अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों में भाग लेने वाले एथलीट अक्सर चमक-दमक और उच्च जीवनशैली के आदी होते हैं। लेकिन कभी-कभी, एक छोटी सी चूक या एक गलत फैसला उनके लिए भारी पड़ सकता है, खासकर जब वे ऐसे देश में हों जहाँ कानून और व्यवस्था को लेकर कोई समझौता नहीं होता। इतालवी तैराक बेनेडेटा पिलाटो और चियारा टारनटिनो के साथ सिंगापुर में जो हुआ, वह ऐसी ही एक कहानी है – एक `सुगंधित` दुस्साहस, जिसने उन्हें अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में ला दिया और उन्हें एक अनमोल सबक सिखाया।

इतालवी तैराक बेनेडेटा पिलाटो और चियारा टारनटिनो, जिनकी सिंगापुर में गिरफ्तारी ने सुर्खियां बटोरीं।
एक ग्लैमरस यात्रा का अप्रत्याशित अंत
विश्व चैंपियनशिप के बाद, इटली की चार तैराकों – बेनेडेटा पिलाटो, चियारा टारनटिनो, अनीता बोटाज़ो और सोफिया मोरिनी – की बाली में छुट्टियां बिताने के बाद सिंगापुर से इटली लौटने की योजना थी। सब कुछ सामान्य लग रहा था, जब तक वे सिंगापुर हवाई अड्डे के ड्यूटी-फ्री क्षेत्र में नहीं पहुँचे। यह वही जगह थी जहाँ उनकी यात्रा एक अप्रत्याशित और नाटकीय मोड़ लेगी, जिससे उनकी अंतरराष्ट्रीय छवि और करियर दोनों पर सवाल खड़े हो गए।
सीसीटीवी की पैनी नज़र और कानून का शिकंजा
घटना अगस्त के मध्य की है। हवाई अड्डे के ड्यूटी-फ्री स्टोर में लगे सीसीटीवी कैमरों ने एक ऐसी हरकत को रिकॉर्ड कर लिया, जिसने इन युवा एथलीटों के जीवन में भूचाल ला दिया। फुटेज में साफ दिखा कि चियारा टारनटिनो ने तीन परफ्यूम की बोतलें उठाईं और उन्हें बिना भुगतान किए बेनेडेटा पिलाटो के बैग में रख दिया। शायद उन्हें लगा कि कोई देख नहीं रहा, या शायद उन्होंने सिंगापुर के सख्त कानूनों को कम करके आंका। लेकिन सिंगापुर में, कानून की आँखें चौबीसों घंटे खुली रहती हैं, और कोई भी अपराध, चाहे वह कितना भी छोटा क्यों न हो, अनदेखा नहीं किया जाता।
जैसे ही वे इटली के लिए उड़ान भरने वाले गेट पर पहुँचीं, पुलिस अधिकारी वहाँ पहुँच गए। यह कोई सामान्य जाँच नहीं थी। दोनों तैराकों को गिरफ्तार कर लिया गया, और सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि उन्हें हथकड़ियाँ पहनाई गईं। अनीता बोटाज़ो, जो पास ही बैठी थीं, को भी तलाशी का सामना करना पड़ा और उन्हें अपने कपड़े उतारने के लिए कहा गया – एक ऐसी घटना जो उनके लिए किसी सदमे से कम नहीं थी, जबकि उनका इस चोरी से कोई लेना-देना नहीं था।

