स्लोवेनियाई पुरुष वॉलीबॉल टीम, जो हाल के वर्षों में एक उभरती हुई शक्ति के रूप में सामने आई है, अब अपने सबसे बड़े सपने को पूरा करने की दहलीज पर खड़ी है। फिलीपींस में 12 से 28 सितंबर तक होने वाली FIVB वॉलीबॉल पुरुष विश्व चैंपियनशिप में, उनका लक्ष्य सिर्फ भाग लेना नहीं, बल्कि पोडियम पर जगह बनाना है – एक ऐसा मुकाम, जिसके लिए उन्होंने वर्षों तक पसीना बहाया है।
एक दशक की यात्रा: पहचान से पावरहाउस तक
स्लोवेनिया ने 2018 में विश्व चैंपियनशिप में अपनी पहली उपस्थिति दर्ज की थी, जहाँ वे 12वें स्थान पर रहे। यह एक शुरुआत थी। लेकिन 2022 में उन्होंने सबको चौंका दिया, जब वे सेमीफाइनल तक पहुँचे, जहाँ उन्हें अंततः चैंपियन बनी इटली से हार मिली। कांस्य पदक मैच में ब्राजील से 3-1 से हारने के बावजूद, उस अभियान ने कोच घेओर्गे क्रेतु के नेतृत्व में स्लोवेनिया को खेल की बढ़ती हुई शक्तियों में से एक के रूप में स्थापित कर दिया। यह सिर्फ एक संयोग नहीं था, बल्कि वर्षों की कड़ी मेहनत और रणनीतिक निवेश का परिणाम था।
इस अभूतपूर्व उत्थान का श्रेय 2019 में FIVB वॉलीबॉल एम्पावरमेंट कार्यक्रम से जुड़ने को भी जाता है। इस कार्यक्रम के तहत स्लोवेनिया को 1.278 मिलियन स्विस फ्रैंक का समर्थन मिला है, जिसने दीर्घकालिक कोचिंग परियोजनाओं, एथलीट विकास पहलों और प्रदर्शन वातावरण में सुधार के लिए धन उपलब्ध कराया है। इस सतत समर्थन ने ही उन्हें पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों के लिए पहली बार क्वालीफाई करने में मदद की, जहाँ वे पांचवें स्थान पर रहे, और वॉलीबॉल नेशंस लीग (VNL) में एक लगातार बेहतर प्रदर्शन करने वाली टीम बना दिया। 2021 में VNL में शामिल होने के बाद से, उन्होंने 2021, 2024 और 2025 में सेमीफाइनल तक का सफर तय किया और 2023 में शीर्ष आठ में जगह बनाई।
नई कमान, वही लक्ष्य: फैबियो सोली का आगमन
अक्सर कहा जाता है कि जब कोई टीम बड़ी उम्मीदें पालती है, तो उसे एक `इतालवी` कोच की ज़रूरत होती है जो उसे अनुशासन और रणनीति के साथ अगले स्तर पर ले जा सके। स्लोवेनिया ने भी इस मंत्र को अपनाया है, और उनके नए हेड कोच फैबियो सोली से यही उम्मीदें हैं। 2025 VNL, फैबियो सोली के लिए राष्ट्रीय टीम के साथ पहला बड़ा असाइनमेंट था, और उन्होंने घेओर्गे क्रेतु द्वारा स्थापित नींव पर ही अपना काम शुरू किया।
सोली के नेतृत्व में, स्लोवेनिया ने क्वार्टरफाइनल में ओलंपिक चैंपियन फ्रांस को 3-1 से हराकर एक बड़ा उलटफेर किया, हालांकि सेमीफाइनल में उन्हें इटली से उसी स्कोर से हार का सामना करना पड़ा और अंततः वे चौथे स्थान पर रहे। कांस्य पदक मैच में ब्राजील से 3-1 की हार के बावजूद, सोली ने अपने पहले VNL अभियान से कई सकारात्मक बातें सीखीं। इटालियन सीरी ए1 खिताब और सीईवी चैंपियंस लीग में स्वर्ण पदक जैसी क्लब स्तर की उनकी अंतरराष्ट्रीय सफलताओं पर स्लोवेनिया को भरोसा है कि वह उनकी टीम को बड़ी प्रतियोगिताओं में सिर्फ `करीब` आने की बजाय पोडियम तक पहुँचाने में मदद करेंगे। क्या इस बार इतालवी जादू काम करेगा? यह तो फिलीपींस में ही पता चलेगा।
