वॉलीबॉल के खेल में, कुछ नाम ऐसे होते हैं जो अपनी असाधारण प्रतिभा और अद्वितीय दृढ़ता से तुरंत सबका ध्यान खींच लेते हैं। ब्राजील की 20 वर्षीय हेलेना वेंक होएंगन उन्हीं में से एक हैं। सुराबाया में आयोजित FIVB महिला अंडर-21 विश्व चैंपियनशिप में उन्होंने एक बार फिर अपनी चमक बिखेरी और ब्राजील को एक बहुमूल्य कांस्य पदक दिलाया, जो 2023 के बाद उनका लगातार दूसरा पदक है। यह उपलब्धि केवल उनकी व्यक्तिगत सफलता नहीं, बल्कि ब्राजील के वॉलीबॉल के सुनहरे भविष्य की एक झलक भी है, जिसकी उम्मीदें इस युवा खिलाड़ी के कंधों पर टिकी हैं।
लगातार दूसरा कांस्य: प्रदर्शन जो बोलता है
बुल्गारिया के खिलाफ 3-1 की शानदार जीत में हेलेना का योगदान अविस्मरणीय रहा। उन्होंने अकेले 23 अंक बटोरे, जिसमें 17 आक्रामक शॉट, चार शानदार ब्लॉक और दो एस शामिल थे। यह आंकड़ा न केवल उनकी हरफनमौला ताकत को दर्शाता है, बल्कि गहन दबाव में भी उनकी अविश्वसनीय संयमितता का प्रमाण है। मैच की तीव्रता को देखते हुए, हेलेना ने एक अनुभवी खिलाड़ी की तरह प्रदर्शन किया, जैसे कि उन्होंने पहले भी कई ऐसे दबाव भरे मैच खेले हों। 199 सेंटीमीटर की लंबी कद-काठी वाली यह आउटसाइड हिटर, मैदान पर एक मजबूत उपस्थिति बनाए रखती हैं, जो हर चरण के खेल को प्रभावित करने की क्षमता रखती हैं।
प्रतिभा और दृढ़ता का मेल
हेलेना की ऊंचाई, उनकी पहुंच और सही समय पर कूदने की क्षमता उन्हें नेट पर लगातार खतरा बनाए रखती है। लेकिन केवल शारीरिक उपस्थिति ही उनकी पहचान नहीं है; उनके बढ़ते आत्मविश्वास ने उन्हें टीम की एक स्वाभाविक लीडर के रूप में भी ढाला है। इस चैंपियनशिप में उन्होंने नौ मैचों में कुल 120 अंक हासिल किए, प्रति मैच 13 से अधिक का औसत, यह साबित करते हुए कि वह महत्वपूर्ण क्षणों में ब्राजील को आगे ले जा सकती हैं। यह प्रदर्शन दिखाता है कि वह सिर्फ एक लंबी खिलाड़ी नहीं, बल्कि एक पूर्ण पैकेज हैं – शक्ति, कौशल और खेल की गहरी समझ का अद्भुत संगम।
हेलेना के खेल के पीछे की मानसिकता एक सरल लेकिन शक्तिशाली सबक से आती है, जो उनके कोच ने उन्हें सिखाया है: “मुझे एक विजेता की तरह सोचना होगा।” वह बताती हैं, “मेरे कोच मुझे यह हर समय बताते हैं। मैं कड़ी मेहनत करती हूं, मैं हमेशा सर्वश्रेष्ठ परिणाम खोजने की कोशिश करती हूं, और मैं अपने टीम के साथियों की मदद करने के लिए हर संभव प्रयास करती हूं।”
दबाव और सुधार की ललक
ब्राजीलियन वॉलीबॉल के सबसे प्रतिभाशाली युवा सितारों में से एक के रूप में पहचान मिलने के साथ-साथ, हेलेना मानती हैं कि दबाव भी आता है। “यह आसान नहीं है क्योंकि बहुत अधिक भार उठाना पड़ता है, लेकिन मैं हर दिन कड़ी मेहनत करती हूं, और मुझे पता है कि मैं मेरा सहयोग करने के लिए स्टाफ पर भरोसा कर सकती हूं। मुझे अभी भी बहुत सुधार करना है,” उन्होंने कहा। यह दर्शाता है कि इतनी कम उम्र में भी वह अपनी सीमाओं और विकास की संभावनाओं के प्रति कितनी जागरूक हैं। यह एक सच्ची पेशेवर की निशानी है, जो अपनी सफलताओं पर संतुष्ट होने के बजाय, हमेशा बेहतर होने की तलाश में रहती है।
युवा से सीनियर तक का सफर
हेलेना ने युवा और सीनियर खेल के बीच के अंतर को पाटना शुरू कर दिया है। वह U21 स्तर पर व्यापक रूप से प्रतिस्पर्धा करने के अवसर को महत्व देती हैं, जबकि अनुभवी खिलाड़ियों के साथ प्रशिक्षण से सीख लेती हैं। “मैं यहां सीनियर्स की तुलना में अधिक खेल सकती हूं, लेकिन मैं सीनियर टीम के साथ जो सीखती हूं उसका उपयोग अपने साथियों की मदद करने और इन मैचों में हमारी वृद्धि का समर्थन करने के लिए कर सकती हूं,” उन्होंने कहा। सीनियर राष्ट्रीय टीम के साथ उनका तत्काल भविष्य अभी अनिश्चित है, लेकिन उनकी महत्वाकांक्षा स्पष्ट है: “मैं उन सभी खिलाड़ियों का समर्थन करना चाहती हूं जो टीम के साथ प्रशिक्षण ले रहे हैं और हमें अगले टूर्नामेंट में एक और पदक और एक मजबूत परिणाम तक पहुंचने में मदद करना चाहती हूं।”
भविष्य का चेहरा: हेलेना की विरासत
हेलेना केवल एक और उभरती हुई प्रतिभा से कहीं बढ़कर हैं। वह उन गुणों का प्रतीक हैं जिन्होंने लंबे समय से देश की वॉलीबॉल परंपरा को परिभाषित किया है – शक्ति, कौशल और दबाव को प्रदर्शन में बदलने की लचीलापन। अपने संग्रह में पहले से ही दो कांस्य पदक के साथ, उन्होंने एक ऐसा रास्ता बनाना शुरू कर दिया है जो उन्हें खेल के शिखर तक ले जा सकता है। ब्राजील के वॉलीबॉल प्रेमियों की निगाहें निश्चित रूप से इस युवा सनसनी पर टिकी होंगी, क्योंकि वह हर गुजरते मैच के साथ अपनी विरासत लिख रही हैं, और यह देखना रोमांचक होगा कि आने वाले वर्षों में वह कहाँ तक पहुँच पाती हैं। क्या वह ब्राजील को ओलंपिक या विश्व चैंपियनशिप का स्वर्ण दिला पाएंगी? समय ही बताएगा, लेकिन उनके अब तक के सफर को देखते हुए, उम्मीदें आसमान छू रही हैं।