हाल ही में डबलिन में संपन्न हुई SCA अंडर-19 बीच वॉलीबॉल चैंपियनशिप ने खेल जगत को एक रोमांचक संदेश दिया है। यह सिर्फ युवा खिलाड़ियों की प्रतिभा का प्रदर्शन नहीं था, बल्कि यह इस बात का स्पष्ट प्रमाण था कि सही दिशा में किया गया निवेश कैसे अप्रत्याशित सफलता की कहानियाँ गढ़ सकता है। इस चैंपियनशिप में आइसलैंड, स्कॉटलैंड और आयरलैंड के खिलाड़ियों ने पोडियम पर लगभग `स्वीप` कर लिया, और उनकी यह जीत FIVB के दूरदर्शी वॉलीबॉल एम्पावरमेंट कार्यक्रम की प्रत्यक्ष देन है।
एक अप्रत्याशित प्रभुत्व
डबलिन में हुए इस आयोजन में कुल मिलाकर नौ महिला और नौ पुरुष टीमें एंडोरा, फ़ैरो आइलैंड्स, आइसलैंड, आयरलैंड, उत्तरी आयरलैंड और स्कॉटलैंड से प्रतिस्पर्धा कर रही थीं। आमतौर पर, बीच वॉलीबॉल में बड़े और पारंपरिक रूप से मजबूत देशों का दबदबा देखा जाता है, लेकिन इस बार कुछ अलग ही नज़ारा था। छोटे यूरोपीय देशों ने अपनी छाप छोड़ी।
महिला वर्ग में, आइसलैंड की जोड़ी सोल्डिस सिगुर्पाल्सडॉटिर और हेलेना क्रिस्टजंसडॉटिर ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया। उन्होंने अपने सभी पाँच मैच जीते, जिसमें फाइनल में आयरलैंड की होली कैसिडी और एंजेला मुलकाही को 2-1 (21-10, 10-21, 15-6) से हराया। कांस्य पदक भी आइसलैंड की ही हेफ़्ना मारिनोसडॉटिर और ऑडर पेटर्सडॉटिर ने जीता, जिन्होंने फ़ैरो आइलैंड्स की ओस्ला जोहानसन और मारिया टेरेसा विटालिस को 2-0 से पराजित किया। आयरलैंड की टीम ने रजत जीतकर घरेलू दर्शकों को गर्व महसूस कराया।
पुरुष वर्ग में भी आइसलैंड का दबदबा कायम रहा। एमिल मार डियाटलोविक और अगुस्ट लियो सिगुर्फिनसन ने स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा। उन्होंने सेमीफाइनल में एक सेट गंवाने के बावजूद फाइनल में स्कॉटलैंड की फ्रेजर अमुनड्रुड और कैलेन मैकएलिस्टर को 2-0 (21-17, 21-11) से सीधे सेटों में मात दी। पुरुष वर्ग का पोडियम स्कॉटलैंड की टीमों से भरा रहा: फ्रेजर अमुनड्रुड और कैलेन मैकएलिस्टर ने रजत, जबकि आरोन गिलिस और गैब्रियल सीज़र ने कांस्य पदक जीता। स्कॉटलैंड की इन दोनों टीमों के बीच सेमीफाइनल मुकाबला भी काफी रोमांचक रहा था।
सफलता का सूत्र: FIVB वॉलीबॉल एम्पावरमेंट
इस शानदार प्रदर्शन के पीछे की असली कहानी FIVB वॉलीबॉल एम्पावरमेंट कार्यक्रम है। यह एक दूरगामी पहल है जिसका उद्देश्य दुनिया भर के देशों में वॉलीबॉल और बीच वॉलीबॉल के विकास को बढ़ावा देना है, विशेष रूप से उन देशों में जहाँ संसाधनों की कमी है। यह कार्यक्रम न केवल वित्तीय सहायता प्रदान करता है, बल्कि विशेषज्ञ कोच और उपकरण भी मुहैया कराता है।
- आइसलैंड: आइसलैंडिक वॉलीबॉल एसोसिएशन को FIVB वॉलीबॉल एम्पावरमेंट से कुल 94,500 अमेरिकी डॉलर की कोच सहायता मिली है, जो उनके राष्ट्रीय वॉलीबॉल और बीच वॉलीबॉल टीमों के लिए है। इसके अतिरिक्त, उन्हें 35,000 अमेरिकी डॉलर के वॉलीबॉल उपकरण और 6,000 अमेरिकी डॉलर के बीच वॉलीबॉल उपकरण भी मिले हैं। स्पेनिश कोच बोर्जा गोंज़ालेज़ की विशेषज्ञता का लाभ इन टीमों को मिला है। यह दिखाता है कि ठंडे आइसलैंड के खिलाड़ी भी अब रेतीले बीच पर गर्मजोशी से कमाल दिखा सकते हैं!
- स्कॉटलैंड: स्कॉटिश वॉलीबॉल एसोसिएशन को अब तक 126,000 अमेरिकी डॉलर की कोच सहायता मिल चुकी है, जो उनके राष्ट्रीय बीच वॉलीबॉल टीमों के लिए है। न्यूजीलैंड की राचेल गन और सीन कुक के मार्गदर्शन में उनकी टीमें प्रशिक्षण ले रही हैं। स्कॉटलैंड को कोच विकास कार्यक्रम के लिए भी 6,000 अमेरिकी डॉलर आवंटित किए गए हैं।
- आयरलैंड: वॉलीबॉल एसोसिएशन ऑफ़ आयरलैंड को अपनी राष्ट्रीय बीच वॉलीबॉल टीमों के लिए 85,500 अमेरिकी डॉलर की कोच सहायता और बीच वॉलीबॉल राष्ट्रीय टीम कोच विकास कार्यक्रमों के लिए 12,000 अमेरिकी डॉलर प्राप्त हुए हैं। उनकी जोड़ियों को मेलिसा कपल्स कोचिंग दे रही हैं।
निवेश का प्रतिफल: एक उज्जवल भविष्य
यह चैंपियनशिप इस बात का जीता-जागता उदाहरण है कि कैसे खेल में रणनीतिक निवेश, विशेषकर युवा प्रतिभाओं के विकास में, असाधारण परिणाम दे सकता है। आइसलैंड, स्कॉटलैंड और आयरलैंड जैसे देशों ने दिखाया है कि आकार या पारंपरिक खेल इतिहास मायने नहीं रखता, जब दृढ़ संकल्प और सही समर्थन मौजूद हो। यह सफलता केवल इन टीमों के लिए ही नहीं, बल्कि वैश्विक वॉलीबॉल समुदाय के लिए एक प्रेरणा है।
यह जीत सिर्फ पदकों की चमक नहीं है, बल्कि यह इस बात का प्रमाण है कि सही मार्गदर्शन और समर्थन से छोटे राष्ट्र भी वैश्विक खेल मंच पर अपनी पहचान बना सकते हैं।
FIVB वॉलीबॉल एम्पावरमेंट कार्यक्रम ने इन देशों को न केवल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनने में मदद की है, बल्कि उनके भीतर खेल संस्कृति को भी मजबूत किया है। यह भविष्य के लिए एक मजबूत नींव तैयार करता है, जहाँ अधिक से अधिक युवा खिलाड़ी इस खेल से जुड़ेंगे और इसे अपनाएंगे। डबलिन की यह जीत केवल एक अध्याय है, और निश्चित रूप से, हम इन सशक्तिकृत राष्ट्रों से आने वाले समय में और भी कई शानदार प्रदर्शनों की उम्मीद कर सकते हैं। खेल के विकास की यह यात्रा वास्तव में रोमांचक है!