विश्व चैंपियनशिप में चुनौतियां और संभावनाएं
विश्व चैंपियनशिप में, स्लोवेनिया को पूल ई में जर्मनी, बुल्गारिया और चिली के साथ रखा गया है। उनका अभियान 13 सितंबर को चिली के खिलाफ शुरू होगा, 15 सितंबर को बुल्गारिया का सामना करेंगे और पूल चरण का समापन 17 सितंबर को जर्मनी के खिलाफ मैच के साथ करेंगे। सभी मैच मनीला के एसएम मॉल ऑफ एशिया एरिना में खेले जाएंगे।
FIVB विश्व रैंकिंग में सातवें स्थान पर काबिज स्लोवेनिया, जिन्होंने 2023 CEV यूरोपीय चैंपियनशिप में कांस्य पदक विजेता के रूप में क्वालीफाई किया था, अपने समूह में पसंदीदा हैं। हालांकि, सोली बुल्गारिया से सावधान रहेंगे, जिन्होंने उन्हें VNL 2025 में 3-1 से हराया था, और अप्रत्याशित जर्मनी से भी, जो रैंकिंग में उनसे सिर्फ एक स्थान नीचे है। यह पूल उनके लिए किसी लिटमस टेस्ट से कम नहीं होगा।
अनुभव और युवा जोश का संगम
फिलीपींस में पदक जीतने के लिए अनुभव महत्वपूर्ण होगा, और सोली ने इस बात को समझते हुए लंबे समय से सेवा दे रहे कप्तान टाइन उरनाउट और क्लेमेन सेबुल्ज को वापस बुलाया है, जिन्हें उन्होंने VNL 2025 टीम से बाहर रखा था। यह एक स्पष्ट संदेश है कि बड़े मंच पर दिग्गजों की ज़रूरत होती है।
एक और अनुभवी खिलाड़ी जो वापसी कर रहे हैं, वे 36 वर्षीय ग्रेगोर रोप्रेट हैं, जिनसे VNL में प्रभावशाली प्रदर्शन करने वाले उरोस प्लानिन्सिक के साथ सेटिंग की जिम्मेदारियां साझा करने की उम्मीद है। जान कोज़ामेर्निक VNL 2025 की ड्रीम टीम में शामिल होने वाले एकमात्र स्लोवेनियाई खिलाड़ी थे, और सोली उम्मीद करेंगे कि 204 सेंटीमीटर का यह मिडल ब्लॉकर विश्व चैंपियनशिप में भी वही फॉर्म जारी रखेगा।
आक्रमण की कमान टोनसेक स्टर्न और उभरती हुई प्रतिभा निक मुजानोविक संभालेंगे, जबकि ज़िगा स्टर्न और लिबरो जानी कोवाचिक रिसेप्शन और डिफेंस को मजबूत करेंगे। यह टीम सोली को विश्व चैंपियनशिप के पोडियम पर अंततः जगह बनाने में सक्षम लगती है।
स्लोवेनियाई वॉलीबॉल टीम ने एक लंबा सफर तय किया है, और अब वे अपनी मेहनत का मीठा फल चखने के लिए तैयार हैं। अनुभव, युवा प्रतिभा, रणनीतिक कोचिंग और एक मजबूत बैकग्राउंड के साथ, फिलीपींस में इतिहास रचने का उनका सपना अब पहले से कहीं ज़्यादा करीब लग रहा है। क्या वे इस बार `करीब` की कहानी को `पोडियम` की हकीकत में बदल पाएंगे? यह देखना दिलचस्प होगा। वॉलीबॉल प्रशंसकों की निगाहें निश्चित रूप से इस छोटे से लेकिन दृढ़ देश पर होंगी, जो दुनिया को यह दिखाने के लिए तैयार है कि वे अब सिर्फ एक `उभरती हुई` शक्ति नहीं, बल्कि एक `स्थापित` पावरहाउस हैं।