फिलीपींस के शानदार वॉलीबॉल कोर्ट्स पर चल रही FIVB पुरुष वॉलीबॉल विश्व चैंपियनशिप में रोमांच अपने चरम पर है। जैसे-जैसे लीग चरण के मुकाबले खत्म हो रहे हैं, टीमें अंतिम 16 में अपनी जगह पक्की करने के लिए जी-जान लगा रही हैं। इस कड़ी में, दो नाम ऐसे हैं जिन्होंने अपनी उम्मीदों से भरी यात्रा से सभी को चौंका दिया है: पुर्तगाल और स्लोवेनिया। इन दोनों देशों ने असाधारण प्रदर्शन करते हुए नॉकआउट चरण में प्रवेश कर लिया है, और अब उनका सपना विश्व चैंपियन बनने की ओर एक कदम और बढ़ गया है।
यह सिर्फ जीत का नहीं, बल्कि दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत की कहानी है। पुर्तगाल और स्लोवेनिया ने अपने शानदार खेल से साबित कर दिया है कि वॉलीबॉल में कोई भी टीम कमजोर नहीं होती, और बड़े मंच पर `अंडरडॉग` भी इतिहास रच सकते हैं।
पुर्तगाल का `फेयरीटेल` सफर: 23 साल बाद वापसी और जीत की ललक
पुर्तगाल, जो 23 साल बाद विश्व चैंपियनशिप में वापसी कर रहा है, के लिए यह किसी `फेयरीटेल` से कम नहीं। पूल डी में उनका सफर अविश्वसनीय रहा है। शुरुआती मुकाबले में, उन्होंने सबको हैरान करते हुए क्यूबा को 3-1 से हराया। हालांकि, अगले मैच में उन्हें मजबूत यूएसए से सीधे सेटों में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन पुर्तगाली टीम का हौसला पस्त नहीं हुआ। बुधवार को, उन्होंने कोलंबिया के खिलाफ एक यादगार वापसी की। दो सेट गंवाने के बाद, पुर्तगाल ने वापसी करते हुए कोलंबिया को 3-2 (23-25, 21-25, 25-20, 25-21, 15-11) से मात दी। यह जीत सिर्फ मैच नहीं थी, बल्कि उनकी जुझारू भावना का प्रमाण थी।
बाद में, यूएसए ने क्यूबा को हराकर पुर्तगाल की अंतिम 16 में जगह पक्की कर दी, जिससे पूल डी में पुर्तगाल 5 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहा। यह टीम अब नॉकआउट स्टेज में क्या कमाल दिखाती है, यह देखना दिलचस्प होगा!
स्लोवेनिया का उदय: FIVB सशक्तिकरण कार्यक्रम का फल
पूल ई में, स्लोवेनिया ने भी अपनी मजबूत दावेदारी पेश की। बुल्गारिया से 3-2 की रोमांचक हार के बाद, स्लोवेनिया ने जर्मनी के खिलाफ 3-1 (25-21, 17-25, 31-29, 25-22) की जीत दर्ज की। इस जीत के साथ, वे 7 अंकों के साथ पूल में दूसरे स्थान पर रहकर अंतिम 16 में पहुंच गए।
स्लोवेनिया के इस उल्लेखनीय उदय के पीछे एक प्रेरणादायक कहानी है। 2019 में, वे FIVB वॉलीबॉल सशक्तिकरण कार्यक्रम से जुड़े, जिसके तहत उन्हें CHF 1.278 मिलियन (लगभग 10 करोड़ भारतीय रुपये) का समर्थन मिला। इस निवेश ने उनके कोचिंग परियोजनाओं, एथलीट विकास और प्रदर्शन के माहौल में सुधार किया। यह वाकई एक बेहतरीन उदाहरण है कि कैसे सही समर्थन और योजना एक टीम को विश्व मंच पर चमकने में मदद कर सकती है।
क्या आप जानते हैं? राउंड ऑफ 16 के लिए अभी भी आठ स्लॉट बाकी हैं, जिन पर गुरुवार को आखिरी पूल प्ले मैचों के बाद फैसला होगा। वॉलीबॉल की दुनिया में अब हर मैच `करो या मरो` की स्थिति वाला होगा!
अन्य टीमें जो पहले ही मचा चुकी हैं धमाल
पुर्तगाल और स्लोवेनिया के साथ, कुछ और टीमें भी हैं जिन्होंने पहले ही अपनी जगह पक्की कर ली है और अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है:
- पोलैंड: विश्व रैंकिंग में शीर्ष पर, पूल बी में शीर्ष पर रहे।
- तुर्की: पूल जी में अजेय रहकर शीर्ष पर रहे, कनाडा को सीधे सेटों में हराया।
- कनाडा: तुर्की से हारने के बावजूद, पूल जी में दूसरा स्थान हासिल किया।
- बुल्गारिया: पूल ई में अजेय रहते हुए शीर्ष पर रहे।
- नीदरलैंड्स: पूल बी में दूसरे स्थान पर रहे, मजबूत प्रदर्शन के साथ।
- यूएसए: पूल डी में शीर्ष पर रहते हुए अपनी धाक जमाई।
यह तो वही बात हुई, कुछ टीमें तो बस अपनी अटेंडेंस लगाने आईं और क्वालीफाई कर गईं, जबकि कुछ को अंतिम 16 का टिकट कटवाने के लिए हर पॉइंट पर लड़ाई लड़नी पड़ी। पर कहते हैं ना, वॉलीबॉल में जब तक आखिरी पॉइंट नहीं मिल जाता, तब तक हार नहीं माननी चाहिए!
आगे क्या? नॉकआउट चरण का रोमांच
लीग चरण अब समापन की ओर है, और असली रोमांच शनिवार से शुरू होगा, जब राउंड ऑफ 16 के मुकाबले शुरू होंगे। यह सिंगल एलिमिनेशन फॉर्मेट होगा, जिसका मतलब है कि हर मैच करो या मरो का होगा। आठवें फाइनल, क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और अंत में ग्रैंड फाइनल तक का सफर किसी भी टीम के लिए आसान नहीं होने वाला।
फिलीपींस के स्मार्ट अरनेटा कोलिज़ीयम और एसएम मॉल ऑफ एशिया एरिना में दर्शक अपनी टीमों का उत्साह बढ़ाने के लिए उमड़ पड़ेंगे। हर सर्विस, हर ब्लॉक और हर स्मैश अब चैंपियनशिप के भाग्य का फैसला करेगा। पुर्तगाल और स्लोवेनिया जैसी टीमों ने अपनी `अंडरडॉग` कहानी शुरू कर दी है, अब देखना यह है कि क्या वे इसे एक गौरवशाली अंत तक ले जा पाते हैं!
वॉलीबॉल प्रशंसकों के लिए आने वाले दिन किसी त्योहार से कम नहीं होंगे। अपनी पसंदीदा टीम के लिए तैयार रहें और इस विश्व चैंपियनशिप के हर पल का आनंद लें!