क्या आप बास्केटबॉल के शौकीन हैं? तो यूरोबास्केट 2025 का दूसरा दिन आपके लिए किसी ट्रीट से कम नहीं था! जब कोर्ट पर बास्केटबॉल के कुछ सबसे बड़े सितारों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया, तो रोमांच अपने चरम पर था। जहाँ उम्मीदें थीं कि बड़े खिलाड़ी दमदार प्रदर्शन करेंगे, उन्होंने न केवल उन उम्मीदों पर खरे उतरे, बल्कि कुछ ने तो उन्हें पार भी कर दिया। सर्बिया से निकोला जोकिक, लातविया से क्रिस्टैप्स पोरज़िंगिस, और फिनलैंड से लॉरी मार्कानन – इन नामों ने दूसरे दिन के मैचों को अविस्मरणीय बना दिया। आइए, इस रोमांचक दिन की प्रमुख झलकियाँ देखें!
ग्रुप A: जोकिक का साम्राज्य और पोरज़िंगिस का करिश्मा
ग्रुप A में, सर्बियाई दिग्गज निकोला जोकिक ने दिखाया कि उन्हें क्यों दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में गिना जाता है। पुर्तगाल के खिलाफ मैच में, जोकिक ने सिर्फ तीन क्वार्टर खेलकर 23 अंक और 10 रिबाउंड के साथ अपनी टीम को 80-69 की आसान जीत दिलाई। सोचिए, अगर वह पूरा मैच खेलते तो स्कोरबोर्ड की क्या हालत होती! यह उनकी क्षमता का एक छोटा सा नमूना था, जिसने पुर्तगाल के डिफेंस को हिला कर रख दिया। कुछ खिलाड़ी कोर्ट पर सिर्फ खेलते हैं, और कुछ उसे अपना बनाते हैं – जोकिक निश्चित रूप से दूसरी श्रेणी में आते हैं।
वहीं, लातविया के लिए क्रिस्टैप्स पोरज़िंगिस ने कुछ ऐसा किया, जिसके लिए उन्हें `यूनिकॉर्न` कहा जाता है। एस्टोनिया के खिलाफ, लातविया एक समय पीछे चल रही थी, लेकिन पोरज़िंगिस के 26 अंकों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत उन्होंने 72-70 की करीबी जीत हासिल की। यह जीत न केवल उनकी टीम के लिए महत्वपूर्ण थी, बल्कि यह भी दिखाती है कि एक स्टार खिलाड़ी कैसे पूरे खेल का रुख मोड़ सकता है, खासकर जब मैच आपकी उंगलियों से फिसल रहा हो। लातविया के कोच लुका बान्ची निश्चित रूप से राहत की सांस ले रहे होंगे।
इस ग्रुप के अन्य मैचों में, तुर्की ने चेक गणराज्य को 92-78 से हराया, जिसमें सेंगुन और ओस्मान (21 अंक) ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। लेकिन दिन के मुख्य आकर्षण तो जोकिक और पोरज़िंगिस ही रहे, जिन्होंने अपनी-अपनी टीमों को जीत की राह दिखाई।
ग्रुप B: मार्कानन का `शो` और जर्मनी की दमदार उड़ान
ग्रुप B में, ताम्पेरे का कोर्ट लॉरी मार्कानन के नाम रहा। फिनलैंड के इस बास्केटबॉल सुपरहीरो ने ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ 43 अंक जड़कर अपनी टीम को 109-79 की विशाल जीत दिलाई। यह एक ऐसा प्रदर्शन था, जो शायद कई सालों तक याद रखा जाएगा। मार्कानन ने पहले हाफ में ही 29 अंक बना दिए थे, मानो उन्होंने ठान लिया हो कि यह मैच उनका है! विपक्षी टीम के लिए यह निश्चित रूप से `मार्कानन शो` था, जिसमें वे सिर्फ दर्शक बने रहे।
जर्मनी ने भी स्वीडन पर 105-83 की शानदार जीत के साथ अपनी विजयी लय जारी रखी। डेनिस श्रोडर (23 अंक) और फ्रांज़ वैगनर (21 अंक) की जोड़ी ने स्वीडन के डिफेंस को भेदने में कोई कसर नहीं छोड़ी। ऐसा लग रहा था जैसे जर्मनी के खिलाड़ी घर पर अभ्यास कर रहे हों, इतनी सहजता से उन्होंने मैच जीत लिया। उनकी टीम के पास अनुभव और युवा जोश का बेहतरीन मिश्रण है, जो उन्हें इस टूर्नामेंट में एक मजबूत दावेदार बनाता है।
लिथुआनिया ने भी मोंटेनेग्रो को 94-67 से हराकर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया, जिसमें जाकुबाइटिस (21 अंक और 12 रिबाउंड) और वालेंसियुनस ने अहम भूमिका निभाई। इस ग्रुप में मजबूत टीमें अपनी स्थिति मजबूत करती दिखीं और दिखा दिया कि वे सिर्फ नाम के लिए नहीं, बल्कि प्रदर्शन के दम पर आगे बढ़ रही हैं।
यूरोबास्केट 2025 का दूसरा दिन बास्केटबॉल प्रेमियों के लिए एक यादगार दिन साबित हुआ। उम्मीदें पूरी हुईं, और कुछ मामलों में तो वे पार भी हो गईं। इन स्टार खिलाड़ियों ने यह साबित कर दिया कि क्यों उन्हें अपनी लीग में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। अब नजरें अगले मैचों पर हैं, जहाँ ये टीमें और भी रोमांचक मुकाबले पेश करने के लिए तैयार हैं। बास्केटबॉल का यह उत्सव अभी शुरू ही हुआ है, और आगे और भी कई अद्भुत प्रदर्शन देखने को मिलेंगे, इसमें कोई संदेह नहीं!