विश्व वॉलीबॉल चैंपियनशिप: इटली ने पोलैंड को धोया, फाइनल में बुल्गारिया से भिड़ंत

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मनिला, फिलीपींस – इटली की पुरुष वॉलीबॉल टीम ने एक अविश्वसनीय प्रदर्शन करते हुए विश्व चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में मौजूदा यूरोपीय चैंपियन पोलैंड को 3-0 से करारी शिकस्त दी और फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली। यह जीत सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि दृढ़ संकल्प, त्रुटिहीन रणनीति और बेजोड़ टीम वर्क का एक अद्भुत प्रमाण है।

इतालवी नायकों का शानदार प्रदर्शन

सेमीफाइनल में इटली का प्रदर्शन किसी महाकाव्य से कम नहीं था। टीम ने न केवल पोलैंड को हराया, बल्कि उन्हें इस तरह से मात दी कि प्रतिद्वंद्वी यह समझ ही नहीं पाए कि उनके साथ क्या हुआ। पोलैंड, जो जीत के प्रति पूरी तरह आश्वस्त था, इटली की धैर्य और पलटवार करने की क्षमता से हैरान रह गया। इटली ने खुद को “वीर, अद्भुत, तीव्र, विनम्र और चोट सहकर पलटवार करने के लिए तैयार” साबित किया।

  • रोमानो (Romanò): उनका प्रदर्शन शानदार रहा। पोलिश ब्लॉकों की कड़ी निगरानी के बावजूद, वह लगातार और अचूक रहे। हर महत्वपूर्ण पल में उन्होंने टीम को आगे रखा।
  • मिकिएलेटो (Michieletto): उनकी सर्विस और अटैक दोनों ही असाधारण थे, जिससे प्रतिद्वंद्वी अक्सर बैकफुट पर आ जाते थे।
  • जियानेली (Giannelli): उन्होंने बेहद समझदारी और सटीकता से खेल का नेतृत्व किया, टीम के हर कदम को नियंत्रित किया।
  • बोट्टोलो (Bottolo): उनकी सहनशीलता और दृढ़ता ने टीम को कठिन परिस्थितियों में भी स्थिर रखा।
  • फ्रांचेस्को सानी (Francesco Sani): खेल में उनका देर से प्रवेश किसी चमत्कार से कम नहीं था। उन्होंने अपनी केवल दो सर्विस पारियों से दूसरे और तीसरे सेट का रुख पलट दिया। कोच दे जियाओर्गी का यह दांव एक बार फिर सही साबित हुआ।
  • लुका पोरो (Luca Porro): बेंच से आने के बाद उन्होंने भी शानदार योगदान दिया, जिससे टीम की गहराई और बढ़ गई।

कोच दे जियाओर्गी (De Giorgi) के लिए यह उनके करियर का पांचवां विश्व चैंपियनशिप फाइनल है, जो इस खेल के इतिहास में किसी भी अन्य कोच से अधिक है। उनकी रणनीतिक दूरदर्शिता ने टीम को इस मुकाम तक पहुंचाया है।

इटली के मटिया बोट्टोलो और एलेसेंड्रो मिकिएलेटो पोलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में एक्शन में।
इटली के मटिया बोट्टोलो (दाएं) और एलेसेंड्रो मिकिएलेटो (बाएं) पोलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में एक्शन में।

मैच का रोमांच और रणनीति

पहले सेट की कहानी: दबाव और पलटवार

मैच शुरू होने से पहले ही पोलैंड को एक बड़ा झटका लगा जब उनके स्टार खिलाड़ी कुरेक (Kurek) पेट में चोट के कारण लिबेरो के रूप में मैदान पर आए, और उनकी जगह सासाक (Sasak) ने ली। इटली की टीम ने शुरुआत में सर्विस में कुछ गलतियाँ कीं, लेकिन पोलैंड ने भी कम गलतियाँ नहीं कीं। शुरुआती बढ़त पोलैंड ने ली, 10-7 पर चार ब्लॉक के साथ। लेकिन इटली ने जल्द ही वापसी की। मिकिएलेटो की सर्विस और रोमानो का शानदार ब्लॉक, जिसने लियोन (Leon) को रोका, खेल को 14-14 पर ले आए। इसके बाद इटली ने गति पकड़ी और बॉटटोलो के शानदार प्रदर्शन से पहला सेट 25-21 से अपने नाम कर लिया।

