वॉलीबॉल के भविष्य को आकार देते एफआईवीबी के वैश्विक प्रशिक्षण कार्यक्रम: जून 2025 की एक व्यापक रिपोर्ट

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वॉलीबॉल, एक ऐसा खेल जो अपनी गति, सामंजस्य और रणनीति के लिए जाना जाता है, लगातार वैश्विक मंच पर अपनी पहुँच बढ़ा रहा है। इस विस्तार की नींव में कोचों की भूमिका सर्वोपरि है, क्योंकि वे ही खिलाड़ियों को तराशते हैं और खेल के सिद्धांतों को नई पीढ़ियों तक पहुँचाते हैं। अंतर्राष्ट्रीय वॉलीबॉल महासंघ (FIVB) इस बात को भली-भांति समझता है, और इसी दिशा में जून 2025 का महीना खेल जगत के लिए एक मील का पत्थर साबित हुआ। इस माह में, FIVB ने एक अभूतपूर्व पहल करते हुए, दुनिया के 14 देशों में 18 उच्च-स्तरीय कोच प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किए। ऐसा लगता है जैसे FIVB ने जून को `वैश्विक कोचिंग माह` घोषित कर दिया था, और दुनिया भर के कोचों ने इस निमंत्रण को सहर्ष स्वीकार किया।

वैश्विक पहुँच और व्यापकता

जून 2025 में आयोजित ये प्रशिक्षण कार्यक्रम केवल संख्यात्मक रूप से ही प्रभावशाली नहीं थे, बल्कि इनकी पहुँच और विविधता भी उल्लेखनीय थी। ये कार्यक्रम पाँच महाद्वीपीय परिसंघों – NORCECA, CAVB, CSV, CEV, और AVC – को कवर करते हुए, वॉलीबॉल के हर कोने तक पहुँचे। इन कार्यक्रमों में विभिन्न स्तरों के पाठ्यक्रम शामिल थे:

  • FIVB कोच कोर्स लेवल I: नए और उभरते कोचों के लिए बुनियादी सिद्धांतों पर ध्यान केंद्रित।
  • FIVB कोच कोर्स लेवल II: मध्यवर्ती स्तर के कोचों के लिए उन्नत तकनीकों और खेल प्रणालियों की गहरी समझ।
  • FIVB कोच कोर्स लेवल III: उच्च-प्रदर्शन कोचिंग के लिए विशेषज्ञ रणनीतियों और खिलाड़ी तैयारी पर केंद्रित।
  • FIVB बीच वॉलीबॉल कोच कोर्स: बीच वॉलीबॉल की विशिष्ट माँगों के अनुरूप विशेष प्रशिक्षण।

प्रत्येक पाठ्यक्रम का आयोजन संबंधित राष्ट्रीय महासंघों के साथ घनिष्ठ समन्वय में किया गया था, और इनमें से कई को ओलंपिक एकजुटता (Olympic Solidarity) से भी महत्वपूर्ण समर्थन मिला, जो खेल के विकास के प्रति वैश्विक प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

ज्ञान का आदान-प्रदान और कौशल का विकास

इन पाठ्यक्रमों का मूल उद्देश्य केवल सैद्धांतिक ज्ञान प्रदान करना नहीं था, बल्कि व्यावहारिक कौशल को भी सुदृढ़ करना था। FIVB द्वारा नियुक्त अनुभवी प्रशिक्षकों ने प्रतिभागियों को तकनीकी विकास, खेल प्रणालियों और एथलीटों की तैयारी जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर गहन निर्देश दिए। सत्रों में सैद्धांतिक व्याख्यान और कोर्ट पर व्यावहारिक अभ्यास का एक सामंजस्यपूर्ण मिश्रण था, जिससे कोचों को सीधे मैदान पर सीखे गए सिद्धांतों को लागू करने का अवसर मिला। यह वह बिंदु है जहां सिद्धांत और व्यवहार का संगम होता है, और एक कोच के लिए इससे बेहतर सीखने का तरीका और क्या हो सकता है?

कई पाठ्यक्रमों में प्रतिभागियों की संख्या पूरी थी, और यह देखना उत्साहजनक था कि कई महिला कोचों ने भी इनमें मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई। यह खेल में लैंगिक समानता और समावेशिता को बढ़ावा देने के FIVB के प्रयासों का प्रमाण है।

क्षेत्रीय प्रभाव: कुछ उल्लेखनीय उदाहरण

बीच वॉलीबॉल: सेंट किट्स और नेविस में लहरों पर सीखना

सेंट किट्स और नेविस में आयोजित बीच वॉलीबॉल कोर्स, ओलंपिक एकजुटता द्वारा समर्थित था। इसमें 26 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें नौ महिलाएँ भी शामिल थीं। प्रशिक्षक रिक बेविस के मार्गदर्शन में, इस कोर्स ने बीच वॉलीबॉल में अनुभव के विभिन्न स्तरों वाले एक विविध समूह का स्वागत किया। इस कोर्स का आयोजन एक एथलीट प्रशिक्षण शिविर और ECVA चैंपियनशिप के साथ किया गया था, जिससे कोचों को सीखे गए ज्ञान को वास्तविक प्रतिस्पर्धा माहौल में तुरंत लागू करने का अनूठा अवसर मिला। यह ठीक वैसे ही है जैसे किसी तैराक को पानी में कूदने से पहले ही तैराकी सिखा दी जाए!

