यूरोपा के बास्केटबॉल मैदानों में इस समय ज़बरदस्त हलचल है! यूरोबास्केट 2025 के ग्रुप चरण अब अपने निर्णायक पड़ाव पर पहुँच चुके हैं, जहाँ हर टीम ने नॉकआउट चरण में जगह बनाने के लिए अपनी जान लगा दी। ग्रुप ए और बी के मुकाबले खत्म हो चुके हैं, और इन मुकाबलों ने कुछ चौंकाने वाले परिणाम दिए हैं, कुछ नए सितारों को जन्म दिया है, और कुछ बड़ी टीमों को मायूसी के साथ घर भेज दिया है। आइए, इस रोमांचक खेल के घमासान का एक विस्तृत विश्लेषण करते हैं!

तुर्की के शेहमुस हैजर (बाएं) और सर्बिया के निकोला जोकिक यूरोबास्केट 2025 के ग्रुप ए मैच में एक्शन में।
ग्रुप ए: तुर्की का दबदबा और पुर्तगाल का ऐतिहासिक उदय
ग्रुप ए के नतीजों ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि बास्केटबॉल के खेल में भविष्यवाणी करना कितना मुश्किल है। जहाँ तुर्की ने एक कड़े मुकाबले में सर्बिया को 95-90 से हराकर ग्रुप में अपना शीर्ष स्थान पक्का किया, वहीं पुर्तगाल ने अपने इतिहास में पहली बार नॉकआउट चरण में जगह बनाकर सभी को हैरान कर दिया। यह उनके लिए एक ऐतिहासिक क्षण था!
तुर्की बनाम सर्बिया: एनबीए सितारों का द्वंद्व
इस ग्रुप का सबसे प्रतीक्षित मुकाबला तुर्की और सर्बिया के बीच था, जहाँ एनबीए के दो धुरंधर, निकोला जोकिक और अल्पेरन सेंग्युन, बास्केट के नीचे आमने-सामने थे। हालाँकि जोकिक ने अपना कौशल दिखाया, लेकिन सेंग्युन ने बाजी मार ली। उन्होंने न केवल खेल के निर्णायक क्षणों में दो महत्वपूर्ण फ्री थ्रो लगाए, बल्कि मैच के सबसे महत्वपूर्ण डिफेंसिव प्ले के साथ अपनी टीम की जीत सुनिश्चित की। सेंग्युन के 28 अंक, 13 रिबाउंड और 8 असिस्ट ने उन्हें स्पष्ट रूप से “मैन ऑफ द मैच” बना दिया। सर्बिया को यह हार भले ही अखरी हो, लेकिन वे अभी भी एक मजबूत दावेदार हैं।
पुर्तगाल का सपना हुआ साकार
एस्तोनिया के खिलाफ 68-65 की जीत पुर्तगाल के लिए सिर्फ एक जीत नहीं थी, बल्कि यह उनके बास्केटबॉल इतिहास का एक स्वर्णिम अध्याय था। लिस्बोआ के एक अद्भुत दूर के थ्री-पॉइंटर और क्वेइरोज़ के चतुर डिफेंस ने उन्हें जीत दिलाई और पहली बार यूरोबास्केट के अंतिम 16 में पहुँचाया। यह साबित करता है कि खेल में जुनून, दृढ़ संकल्प और टीम वर्क किसी भी बड़ी चुनौती को पार कर सकता है। लातविया ने भी चेक गणराज्य को 109-75 से बुरी तरह हराकर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया, जिसमें बर्तान बंधुओं का 40 अंकों का संयुक्त योगदान रहा।
अविश्वसनीय! पुर्तगाल के लिए यह यूरोबास्केट में पहली बार है जब उन्होंने ग्रुप चरण को पार किया है। यह किसी भी छोटे राष्ट्र के लिए एक बड़ी उपलब्धि है जो खेल के मंच पर अपनी पहचान बनाना चाहता है।
ग्रुप बी: जर्मनी की अटूट उड़ान और मोंटेनेग्रो की निराशा
ग्रुप बी भी कम नाटकीय नहीं रहा, जहाँ जर्मनी ने अपनी अपराजित यात्रा जारी रखी और मोंटेनेग्रो को अप्रत्याशित रूप से बाहर का रास्ता देखना पड़ा। खेल में ऐसी ही ऊंच-नीच तो रोमांच पैदा करती है!
जर्मनी: अपराजित चैंपियन की धमक
जर्मनी ने फिनलैंड को 91-61 से रौंदकर ग्रुप बी में अपना पहला स्थान मजबूती से बरकरार रखा। फ्रांज वैगनर ने 23 अंक और 7 रिबाउंड के साथ एक शानदार प्रदर्शन किया, जो जर्मनी की अटूट जीत में महत्वपूर्ण था। उनकी टीम ने पूरे ग्रुप चरण में एक भी मैच नहीं हारा, जो उनके खिताब जीतने की प्रबल इच्छा और तैयारी को दर्शाता है। क्या वे इस गति को नॉकआउट चरण में भी बरकरार रख पाएंगे?
मोंटेनेग्रो का दिल टूटने वाला क्षण
ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ 83-89 की हार मोंटेनेग्रो के लिए किसी सदमे से कम नहीं थी। निकोला वूसेविच ने 31 अंक, 11 रिबाउंड और 7 असिस्ट के साथ एक विशाल और प्रभावशाली प्रदर्शन किया, लेकिन अफसोस, यह उनकी टीम को हार से बचाने और नॉकआउट चरण में जगह बनाने के लिए पर्याप्त नहीं था। कभी-कभी खेल में एक खिलाड़ी का उत्कृष्ट प्रदर्शन भी सामूहिक जीत की गारंटी नहीं दे पाता, और मोंटेनेग्रो ने इस कड़वी सच्चाई का अनुभव किया। स्वीडन, लिथुआनिया से 71-74 से हारने के बावजूद, बेहतर गोल अंतर के आधार पर मोंटेनेग्रो को पछाड़कर अगले चरण में पहुँच गया। खेल के ऐसे अप्रत्याशित और तकनीकी मोड़ ही इसे और भी दिलचस्प बनाते हैं!

फिनलैंड के लॉरी मार्ककानन और जर्मनी के फ्रांज वैगनर (दाएं) यूरोबास्केट 2025 के ग्रुप बी बास्केटबॉल मैच के दौरान एक-दूसरे से मुकाबला करते हुए।
ग्रुप चरण की अंतिम तालिका: कौन कहाँ खड़ा है?
ग्रुप ए
- तुर्की (5-0) – क्वालिफाईड
- सर्बिया (4-1) – क्वालिफाईड
- लातविया (3-2) – क्वालिफाईड
- पुर्तगाल (2-3) – क्वालिफाईड
- एस्तोनिया (1-4) – बाहर
- चेक गणराज्य (0-5) – बाहर
ग्रुप बी
- जर्मनी (5-0) – क्वालिफाईड
- लिथुआनिया (4-1) – क्वालिफाईड
- फिनलैंड (3-2) – क्वालिफाईड
- स्वीडन (1-4) – क्वालिफाईड
- मोंटेनेग्रो (1-4) – बाहर
- ग्रेट ब्रिटेन (1-4) – बाहर
जैसे ही ग्रुप चरण का पर्दा गिरा है, अब सभी की निगाहें नॉकआउट चरण पर टिकी हैं, जहाँ एक भी गलती भारी पड़ सकती है और एक भी सही कदम इतिहास रच सकता है। कौन बनेगा यूरोबास्केट 2025 का चैंपियन? यह देखने के लिए बने रहें, क्योंकि असली खेल तो अब शुरू हुआ है!