुरुषों की 2025 सीईवी यूरोपियन सिल्वर लीग में भी इतिहास रचा गया। फाइनल **स्वीडन** और **हंगरी** के बीच दो लेग में खेला गया। पहले लेग में स्वीडन ने हंगरी को 3-1 से मात दी। दूसरे लेग में हंगरी ने 3-2 से जीत दर्ज कर दमदार वापसी की कोशिश की। हालाँकि, सेटों के कुल अंतर के आधार पर स्वीडन ने खिताब अपने नाम कर लिया। स्वीडन ने भी पहली बार सिल्वर लीग का स्वर्ण पदक जीता। स्वीडन के 29 वर्षीय *आउटसाइड हिटर* **विक्टर लिंडबर्ग** को उनके बेहतरीन खेल के लिए सिल्वर लीग का MVP घोषित किया गया।
कुल मिलाकर, 2025 के यूरोपीय वॉलीबॉल लीग्स ने साबित कर दिया कि यूरोपीय वॉलीबॉल का स्तर लगातार बढ़ रहा है। फिनलैंड और स्वीडन की यह पहली खिताबी जीत उनके वॉलीबॉल कार्यक्रमों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है और भविष्य में और बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरणा का काम करेगी। इन टूर्नामेंट्स ने न केवल रोमांचक मुकाबले दिखाए, बल्कि यह भी दर्शाया कि कैसे सही समर्थन और दृढ़ संकल्प से टीमें अपने लक्ष्य को हासिल कर सकती हैं।