मध्य एशिया का खेल जगत की नज़रों में, वॉलीबॉल के युवा सितारे चमकने को तैयार!
उज़्बेकिस्तान की जीवंत राजधानी ताशकंद, 25 जुलाई से 3 अगस्त, 2025 तक वॉलीबॉल प्रेमियों का नया मक्का बन चुकी है। यहाँ 19वीं FIVB वॉलीबॉल बॉयज़ U19 विश्व चैंपियनशिप का भव्य आयोजन हो रहा है। यह सिर्फ एक अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता नहीं, बल्कि वॉलीबॉल के “अगले बड़े नाम” ढूंढने का एक अभियान है, जहाँ दुनिया भर से आए युवा खिलाड़ी भविष्य के मंच पर अपनी छाप छोड़ने के लिए जी-जान लगा देंगे।
मेज़बान उज़्बेकिस्तान: एक ऐतिहासिक क्षण का साक्षी
इस चैंपियनशिप की सबसे खास बात निस्संदेह मेज़बान उज़्बेकिस्तान का पदार्पण है। यह पहली बार है जब यह मध्य एशियाई देश किसी वैश्विक वॉलीबॉल प्रतियोगिता की मेज़बानी कर रहा है, और साथ ही, उनकी अपनी अंडर-19 पुरुष टीम भी पहली बार विश्व चैंपियनशिप में कदम रख रही है। यह उज़्बेक वॉलीबॉल के लिए एक मील का पत्थर है, जो हाल के वर्षों में चुपचाप लेकिन लगातार प्रगति कर रहा है। अपनी घरेलू धरती पर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ियों का सामना करना, उन पर दबाव तो डालेगा, लेकिन यह उनके लिए सीखने और अनुभव प्राप्त करने का एक सुनहरा अवसर भी है। उम्मीद है कि घरेलू दर्शकों का समर्थन उन्हें अतिरिक्त प्रेरणा देगा!
रिकॉर्ड भागीदारी और `कोई भी मैच बोरिंग नहीं` का वादा
इस वर्ष की चैंपियनशिप में रिकॉर्ड 24 टीमें भाग ले रही हैं, जो वॉलीबॉल की बढ़ती वैश्विक पहुंच और लोकप्रियता का प्रमाण है। इन टीमों को छह-छह के चार पूलों में बांटा गया है, जिससे प्रारंभिक चरण में ही तीव्र प्रतिस्पर्धा का माहौल बन गया है। टूर्नामेंट का प्रारूप कुछ ऐसा है कि बोरियत का सवाल ही नहीं उठता:
- प्रारंभिक पूल चरण: सभी 24 टीमें अपने-अपने पूलों में राउंड-रॉबिन प्रारूप में खेलेंगी। यह एक शुरुआती फिल्टर है, जहाँ टीमें अपनी ताकत का अंदाज़ा लगाती हैं।
- नॉकआउट का रोमांच: प्रत्येक पूल से शीर्ष चार टीमें, कुल 16 टीमें, सीधे राउंड ऑफ़ 16 (आठवें फाइनल) में प्रवेश करेंगी। यहीं से असली `करो या मरो` का खेल शुरू होता है।
- आगे का सफर: राउंड ऑफ़ 16 के विजेता क्वार्टर फाइनल में जाएंगे, जबकि हारने वाली टीमें 9वें से 16वें स्थान के लिए प्लेऑफ में खेलेंगी। यह सुनिश्चित करता है कि हर टीम को अंत तक खेलने और अपनी रैंकिंग सुधारने का मौका मिले।
- अंतिम रैंकिंग: पूल में सबसे नीचे की दो टीमें (कुल 8) 17वें से 24वें स्थान के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगी। अंततः, 3 अगस्त को कांस्य और स्वर्ण पदक मैचों के साथ सभी 24 टीमों की अंतिम रैंकिंग तय की जाएगी।
यह प्रारूप हर दिन उच्च-दांव वाले मुकाबलों का वादा करता है, जहाँ एक भी ढीला क्षण भारी पड़ सकता है।
पहले दिन के मुख्य आकर्षण और प्रमुख पूल
टूर्नामेंट की शुरुआत 25 जुलाई को सुबह 11:00 बजे (स्थानीय समय) धमाकेदार तरीके से होगी, जिसमें एक साथ 12 मैच खेले जाएंगे। युनुस्सोबोड हॉल चार मैचों की मेज़बानी करेगा, जबकि स्पोर्ट यूनिवर्सिटी सेंटर अपने दो कोर्ट पर आठ मैचों का गवाह बनेगा।
पूल पर एक नज़र:
- पूल ए: इसमें मेज़बान उज़्बेकिस्तान का सामना तुर्की, बेल्जियम, अर्जेंटीना, प्यूर्टो रिको और पाकिस्तान से होगा। उज़्बेकिस्तान के लिए यह एक मुश्किल लेकिन रोमांचक शुरुआत है।
- पूल बी: इसमें पिछली बार पोडियम पर रही फ्रांस की टीम कनाडा, बुल्गारिया, जापान, चीन और अल्जीरिया के साथ है। फ्रांस अपने अभियान की शुरुआत कनाडा के खिलाफ करेगा।
- पूल सी: पिछली चैंपियनशिप में दमदार प्रदर्शन करने वाली ईरान की टीम इटली, मिस्र, ट्यूनीशिया, पोलैंड और स्पेन के साथ है। ईरान का पहला मुकाबला स्पेन से होगा।
- पूल डी: संयुक्त राज्य अमेरिका, कोरिया (एक और पोडियम फिनिशर), ब्राजील, कोलंबिया, क्यूबा और फिनलैंड का पूल है। कोरिया क्यूबा के खिलाफ खेलेगा।
इन पूलों में विभिन्न महाद्वीपों और वॉलीबॉल शैलियों का अनूठा मिश्रण है, जो खेल प्रेमियों के लिए एक शानदार दावत पेश करेगा।
वॉलीबॉल के उज्ज्वल भविष्य की राह
क्रोएशिया और सर्बिया में सफलतापूर्वक संपन्न हुए गर्ल्स U19 इवेंट के बाद, अब सारी निगाहें ताशकंद पर टिकी हैं। यह चैंपियनशिप सिर्फ मौजूदा चैंपियन को ताज पहनाने के बारे में नहीं है, बल्कि यह वॉलीबॉल के भविष्य का पोषण करने के बारे में भी है। यहाँ से कई ऐसे युवा खिलाड़ी उभरेंगे जो आने वाले वर्षों में ओलंपिक, विश्व चैंपियनशिप और अन्य प्रमुख अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपने देशों का गौरव बढ़ाएंगे। ताशकंद में होने वाली यह 11 दिवसीय गहन प्रतिस्पर्धा न केवल विजेताओं को सम्मान दिलाएगी, बल्कि उन सभी युवा एथलीटों को भी प्रेरित करेगी जो इस शानदार खेल में अपना करियर बनाना चाहते हैं।
तो, कौन सी टीम ताशकंद में वॉलीबॉल का युवा बादशाह बनेगी? क्या कोई नया चेहरा इस बार चौंकाएगा? इन सभी सवालों के जवाब हमें 3 अगस्त तक मिलेंगे। एक बात तो तय है: ताशकंद में वॉलीबॉल का बुखार चरम पर होगा, और हम एक अविस्मरणीय चैंपियनशिप के साक्षी बनेंगे।