निंगबो, चीन में संपन्न हुए पुरुष वॉलीबॉल नेशंस लीग (VNL) 2025 के फाइनल में, पोलैंड की टीम ने एक बार फिर अपनी श्रेष्ठता साबित करते हुए इटली को एकतरफा मुकाबले में 3-0 से करारी शिकस्त दी। यह पोलैंड का दूसरा VNL स्वर्ण पदक है, जो उन्होंने 2023 में भी जीता था, और यह वॉलीबॉल के मैदान में उनकी लगातार छठी पोडियम फिनिश है। इस जीत के साथ, पोलैंड ने चीन में हुए फाइनल्स में एक भी सेट गंवाए बिना, अजेय रहते हुए अपना सफर पूरा किया। वहीं, इटली के लिए यह ऐतिहासिक रजत पदक था, जो पुरुष VNL के इतिहास में उनका पहला पोडियम फिनिश है।
फाइनल की रोमांचक गाथा: पोलैंड का दबदबा
फाइनल मैच की शुरुआत पहले सेट से हुई, जो तीनों सेटों में सबसे प्रतिस्पर्धी था। हालांकि, पोलैंड ने शुरू से ही नियंत्रण बनाए रखा। बाहरी हिटर कामिल सेमेनियुक ने 25-22 के स्कोर के साथ पहला सेट पोलैंड की झोली में डाला। लेकिन असली खेल दूसरे सेट में शुरू हुआ, जब इटली की टीम ने एक ऐसी गलती कर दी, जिसने उन्हें पूरे मैच में भारी नुकसान पहुंचाया।
इटली की अनजानी भूल और उसके परिणाम
वॉलीबॉल के शीर्ष स्तर पर, अक्सर छोटी सी चूक भी भारी पड़ सकती है। इटली ने शायद इस बात का अनुभव रविवार को बहुत कड़वाहट के साथ किया, जब दूसरी सेट में उनकी रोटेशन लाइन-अप में हुई एक साधारण सी गलती ने उन्हें मैच में पूरी तरह से पटरी से उतार दिया। इस गलती का खामियाजा उन्हें 25-19 की हार के रूप में भुगतना पड़ा। यह ऐसा था, मानो एक महान शतरंज खिलाड़ी ने बोर्ड पर एक मोहरा गलत जगह रख दिया हो, और प्रतिद्वंद्वी ने तुरंत इसका फायदा उठा लिया। तीसरे सेट की शुरुआत में बेशक गलती ठीक कर ली गई थी, लेकिन तब तक पोलैंड की टीम `ऑन फायर` हो चुकी थी। उन्होंने बिना किसी दया के इटली को 25-14 से रौंदते हुए 3-0 (25-22, 25-19, 25-14) की निर्णायक जीत दर्ज की। मध्य ब्लॉकर शिमोन याकुबिशाक ने एक तेज़ किल के साथ मैच का विजयी अंक हासिल किया।
आंकड़ों की जुबानी: पोलैंड की हर क्षेत्र में श्रेष्ठता
पोलैंड ने मैच के चार में से तीन स्कोरिंग तत्वों में इटली को मात दी। स्पाइक किल्स में वे 37-27 से आगे थे, अनफोर्स्ड एरर्स में उन्होंने इटली (18-25) से काफी कम गलतियां कीं, और किल ब्लॉक्स में वे 10-6 से बेहतर थे। यहाँ तक कि सर्विंग में भी मौजूदा विश्व चैंपियन पोलैंड ने विश्व की नंबर एक टीम इटली को एसेस में 4-3 से पछाड़ दिया। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि यह केवल एक जीत नहीं, बल्कि हर मोर्चे पर एक व्यापक श्रेष्ठता का प्रदर्शन था।
प्रमुख खिलाड़ियों का प्रदर्शन: लियोन की वापसी और टीम वर्क का जादू
इस फाइनल मुकाबले में पोलैंड के क्यूबा में जन्मे स्टार बाहरी हिटर विलफ्रेडो लियोन ने चोटिल टोमाज़ फोर्नाल की जगह एक उत्कृष्ट प्रतिस्थापन साबित किया। लियोन ने 16 अंकों के साथ स्वर्ण पदक मुकाबले में सर्वश्रेष्ठ स्कोरर बनकर अपनी वापसी का डंका बजाया, जिसमें एक किल ब्लॉक भी शामिल था। उनके साथी कामिल सेमेनियुक ने 14 अंक जोड़े, जिसमें एक ब्लॉक और एक ऐस शामिल था। वहीं, मध्य ब्लॉकर और कप्तान याकुब कोचानोवस्की ने हमले में 71% की सफलता दर और दो किल ब्लॉक्स के साथ कुल सात अंक हासिल किए। इटली की ओर से, बाहरी हिटर डैनियल लाविया ही एकमात्र ऐसे खिलाड़ी थे जो डबल डिजिट (11 अंक) तक पहुंच पाए, जिसमें दो ब्लॉक और एक ऐस शामिल था।