दूसरे सेट का नाटकीय मोड़: सानी का जादू

दूसरे सेट में भी पोलैंड ने 8-6 की बढ़त के साथ शुरुआत की। हॉबर (Huber) के ब्लॉकों ने इटली को परेशान किया। लेकिन जियानेली और रोमानो की सर्विस के बाद मिकिएलेटो के एक हैरतअंगेज अटैक ने इटली को खेल में वापस ला दिया। 20-16 की बढ़त के बावजूद, पोलैंड ने वापसी करते हुए 21-22 से आगे निकल गया। यहीं पर इटली के “नायकों का क्षण” आया। फ्रांचेस्को सानी को सर्विस के लिए लाया गया, जो इस टूर्नामेंट में शायद ही कभी खेले थे। उनकी पहली सर्विस ने कोमेंडा (Komenda) को गलत शॉट खेलने पर मजबूर किया, और दूसरी सर्विस ने प्रतिद्वंद्वी के रिसेप्शन को पूरी तरह से बिखेर दिया। तीसरी सर्विस एक ऐस थी, एक स्मारक समान, जिसने सेट को 24-22 पर ला खड़ा किया और अंततः इटली ने 25-22 से सेट जीत लिया। यह एक ऐसा क्षण था जिसने पोलैंड के आत्म-विश्वास को हिला दिया।

पोलैंड के मार्किन कोमेंडा इटली के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में।
पोलैंड के मार्किन कोमेंडा (मध्य) इटली के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में, जो उनके लिए एक कठिन मुकाबला साबित हुआ।

तीसरे सेट में पोलैंड की प्रतिक्रिया और इटली की जीत

तीसरे सेट में पोलैंड ने एक बार फिर अच्छी शुरुआत की, हॉबर की मजबूत सर्विस ने बोट्टोलो और मिकिएलेटो के रिसेप्शन को तोड़ा, जिससे वे 5-1 से आगे हो गए। बोट्टोलो की जगह लुका पोरो आए, जिन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। पोलैंड की सर्विस गलतियों ने इटली को वापसी का मौका दिया। रूसो (Russo) ने लियोन को ब्लॉक करके एक मजबूत संदेश दिया। रोमानो की सर्विस और जियानेली के ब्लॉक ने अंतर को कम किया। मिकिएलेटो का ऐस 18-18 पर बराबरी पर ले आया। फिर से सानी की बारी आई। उनकी सर्विस और अंज़ानी (Anzani) के ब्लॉक ने इटली को 22-19 की बढ़त दिलाई। पोलैंड ने लियोन की सर्विस से वापसी की कोशिश की, लेकिन इटली का डिफेंस अभूतपूर्व था। अंत में, पोरो ने एक लंबी रैली को समाप्त करते हुए निर्णायक अंक हासिल किया। हॉबर के ब्लॉक से पोलैंड ने 24-23 पर स्कोर किया, लेकिन मिकिएलेटो ने अंतिम अंक हासिल कर सेट 25-23 से और मैच 3-0 से इटली के नाम कर दिया।

फाइनल की तैयारी: बुल्गारिया से भिड़ंत

अब, इटली रविवार को होने वाले फाइनल में बुल्गारिया (Bulgaria) का सामना करेगा, जिसका नेतृत्व इटली के पूर्व कोच ब्लेंगिनी (Blengini) कर रहे हैं। इटली के खिलाड़ियों ने अपनी बेजोड़ प्रतिभा और एकजुटता का प्रदर्शन किया है। वे तीव्रता, विनम्रता और प्रतिद्वंद्वी के वार को सहने के बाद पलटवार करने की अपनी क्षमता के साथ फाइनल में प्रवेश कर रहे हैं। क्या वे इतिहास रचते हुए एक और विश्व खिताब जीत पाएंगे? यह तो समय ही बताएगा, लेकिन एक बात निश्चित है: यह टीम हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है।

रोहित कपूर

रोहित कपूर बैंगलोर से हैं और पंद्रह साल के अनुभव के साथ खेल पत्रकारिता के दिग्गज हैं। टेनिस और बैडमिंटन में विशेषज्ञ हैं। उन्होंने खेल पर एक लोकप्रिय यूट्यूब चैनल बनाया है, जहां वे महत्वपूर्ण मैचों और टूर्नामेंटों का विश्लेषण करते हैं। उनके विश्लेषणात्मक समीक्षाओं की प्रशंसा प्रशंसकों और पेशेवर खिलाड़ियों द्वारा की जाती है।