सिंगापुर में कानून का उल्लंघन करने वालों के लिए कोई रियायत नहीं होती।
अनिद्रा की गोली या ड्रग्स? एक और गलतफहमी
जाँच के दौरान, पुलिस को तैराकों के हैंडबैग में जेट लैग की कुछ गोलियाँ मिलीं। सिंगापुर, अपने कड़े ड्रग कानूनों के लिए जाना जाता है, जहाँ मामूली ड्रग अपराध के लिए भी कठोर दंड का प्रावधान है। पुलिस को तुरंत संदेह हुआ कि ये मादक पदार्थ हो सकते हैं। एक पल के लिए ऐसा लगा कि परफ्यूम की चोरी के साथ-साथ अब उन्हें ड्रग्स रखने के आरोप का भी सामना करना पड़ सकता है। कल्पना कीजिए, एक सामान्य अनिद्रा की गोली, जो लंबी उड़ान के बाद थकान मिटाने के लिए ली जाती है, आपको दुनिया के सबसे सख्त ड्रग कानूनों वाले देश में फँसा सकती है। सौभाग्य से, यह एक गलतफहमी साबित हुई और तैराक अधिकारियों को समझाने में सफल रहे कि ये केवल अनिद्रा की दवाएं थीं। लेकिन इस छोटे से पल ने भी दिखाया कि सिंगापुर में मामूली सी चीज़ भी कितनी गंभीर स्थिति पैदा कर सकती है।
अस्पताल नहीं, `होटल-जेल` में एक रात
गलतफहमी दूर होने के बाद भी, पिलाटो और टारनटिनो को राहत नहीं मिली। उन्हें टर्मिनल से हथकड़ी लगाकर पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहाँ उन्होंने पूरी रात बिताई। अगली सुबह, उन्हें एक होटल में स्थानांतरित कर दिया गया, जिसे पत्रकार एक प्रकार का `होटल-जेल` बता रहे हैं। उन्हें वहाँ से बाहर निकलने की अनुमति नहीं थी और उनके पासपोर्ट जब्त कर लिए गए थे, जब तक कि एक न्यायाधीश उनके भाग्य का फैसला नहीं कर लेता। यह उन एथलीटों के लिए एक असहज और अपमानजनक अनुभव था जो आमतौर पर आलीशान होटलों और सम्मान के आदी होते हैं। यह स्थिति उन सभी के लिए एक कड़वी याद दिलाती है जो यह मानते हैं कि उनके `सेलेब्रिटी` स्टेटस उन्हें स्थानीय कानूनों से ऊपर रखता है।
राजनयिक हस्तक्षेप और एक न्यायाधीश की चेतावनी
यह इटालियन दूतावास का तत्काल हस्तक्षेप था जिसने स्थिति को और बिगड़ने से रोका। इटली के राजदूत दांते ब्रांडी, जो स्वयं पूर्व वाटर पोलो खिलाड़ी थे और तैराकों को जानते थे, ने मामले को संभाला। दूतावास के नंबर 2, फैबियो कोंटे, ने सीधे हस्तक्षेप किया, जिससे तैराकों को पुलिस हिरासत से रिहा कराया जा सका। सिंगापुर के अधिकारियों ने चोरी किए गए सामान के मामूली मूल्य को स्वीकार किया (तीन परफ्यूम की बोतलें) और तैराकों द्वारा दी गई स्पष्टीकरण की सराहना की। लंबी और तनावपूर्ण प्रतीक्षा के बाद, 19 अगस्त को, एक न्यायाधीश ने उन्हें केवल एक औपचारिक चेतावनी देकर रिहा कर दिया। यह एक राहत की सांस थी, लेकिन इस घटना के निशान गहरे थे और इसने इन युवा महिलाओं पर गहरा मनोवैज्ञानिक प्रभाव डाला।

अनीता बोटाज़ो को इस घटना के कारण अमेरिका लौटने के लिए महंगा नया टिकट खरीदना पड़ा।
व्यक्तिगत जिम्मेदारी और करियर पर प्रभाव
यह घटना सिर्फ एक `छोटा` अपराध नहीं था; यह व्यक्तिगत जिम्मेदारी, सार्वजनिक छवि और एक एथलीट के भविष्य से जुड़ा एक जटिल मुद्दा बन गया। बेनेडेटा पिलाटो ने सार्वजनिक रूप से खुद को इस घटना से दूर कर लिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, “अपने अनजाने में, मैं एक अप्रिय घटना में अप्रत्यक्ष रूप से शामिल हो गई। मेरा कभी भी कोई अनुचित कार्य करने का इरादा नहीं था, और जो मुझे जानते हैं, वे जानते हैं कि मैं खेल के मूल्यों, निष्पक्षता और व्यक्तिगत ईमानदारी को कितना महत्व देती हूं।” यह बयान उनके प्रायोजकों के साथ उनके महत्वपूर्ण संबंधों और अपनी प्रतिष्ठा की रक्षा करने की उनकी इच्छा को दर्शाता है।
चियारा टारनटिनो के लिए, जो इटली के सैन्य समूह `Fiamme Gialle` से जुड़ी हुई हैं, यह मामला और भी गंभीर हो सकता है। यद्यपि न्यायाधीश की चेतावनी एक सजा नहीं है, फिर भी उन्हें अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। उनका करियर, खासकर सैन्य खेल समूह में, दांव पर लग सकता है। कमांडर गैब्रियल डि पाओलो ने संकेत दिया है कि कोई तत्काल निर्णय नहीं लिया जाएगा, लेकिन इस घटना निश्चित रूप से उनके भविष्य पर असर डालेगी।
अंतरराष्ट्रीय यात्रा का सबक
यह घटना अंतरराष्ट्रीय यात्रा करने वाले हर व्यक्ति के लिए एक महत्वपूर्ण सबक है: जिस देश में आप हैं, वहाँ के कानूनों का सम्मान करें, चाहे वे कितने भी कड़े क्यों न लगें। सिंगापुर जैसे देशों में, जहाँ छोटी से छोटी चोरी या गलतफहमी भी गंभीर कानूनी परिणाम दे सकती है, सतर्कता और जागरूकता सर्वोपरि है। यह सिर्फ एथलीटों के लिए नहीं, बल्कि किसी भी यात्री के लिए एक अनुस्मारक है कि घर से दूर, नियम अलग हो सकते हैं, और `थोड़ी सी मस्ती` बहुत महंगी पड़ सकती है। इस `सुगंधित` रहस्य ने इन तैराकों को भले ही जेल की सलाखों के पीछे नहीं भेजा, लेकिन इसने उन्हें और पूरे खेल जगत को एक कड़वा और शायद बहुत ज़रूरी सबक ज़रूर सिखाया है, कि दुनिया में हर जगह घर जैसे नियम लागू नहीं होते।