पुरस्कार समारोह के बाद विलफ्रेडो लियोन ने कहा, “इसका बहुत मतलब है! मैं जानता हूं कि वे मेरे उच्च स्तर पर वापसी का इंतजार कर रहे थे, इसलिए मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ करने की कोशिश की। मैंने उनसे कहा, `मैं तुम्हें अकेला नहीं छोड़ूंगा, दोस्तों! फोर्नाल चोटिल हो गए, लेकिन मैं वहां रहूंगा!` मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ किया! इसलिए, हमें स्वर्ण पदक मिला और मैं वास्तव में खुश और गौरवान्वित हूं!” उन्होंने आगे कहा, “हमारे पास इतने सारे सितारे हैं, लेकिन हम जितना संभव हो सके, एक साथ रहने की कोशिश करते हैं। हम एक-दूसरे को समझते हैं, हम एक-दूसरे का समर्थन करते हैं, और यही हमारी सफलता की कुंजी है।”
पोलैंड के सर्बियाई कोच निकोल ग्रबिच ने अपनी टीम के प्रदर्शन पर गर्व व्यक्त किया। उन्होंने चुनौतियों और भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डाला।
“मुझे वास्तव में गर्व है! तैयारी की शुरुआत से ही हमें बहुत सारी चोटें आईं। अब एक महत्वपूर्ण चोट लगी। हमने एक बहुत ही महत्वपूर्ण खिलाड़ी को एक बहुत ही महत्वपूर्ण क्षण में खो दिया। इसलिए, मुझे लगता है कि इन चोटों के खत्म होने के लिए हमें चर्च जाकर प्रार्थना करनी पड़ेगी,” निकोल ग्रबिच ने टिप्पणी की। “दूसरी बात यह है कि कई खिलाड़ियों ने पहली बार खेला। इसलिए, मैं इन लड़कों पर सिर्फ गर्व कर सकता हूं – उन्होंने मेरे साथ, मेरी मांगों के साथ, जिस तरह से मैंने उन्हें बेहतर बनने के लिए प्रेरित किया… यह सब कितना सहन किया। मैं जानता हूं कि यह आसान नहीं है, क्योंकि अगर यह आसान होता, तो हर कोई इसे करता। और अब हमें यह सब फिर से करना है। हम रीसेट करते हैं और अगले सोमवार को विश्व चैंपियनशिप के लिए तैयारी शुरू करते हैं। यह बहुत खतरनाक हो सकता है, क्योंकि अब, यदि आप सावधान नहीं हैं, तो आप सोच सकते हैं कि आप अद्भुत हैं और आपको खुद को आगे बढ़ाने की आवश्यकता नहीं है। इसलिए, अब हमें जिम वापस जाना होगा और खुद को आगे बढ़ाना होगा…”
आगे की राह: विश्व चैंपियनशिप की चुनौतियां
पोलैंड की इस शानदार जीत ने उन्हें वॉलीबॉल की दुनिया में एक अजेय शक्ति के रूप में स्थापित कर दिया है। लगातार दूसरी VNL ट्रॉफी और फाइनल में एक भी सेट न गंवाना उनकी मानसिक दृढ़ता और कौशल का प्रमाण है। इटली के लिए यह रजत पदक भले ही ऐतिहासिक हो, लेकिन रोटेशन जैसी साधारण गलती ने यह भी दिखाया कि शीर्ष स्तर पर छोटी सी चूक भी कितने बड़े परिणाम ला सकती है। अब सभी की निगाहें आगामी विश्व चैंपियनशिप पर होंगी, जहां पोलैंड अपनी इस शानदार लय को बरकरार रखते हुए एक और खिताब पर कब्जा करने की कोशिश करेगा, जबकि इटली अपनी गलतियों से सीखकर बेहतर प्रदर्शन करने की ओर देखेगा।