हाल ही में, VALORANT समुदाय में एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया, जब गेम चेंजर्स चैंपियनशिप जैसे महत्वपूर्ण टूर्नामेंट से ठीक पहले एक नया और बड़ा गेम पैच (11.08) लागू कर दिया गया। खिलाड़ियों और टीमों के बीच यह सवाल उठने लगा कि क्या Riot Games महिलाओं के लिए बने इस प्रमुख एस्पोर्ट्स इवेंट को पर्याप्त महत्व नहीं दे रहा है। इस बहस के बीच, VALORANT एस्पोर्ट्स के वैश्विक प्रमुख, लियो फारिया, ने समुदाय की चिंताओं को दूर करने के लिए अपनी बात रखी है।

पैच का `दुर्भाग्यपूर्ण` समय: क्यों हुआ ऐसा?
समुदाय की नाराजगी इस बात पर केंद्रित थी कि एक बड़े टूर्नामेंट से ऐन पहले गेम में इतने बड़े बदलाव करना, खिलाड़ियों को तैयारी के लिए पर्याप्त समय नहीं देता। खासकर जब Rioters ने इस निर्णय को “दुर्भाग्यपूर्ण समय” बताया, तो इसने आग में घी का काम किया। लियो फारिया ने अपनी सफाई में कहा कि यह स्थिति जानबूझकर पैदा नहीं की गई थी, बल्कि इसके पीछे गेम डेवलपमेंट की अपनी मजबूरियां थीं।
“यह समय आदर्श नहीं है और हम यह जानते हैं,” फारिया ने कहा। “एक आदर्श दुनिया में, हम वैश्विक टूर्नामेंट से ठीक पहले बड़े गेमप्ले बदलावों से बचते, लेकिन सच्चाई यह है कि साल का यह हिस्सा ही VALORANT में सार्थक अपडेट करने के लिए हमारी सबसे अच्छी विंडो है। यह गेम को ताज़ा रखने और देव टीम को बदलावों की निगरानी करने और जनवरी में नए सीज़न शुरू होने से पहले उन्हें समायोजित करने के लिए समय देने के लिए महत्वपूर्ण है।”
फ़ारिया ने समझाया कि यह साल का वह `ऑफ-सीज़न` समय होता है जब डेवलपर्स बड़े अपडेट्स को ठीक से टेस्ट कर सकते हैं। पिछले सालों में यह इतनी बड़ी समस्या नहीं थी क्योंकि बदलाव छोटे होते थे। लेकिन 2025 के ऑफ-सीज़न के लिए घोषित बदलाव काफी महत्वपूर्ण थे, और टूर्नामेंट का शेड्यूल दो साल पहले ही तय हो जाता है (यात्रा, स्थान आदि), इसलिए इसे बदलना संभव नहीं था। यह बात थोड़ी अजीब लग सकती है कि एक कंपनी जो इतने बड़े इवेंट्स होस्ट करती है, अपने ही गेम के अपडेट शेड्यूल और टूर्नामेंट शेड्यूल में सामंजस्य नहीं बिठा पाती, लेकिन शायद यही बड़े पैमाने पर गेम डेवलपमेंट का कठोर यथार्थ है।
पुराने पैच पर क्यों नहीं खेला गया?
समुदाय का एक और तर्क था कि गेम चेंजर्स चैंपियनशिप को पुराने, स्थिर पैच पर ही क्यों नहीं खेला गया? फारिया ने स्वीकार किया कि इस विकल्प पर गंभीरता से विचार किया गया था, लेकिन इसके भी अपने नकारात्मक पहलू थे।
“इस पर एक विकल्प के रूप में पूरी तरह से चर्चा की गई थी, लेकिन इसके साथ अपनी समस्याएं आती हैं,” उन्होंने साझा किया। “सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि GCC को पिछले पैच पर रखने से टीमों के लिए सार्थक अभ्यास करना बहुत मुश्किल हो जाता। कुछ GC टीमों ने हमें बताया कि वे पुराने पैच को पसंद करेंगी और अन्य ने तेजी से अनुकूलन को एक बढ़त के रूप में देखा, इसलिए कोई एक स्पष्ट रास्ता नहीं था जो सभी के लिए काम करता।”
यानी, टीमों के बीच ही एक राय नहीं थी। कुछ टीमें नए पैच पर अभ्यास कर अपनी बढ़त बनाना चाहती थीं, जबकि कुछ पुराने पर टिके रहना चाहती थीं। ऐसे में, Riot को एक ऐसा रास्ता चुनना पड़ा जो शायद किसी को पूरी तरह से खुश न करे, लेकिन गेम की दीर्घकालिक स्थिरता और प्रतिस्पर्धी माहौल के लिए बेहतर हो। यह एक मुश्किल संतुलन कार्य है – डेवलपर्स को गेम को लगातार बेहतर बनाना है, लेकिन इससे एस्पोर्ट्स की पवित्रता भी बनी रहे।
2026 VALORANT एस्पोर्ट्स शेड्यूल में बड़े बदलाव: भविष्य की ओर एक कदम
अच्छी खबर यह है कि Riot Games इस तरह की स्थितियों से बचने के लिए भविष्य की योजनाएं बना रहा है। कंपनी VALORANT चैंपियंस के करीब गेम चेंजर्स चैंपियनशिप को लाने पर काम कर रही है। यह बदलाव सुनिश्चित करेगा कि टीमों को किसी बड़े टूर्नामेंट से ठीक पहले अचानक मेटा शिफ्ट का सामना न करना पड़े।
2026 से VALORANT के एस्पोर्ट्स सर्किट में कई बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे:
- असेंशन टूर्नामेंट्स का हटना: सबसे बड़ा बदलाव असेंशन टूर्नामेंट्स को हटाना है। चैलेंजर टीमों को अब सीधे VCT स्टेज 2 प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई करने का मौका मिलेगा।
- गेम चेंजर्स चैंपियनशिप का पुनर्गठन: असेंशन इवेंट्स द्वारा खाली की गई समय-सीमा का उपयोग गेम चेंजर्स चैंपियनशिप को थोड़ा पहले शेड्यूल करने के लिए किया जाएगा। इसका सीधा मतलब है कि टीमें साल के सबसे बड़े इवेंट से ठीक पहले किसी अप्रत्याशित मेटा बदलाव का शिकार नहीं होंगी।
यह स्पष्ट है कि Riot Games ने समुदाय की प्रतिक्रिया को गंभीरता से लिया है और भविष्य में प्रतिस्पर्धी अखंडता और खिलाड़ियों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए ठोस कदम उठा रहा है। यह देखना दिलचस्प होगा कि ये बदलाव VALORANT एस्पोर्ट्स के परिदृश्य को कैसे आकार देते हैं और क्या भविष्य में ऐसे `दुर्भाग्यपूर्ण समय` वाले पैच विवादों से बचा जा सकता है। एस्पोर्ट्स की दुनिया में, बदलाव ही एकमात्र स्थायी चीज़ है, और Riot इसे बखूबी समझता दिख रहा है।

 
																																											 
																																											 
																																											 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								