अमेरिका के पेशेवर खेल जगत में अक्सर रोमांच और अनुशासन की मिसालें दी जाती हैं। लेकिन, हाल ही में महिला बास्केटबॉल लीग (WNBA) में कुछ ऐसी अजीबोगरीब घटनाएं सामने आई हैं, जिन्होंने सबको हैरान कर दिया है। ये घटनाएं सिर्फ खेल के नियमों का उल्लंघन नहीं, बल्कि दर्शकों की मानसिकता पर भी सवाल खड़े करती हैं।
घटनाओं का अजीबोगरीब सिलसिला
पिछले कुछ ही दिनों में, WNBA के बास्केटबॉल कोर्ट पर दर्शकों द्वारा अश्लील खिलौने (sex toys) फेंके जाने की कम से कम छह घटनाएं दर्ज की गई हैं। यह सिलसिला हैरान करने वाला है, खासकर यह देखते हुए कि इन वस्तुओं को खेल के मैदान पर फेंकना कितना अनुचित और अप्रत्याशित है। क्या अब बास्केटबॉल कोर्ट `खिलौनों` के प्रदर्शन का नया मंच बन गया है?
लॉस एंजिल्स से लेकर अटलांटा तक
नवीनतम मामला लॉस एंजिल्स में इंडियाना फीवर और लॉस एंजिल्स स्पार्क्स के बीच Crypto.com एरेना में हुए मैच का है। खेल के दूसरे क्वार्टर में, एक अश्लील खिलौना अचानक कोर्ट पर आ गिरा, जो इंडियाना की खिलाड़ी सोफी कनिंघम के पास ही था। गौरतलब है कि कनिंघम ने पहले ही इन हरकतों पर सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी व्यक्त की थी। फीवर की कोच स्टेफ़नी व्हाइट ने भी अपनी निराशा व्यक्त करते हुए कहा, “हम सिर्फ खेलने आते हैं और लोग हमें खेलते हुए देखना चाहते हैं… दुर्भाग्य से, हम हर किसी की हरकतों को नियंत्रित नहीं कर सकते।”
इससे पहले, फीनिक्स और न्यूयॉर्क में भी ऐसे खिलौने फेंके गए थे, हालांकि वे सीधे कोर्ट तक नहीं पहुंचे। न्यूयॉर्क के बार्कलेज सेंटर में तो एक खिलौना एक छोटे बच्चे के पास जा गिरा था, जो सुरक्षा और खेल के माहौल के लिए गंभीर चिंता का विषय है। इन घटनाओं की शुरुआत अटलांटा से हुई थी, जहां ड्रीम और गोल्डन स्टेट के बीच मैच के चौथे क्वार्टर के अंत में पहली बार ऐसा हुआ।
कानून का शिकंजा और गंभीर आरोप
इस अजीबोगरीब और अनुचित प्रवृत्ति पर अधिकारियों ने भी सख्त रुख अपनाया है। अटलांटा में हुई पहली घटना के कथित जिम्मेदार, डेलबर्ट कार्वर को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं, जिनमें शामिल हैं:
- सार्वजनिक शांति भंग करना
- सार्वजनिक स्थान पर अश्लील कृत्य/प्रदर्शन
- अतिचार (trespassing)
यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि अधिकारी इन हरकतों को सिर्फ एक मज़ाक नहीं, बल्कि गंभीर अपराध मान रहे हैं। शिकागो में भी गोल्डन स्टेट और स्काई के मैच के दौरान एक खिलौना बास्केट के ठीक नीचे फेंका गया था, जिसे एक रेफरी ने पैर मारकर हटाया और फिर उसे उठा लिया गया।
क्या यह `आयरनी` है या बस बदतमीज़ी?
अमेरिका में खेल के मैदानों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम और उत्पात मचाने पर भारी जुर्माने के प्रावधान हैं। ऐसे में आमतौर पर दर्शक ऐसी गतिविधियों से बचते हैं। शायद यही वजह है कि कुछ लोग इस तरह की `बुरे स्वाद` की आयरनी का सहारा ले रहे हैं। लेकिन, सवाल उठता है कि क्या खेल के पवित्र मैदान को ऐसी फूहड़ हरकतों के लिए इस्तेमाल करना वाकई `आयरनी` है? या यह सिर्फ ध्यान आकर्षित करने का एक गैर-जिम्मेदाराना और अश्लील तरीका है?
यह घटनाएँ खेल के माहौल को दूषित करती हैं और खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं। आखिर, जब खिलाड़ी पूरी एकाग्रता के साथ खेल रहे हों और उन्हें मैदान पर ऐसे अप्रत्याशित “उपहार” मिलें, तो उनका ध्यान भंग होना स्वाभाविक है। यह एक ऐसा “अनोखा प्रदर्शन” है जिसकी न तो किसी को उम्मीद थी और न ही किसी खेल को इसकी जरूरत है।
निष्कर्ष
WNBA में चल रहा यह अजीबोगरीब ट्रेंड वास्तव में चिंता का विषय है। यह न केवल खेल के सम्मान को ठेस पहुँचाता है, बल्कि उन खिलाड़ियों और दर्शकों की सुरक्षा को भी खतरे में डालता है जो एक स्वच्छ और रोमांचक खेल का अनुभव चाहते हैं। एक खेल जिसका उद्देश्य मनोरंजन और प्रतिस्पर्धा है, उसे ऐसे अनुचित व्यवहार से दागदार नहीं किया जाना चाहिए।
उम्मीद है कि सुरक्षा एजेंसियां और लीग प्रबंधन इस तरह की हरकतों पर पूरी तरह से लगाम लगाएंगे, ताकि खेल का मैदान एक बार फिर सिर्फ खेल और खिलाड़ियों के कौशल प्रदर्शन के लिए ही समर्पित हो सके। यह समय है कि दर्शक अपनी रचनात्मकता को सकारात्मक दिशा में मोड़ें, न कि खेल के माहौल को दूषित करने में।