एक ऐसा पल, जब मेजबानी और पदार्पण एक साथ मिलकर इतिहास रचते हैं। 2025 FIVB पुरुष वॉलीबॉल विश्व चैंपियनशिप फ़िलीपींस के लिए सिर्फ़ एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है।
एक ऐतिहासिक शुरुआत
खेल जगत में ऐसे क्षण कम ही आते हैं जब कोई देश सिर्फ़ भाग ही नहीं लेता, बल्कि एक बड़े वैश्विक आयोजन की मेजबानी करते हुए अपने खेल इतिहास में एक नया अध्याय लिखता है। 2025 FIVB पुरुष वॉलीबॉल विश्व चैंपियनशिप फ़िलीपींस के लिए ऐसा ही एक ऐतिहासिक पल बनने जा रही है, जहाँ वे पहली बार इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में न केवल प्रतिस्पर्धा करेंगे, बल्कि इसकी मेजबानी भी करेंगे। यह एक ऐसा कदम है जो किसी भी खेल महासंघ के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती है, और फ़िलीपींस के पुरुष वॉलीबॉल के लिए तो यह एक सपने के सच होने जैसा है।
भव्य मंच: मेट्रो मनीला
मेट्रो मनीला, फ़िलीपींस की राजधानी, 12 से 28 सितंबर, 2025 तक वॉलीबॉल प्रेमियों का स्वागत करने के लिए तैयार है। SM मॉल ऑफ एशिया एरिना और स्मार्ट अरानेटा कोलिज़ीयम जैसे दो विश्व स्तरीय स्थान 32 टीमों के बीच होने वाली रोमांचक भिड़ंतों के गवाह बनेंगे। यह केवल एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि फ़िलीपींस के लिए अपने पुरुष वॉलीबॉल को वैश्विक मानचित्र पर मजबूती से स्थापित करने का एक सुनहरा अवसर है। दिलचस्प बात यह है कि फ़िलीपींस चेकोस्लोवाकिया (1949) और मैक्सिको (1974) के बाद केवल तीसरा ऐसा देश बन जाएगा जो एक ही वर्ष में विश्व चैंपियनशिप की मेजबानी और उसमें पदार्पण कर रहा है। शायद मेजबान होने का दबाव और पदार्पण का रोमांच, दोनों मिलकर इस टीम के खेल में एक नई ऊर्जा भर देंगे – या कम से कम आयोजकों को तो ऐसी ही उम्मीद होगी!
फ़िलीपींस की चुनौती और पूल ए की भिड़ंत
घरेलू मैदान पर खेलना हमेशा एक दोधारी तलवार होता है – अपार समर्थन के साथ-साथ उम्मीदों का भारी बोझ भी। फ़िलीपींस को पूल ए में ईरान, मिस्र और ट्यूनीशिया जैसी मजबूत टीमों के साथ रखा गया है। उनकी यात्रा 12 सितंबर को ट्यूनीशिया के खिलाफ़ शुरू होगी, उसके बाद 16 सितंबर को मिस्र और 18 सितंबर को ईरान से मुकाबला होगा। ये मैच न केवल घरेलू दर्शकों के लिए रोमांचक होंगे, बल्कि टीम के लिए अपनी क्षमता साबित करने का पहला मौका भी होंगे।
मास्टर रणनीतिकार: एंजियोलिनो फ्रिगोनो
इस महत्वाकांक्षी परियोजना के पीछे एक अनुभवी दिमाग है – इतालवी कोच एंजियोलिनो फ्रिगोनो। FIVB वॉलीबॉल एंपावरमेंट कार्यक्रम के तहत 2024 में नियुक्त हुए फ्रिगोनो के पास 30 वर्षों से अधिक का कोचिंग अनुभव है, जिसमें इतालवी पुरुषों की टीम के सहायक कोच के रूप में दो विश्व चैंपियनशिप और तीन यूरोपीय खिताब शामिल हैं। उन्होंने इतालवी और डच महिला टीमों का भी नेतृत्व किया है, और मिस्र को अफ्रीकी खिताब जिताया है। उनकी नियुक्ति सिर्फ़ एक कोच की नियुक्ति नहीं है, बल्कि फ़िलीपींस के पुरुष वॉलीबॉल कार्यक्रम में ज्ञान और रणनीतिक विशेषज्ञता का निवेश है। वे टीम के अनुशासन, सामरिक संरचना और अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा के लिए तैयारी पर विशेष ध्यान दे रहे हैं।
स्थानीय नायक: बगुनास और एस्पेजो
फ़िलीपींस की टीम की कमान ब्रायन बगुनास और मार्क एस्पेजो जैसे अनुभवी खिलाड़ी संभालेंगे। ये दोनों फिलिपिनो वॉलीबॉल के सबसे जाने-माने चेहरे हैं और कई अंतरराष्ट्रीय अभियानों में राष्ट्रीय टीम का अभिन्न अंग रहे हैं। उनकी नेतृत्व क्षमता और अंतरराष्ट्रीय अनुभव पूल ए के कठिन विरोधियों के खिलाफ़ महत्वपूर्ण साबित होंगे। वे सिर्फ़ खिलाड़ी नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा भी हैं।
मैदान से परे: विकास का एक व्यापक दृष्टिकोण
इस विश्व चैंपियनशिप की मेजबानी सिर्फ़ एक टूर्नामेंट आयोजित करने से कहीं बढ़कर है। यह फ़िलीपींस में पुरुष वॉलीबॉल को मजबूत करने के चल रहे प्रयासों का एक हिस्सा है। पारंपरिक रूप से महिला वॉलीबॉल को अधिक दृश्यता मिली है, लेकिन हाल के वर्षों में पुरुषों के खेल में रुचि बढ़ी है। स्थानीय आयोजन समिति का लक्ष्य इस आयोजन का उपयोग व्यापक विकास योजनाओं का समर्थन करने के लिए करना है, जिसमें भागीदारी बढ़ाना, राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में सुधार करना और अंतरराष्ट्रीय आयोजनों की मेजबानी की क्षमता बढ़ाना शामिल है। FIVB ने वॉलीबॉल एंपावरमेंट कार्यक्रम के तहत कुल $435,500 की वित्तीय सहायता प्रदान की है, जो इस विकास यात्रा में एक महत्वपूर्ण निवेश है। यह दिखाता है कि सिर्फ़ एक टीम नहीं, बल्कि पूरे खेल इकोसिस्टम को मजबूत करने पर ध्यान दिया जा रहा है।
एक राष्ट्र का सपना
घरेलू मैदान पर विश्व चैंपियनशिप की मेजबानी और उसमें पदार्पण करना फ़िलीपींस के लिए न केवल एक खेल आयोजन है, बल्कि एक राष्ट्रीय गौरव का क्षण है। यह वर्षों की कड़ी मेहनत, एक संपन्न वॉलीबॉल संस्कृति और भविष्य के लिए एक बड़े सपने का प्रतिबिंब है। टीम का लक्ष्य न केवल प्रतिस्पर्धा करना है, बल्कि पूरे देश के प्रशंसकों को प्रेरित करना भी है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या मेजबान होने का फायदा और एक अनुभवी कोच की रणनीति उन्हें पूल स्टेज से आगे ले जा पाती है। लेकिन एक बात निश्चित है: सितंबर 2025 में फ़िलीपींस वॉलीबॉल के इतिहास में अपना नाम सुनहरे अक्षरों में लिखने को तैयार है।