चाइना के जियांगमेन में 2025 FIVB वॉलीबॉल मेन्स U21 विश्व चैंपियनशिप में ईरान ने इतिहास रच दिया है। उन्होंने न केवल लगातार दूसरी बार स्वर्ण पदक जीता, बल्कि एक ऐसे सितारे को भी जन्म दिया, जिसका नाम वॉलीबॉल जगत में गूंज रहा है: सेयेद मतन हुसैनी।
वॉलीबॉल का खेल, जिसे कभी-कभी “जमीन पर शतरंज” भी कहा जाता है, अपनी रणनीतिक गहराई और खिलाड़ियों की चपलता के लिए जाना जाता है। लेकिन जियांगमेन में, ईरान की युवा टीम ने इसे एक कला का रूप दे दिया। उन्होंने अपने विरोधियों को लगातार मात दी, यह साबित करते हुए कि उनका वर्चस्व कोई संयोग नहीं, बल्कि सुनियोजित प्रशिक्षण और उत्कृष्ट प्रतिभा का परिणाम है।
ईरान का अदम्य अभियान: एक नहीं, दो बार का चैंपियन!
एक विश्व खिताब जीतना ही अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है, लेकिन लगातार दो बार जीतना? यह कुछ ऐसा है जो केवल महान टीमों के ही नसीब में होता है। ईरान की U21 टीम ने यह कारनामा कर दिखाया है, यह दर्शाते हुए कि उनके पास युवा प्रतिभाओं का एक अटूट स्रोत है। यह जीत केवल एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि ईरानी वॉलीबॉल फेडरेशन के युवा विकास कार्यक्रमों की सफलता का एक चमकदार प्रमाण है। ऐसा लगता है जैसे ईरानी धरती पर वॉलीबॉल के बीज बोए नहीं जाते, बल्कि सोने के सिक्के उगाए जाते हैं!
सेयेद मतन हुसैनी: वह खिलाड़ी, जो हर जगह था
19 वर्षीय आउटसाइड हिटर सेयेद मतन हुसैनी को टूर्नामेंट का सबसे मूल्यवान खिलाड़ी (MVP) घोषित किया गया। उनके प्रदर्शन को देखकर ऐसा लगा मानो वह कोर्ट पर एक नहीं, बल्कि तीन खिलाड़ी एक साथ खेल रहे हों। आक्रमण, ब्लॉक, सर्विस – हर जगह उनकी उपस्थिति दर्ज थी। पूरे टूर्नामेंट में उन्होंने 112 अंक बटोरे, जिसमें 81 दमदार अटैक, 13 प्रभावशाली ब्लॉक और 18 शानदार सर्विस शामिल थीं। प्रति मैच औसतन 12 से अधिक अंक जुटाना, यह कोई छोटी बात नहीं। यह आँकड़े बताते हैं कि मतन सिर्फ एक अच्छे खिलाड़ी नहीं, बल्कि एक संपूर्ण पैकेज हैं, जिन्हें किसी भी टीम को हराना लगभग नामुमकिन बना देता है। उनकी निरंतरता और हर क्षेत्र में उनके प्रभाव ने उन्हें इस सम्मान का सच्चा हकदार बनाया।
ड्रीम टीम: केवल मतन नहीं, ईरान की सामूहिक शक्ति
यह कहना गलत होगा कि ईरान की जीत केवल मतन हुसैनी की बदौलत थी। हालांकि वह टीम के चमकते सितारे थे, लेकिन पूरी टीम ने मिलकर शानदार प्रदर्शन किया। “ड्रीम टीम” में ईरान के तीन अन्य खिलाड़ी भी शामिल किए गए, जो उनकी सामूहिक शक्ति का प्रतीक है:
- ताहा बेहबूदनिया (Taahaa Behboudnia): सर्वश्रेष्ठ मिडिल ब्लॉकर के रूप में चुने गए, उनकी दीवार जैसी डिफेंसिव क्षमता ने कई विरोधी हमलों को विफल किया।
- एमरान कूक जिलि (Emran Kook Jili): सर्वश्रेष्ठ सेटर, उन्होंने गेंद को इस खूबसूरती से सेट किया कि आक्रमण करने वालों के लिए अंक जुटाना आसान हो गया। उन्हें टीम के “दिमाग” के रूप में देखा जा सकता है।
- मोर्टेज़ा तबतबाई (Morteza Tabatabaei): सर्वश्रेष्ठ लिबेरो, उनकी फील्डिंग और गेंद को बचाने की कला ने टीम को कई मुश्किल परिस्थितियों से निकाला।
यह दर्शाता है कि ईरान की टीम केवल एक या दो सितारों पर निर्भर नहीं है, बल्कि यह एक सुदृढ़ और एकजुट इकाई है, जहां हर खिलाड़ी अपनी भूमिका बखूबी निभाता है।
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभा का जलवा
“ड्रीम टीम” में अन्य देशों के भी कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी शामिल थे, जिन्होंने अपने प्रदर्शन से खेल प्रेमियों का दिल जीत लिया:
- शॉन केली (Sean Kelly): संयुक्त राज्य अमेरिका के इस आउटसाइड हिटर ने मतन के साथ मिलकर सर्वश्रेष्ठ आउटसाइड हिटर का स्थान हासिल किया। उनकी टीम ने ऐतिहासिक कांस्य पदक जीता, जिसमें केली का अहम योगदान था।
- तोमासो बरोटो (Tomasso Barotto): इटली के इस खिलाड़ी को सर्वश्रेष्ठ अपोजिट के रूप में पहचान मिली।
- पार्डो माटी (Pardo Mati): उन्होंने एक और मिडिल ब्लॉकर के रूप में अपनी जगह बनाई।
यह सभी खिलाड़ी भविष्य में अपने देशों के लिए वॉलीबॉल के बड़े मंचों पर चमकने की क्षमता रखते हैं।
वॉलीबॉल के भविष्य की झलक
जियांगमेन में हुई यह चैंपियनशिप केवल एक प्रतियोगिता नहीं थी, बल्कि यह वॉलीबॉल के भविष्य की एक स्पष्ट झलक थी। ईरान ने युवा स्तर पर अपनी सर्वोच्चता स्थापित की है, जो बताता है कि वे आने वाले वर्षों में सीनियर स्तर पर भी एक बड़ी शक्ति बने रहेंगे। सेयेद मतन हुसैनी जैसे खिलाड़ी खेल को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे, और उनकी प्रेरणा से दुनिया भर के युवा वॉलीबॉल की ओर आकर्षित होंगे। खेल में ऐसे ही रोमांचक क्षणों और उभरते सितारों की हमें हमेशा तलाश रहती है।