अफ्रिका में वॉलीबॉल की बढ़ती लपटें

आइवरी कोस्ट के अबिदजान में आयोजित FIVB कोच कोर्स लेवल II में 34 उत्साही प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें सात महिलाएँ थीं। प्रशिक्षक समीर असम ने फ्रेंच भाषा में यह कोर्स संचालित किया और उम्मीदवारों के उच्च स्तर तथा उनके जुनून की प्रशंसा की। इसी तरह, इथियोपिया के अदिस अबाबा में लेवल II कोर्स ने 44 प्रतिभागियों को एक साथ लाया, जिनमें 12 महिला कोच शामिल थीं, जो अफ्रीका में महिला सशक्तिकरण की एक शानदार कहानी लिख रहा है। गाम्बिया में दो पाठ्यक्रम आयोजित किए गए, एक लेवल I वॉलीबॉल और दूसरा बीच वॉलीबॉल, जो जमीनी स्तर पर खेल को मजबूत करने के प्रयासों को रेखांकित करते हैं। मिस्राता, लीबिया और काहिरा, मिस्र में भी लेवल I कोर्स आयोजित किए गए, जहाँ वर्तमान और पूर्व राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ियों ने भी भाग लिया, जिससे सीखने के माहौल में एक अनूठी ऊर्जा और परिप्रेक्ष्य आया।

एशिया और यूरोप में कौशल विकास

सऊदी अरब के दम्माम में बीच वॉलीबॉल कोच कोर्स ने 34 प्रतिभागियों को आकर्षित किया, जिनमें पाँच महिलाएँ थीं, जो देश में खेल के बढ़ते अवसरों को दर्शाता है। यूरोप में, हंगरी ने बेकेस्काबा में दो कोर्स (लेवल I और लेवल II) आयोजित किए, जहाँ प्रशिक्षक लास्ज़लो होलोसी के नेतृत्व में कोचों ने अपने कौशल को निखारा। मोंटेनेग्रो के पोडगोरिका में आयोजित लेवल III कोर्स में दुनिया भर से 20 कोच एकत्र हुए, जिन्होंने उच्च-प्रदर्शन कोचिंग में उन्नत तरीकों का आदान-प्रदान किया। यह कार्यक्रम एक तरह से वॉलीबॉल के `मास्टर क्लास` जैसा था, जहाँ शीर्ष स्तरीय रणनीतियों पर चर्चा की गई।

उत्तरी अफ्रीका में ट्रिपल धमाका

ट्यूनीशिया जून में कोचिंग गतिविधियों का एक प्रमुख केंद्र था, जहाँ तीन अलग-अलग कोर्स आयोजित किए गए। दो लेवल I कोर्स, जिनमें कुल 82 प्रतिभागी (25 महिलाएँ) शामिल थीं, और एक लेवल II कोर्स, जिसमें 38 प्रतिभागी (सात महिलाएँ) थीं। यह ट्यूनीशियाई वॉलीबॉल फेडरेशन की अपने राष्ट्रीय कोचिंग आधार को मजबूत करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। एक नए FIVB प्रशिक्षक, अचराफ बेन सलेम, ने भी ट्यूनिस में अपने पहले असाइनमेंट को सफलतापूर्वक पूरा किया, जो नए प्रतिभाओं को भी अवसर मिलने का संकेत है।

आगे की राह: वॉलीबॉल का उज्ज्वल भविष्य

जून 2025 में FIVB द्वारा आयोजित इन 18 प्रशिक्षण कार्यक्रमों ने वैश्विक वॉलीबॉल समुदाय को एक नई ऊर्जा प्रदान की है। ये कोर्स केवल कौशल विकास तक ही सीमित नहीं थे, बल्कि इन्होंने विभिन्न संस्कृतियों और अनुभवों के बीच ज्ञान के आदान-प्रदान को भी बढ़ावा दिया। यह एक सतत प्रक्रिया है, जहाँ प्रत्येक प्रशिक्षित कोच न केवल अपने स्वयं के एथलीटों को बेहतर बनाता है, बल्कि अपने क्षेत्र में खेल के विकास में भी योगदान देता है।

इन पहलों के माध्यम से, FIVB यह सुनिश्चित कर रहा है कि वॉलीबॉल और बीच वॉलीबॉल का भविष्य न केवल प्रतिभाशाली खिलाड़ियों द्वारा, बल्कि विश्व स्तरीय, सुप्रशिक्षित कोचों द्वारा भी आकार ले। यह निवेश खेल की गुणवत्ता, पहुँच और लोकप्रियता को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जिससे वॉलीबॉल वास्तव में वैश्विक खेल बन सकेगा। अंततः, ये पाठ्यक्रम सिर्फ प्रशिक्षण नहीं थे; वे वॉलीबॉल के लिए एक वैश्विक `ब्रेन ट्रस्ट` का निर्माण कर रहे थे, जो खेल को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है।

धीरज मेहता

धीरज मेहता नई दिल्ली के एक खेल पत्रकार हैं जिन्हें बारह साल का अनुभव है। कबड्डी की स्थानीय प्रतियोगिताओं की कवरेज से शुरुआत करने वाले धीरज अब क्रिकेट, फुटबॉल और फील्ड हॉकी पर लिखते हैं। उनके लेख रणनीतिक विश्लेषण में गहराई से जाने के लिए जाने जाते हैं। वे एक साप्ताहिक खेल कॉलम लिखते हैं और लोकप्रिय खेल पोर्टल्स के साथ सक्रिय रूप से काम करते हैं।