शतरंज के महारथी व्लास्टिमिल हॉर्ट: एक विरासत, एक नया अध्याय – प्राग में पहला रैपिड मेमोरियल टूर्नामेंट

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शतरंज की दुनिया में कुछ नाम ऐसे होते हैं जो समय की रेत पर अपनी अमिट छाप छोड़ जाते हैं। ग्रैंडमास्टर व्लास्टिमिल हॉर्ट उन्हीं में से एक थे। अपनी चालों और करिश्माई व्यक्तित्व से लाखों लोगों को मंत्रमुग्ध करने वाले इस दिग्गज खिलाड़ी की स्मृति को जीवित रखने और उनके असाधारण योगदान का सम्मान करने के लिए, चेक गणराज्य की राजधानी प्राग में एक विशेष आयोजन हुआ – पहला रैपिड मेमोरियल टूर्नामेंट। यह केवल एक शतरंज प्रतियोगिता नहीं थी, बल्कि एक महान आत्मा को भावभीनी श्रद्धांजलि थी।

एक पसंदीदा ठिकाना, एक भावनात्मक मिलन

28 सितंबर 2025, रविवार को, प्राग के प्रसिद्ध होटल डॉन जियोवानी में यह ऐतिहासिक घटनाक्रम सामने आया। इस होटल का चुनाव कोई संयोग नहीं था; यह व्लास्टिमिल हॉर्ट के पसंदीदा स्थानों में से एक था, जो इस आयोजन को और भी अधिक व्यक्तिगत और मार्मिक बना रहा था। उद्घाटन समारोह में उनकी धर्मपत्नी, ब्रिजिट हॉर्ट, ने अपनी भावनाओं को साझा करते हुए बताया कि उन्होंने व्लास्टिमिल के साथ ‘37 अद्भुत वर्ष’ बिताए थे। खिलाड़ियों और मेहमानों की बड़ी संख्या देखकर वे भावुक हो गईं और सभी का धन्यवाद किया। उनके पुत्र डैनियल हॉर्ट की गरिमामय उपस्थिति ने भी इस अवसर की महत्ता को और बढ़ा दिया। यह पल दर्शाता था कि हॉर्ट का परिवार और पूरा शतरंज समुदाय उन्हें कितना याद करता है और सम्मान देता है।

शतरंज की बिसात पर सम्मान और प्रतिस्पर्धा

इस यादगार दिन में कुल 95 उत्साही शतरंज खिलाड़ियों ने भाग लिया, जो व्लास्टिमिल हॉर्ट की स्मृतियों से ओत-प्रोत था। 2×15 मिनट + प्रति चाल 10 सेकंड के रैपिड शतरंज प्रारूप में खेले गए 7 रोमांचक राउंड्स में, खिलाड़ियों ने अपनी रणनीति और कौशल का बेजोड़ प्रदर्शन किया। हर चाल में जीत की ललक साफ दिख रही थी, लेकिन साथ ही एक महान आत्मा के प्रति सम्मान का भाव भी स्पष्ट था।

नए चैंपियन का उदय और विरासत का सम्मान

अंततः, इस पहले स्मारक टूर्नामेंट के विजेता के रूप में FM गुस्ताव ब्रेज्निक उभरे, जिन्होंने 6.5 अंकों के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया। दूसरे स्थान पर IM पावेल चेख (6 अंक) और तीसरे स्थान पर पावेल पोस्टुपा (5.5 अंक) रहे। ब्रिजिट हॉर्ट ने स्वयं विजेताओं को नकद पुरस्कार प्रदान किए, जो इस क्षण को और भी यादगार बना गया। इसके अलावा, 30 से अधिक खिलाड़ियों को व्लास्टिमिल हॉर्ट की पुस्तक “माई चेस स्टोरीज” की प्रतियां भी भेंट की गईं। यह पुस्तक केवल एक पुरस्कार नहीं थी, बल्कि एक महान खिलाड़ी के अनुभवों और विचारों का एक अनमोल हिस्सा था, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा।

श्रेणीवार विजेता:

  • 70 से अधिक आयु वर्ग: IM जोसेफ प्रिब्यल
  • 60 से अधिक आयु वर्ग: मिरोस्लाव मुरोन
  • सर्वश्रेष्ठ महिला खिलाड़ी: WIM ओलेना ज़ेम्लिचकोवा
  • अंडर-15 वर्ग: बोरिस पोगोरेल्स्की

यह सूची दर्शाती है कि व्लास्टिमिल हॉर्ट का प्रभाव हर उम्र और लिंग के खिलाड़ियों पर था, और यह टूर्नामेंट सभी स्तरों के खिलाड़ियों के लिए एक मंच प्रदान कर रहा है।

चेक इन होटल्स के मालिक जारोस्लाव स्वोबोडा ने इस टूर्नामेंट को एक वार्षिक परंपरा बनाने का संकल्प लिया है। उनका मानना है कि यह आयोजन हर साल सितंबर के अंतिम रविवार को होगा और देश-विदेश में सफलता हासिल करेगा। उन्होंने आत्मविश्वास से कहा, “व्लास्टिमिल को हम पर गर्व होता।” यह कथन केवल शब्दों का खेल नहीं, बल्कि एक अटल विश्वास था कि हॉर्ट की विरासत शतरंज प्रेमियों के दिलों में हमेशा जीवित रहेगी।

एक किंवदंती की अमर गाथा

व्लास्टिमिल हॉर्ट, जिन्हें 1965 में ग्रैंडमास्टर का प्रतिष्ठित खिताब मिला, अपने समय के सबसे प्रतिभाशाली और करिश्माई खिलाड़ियों में से एक थे। वे न केवल एक उत्कृष्ट रणनीतिकार थे, बल्कि एक शानदार व्यक्तित्व भी, जिनकी कहानियाँ और किस्से शतरंज समुदाय में आज भी सुनाए जाते हैं। चेकोस्लोवाक चैंपियन से लेकर जर्मन चैंपियन तक, और कई महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंटों में उनकी जीत ने उन्हें एक वैश्विक पहचान दिलाई। 1970 में `रेस्ट ऑफ द वर्ल्ड` बनाम सोवियत संघ के ऐतिहासिक मैच में लेव पोलुगेव्स्की को हराना, और 1977 में अपनी सर्वश्रेष्ठ विश्व रैंकिंग (छठा स्थान) हासिल करना, उनके करियर के कुछ सुनहरे पलों में से थे। यह टूर्नामेंट उनकी यात्रा, उनके संघर्षों और उनकी अद्वितीय प्रतिभा का सम्मान करता है।

प्राग में आयोजित यह पहला व्लास्टिमिल हॉर्ट रैपिड मेमोरियल टूर्नामेंट, केवल एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि एक महान आत्मा की स्मृति को समर्पित एक जीवंत उत्सव था। यह शतरंज समुदाय की उस अनूठी क्षमता को दर्शाता है, जहाँ हम अपने नायकों को केवल उनके खेल के लिए नहीं, बल्कि उनके द्वारा छोड़ी गई विरासत और प्रेरणा के लिए भी याद करते हैं। शतरंज की बिसात पर बिछी हर नई चाल के साथ, व्लास्टिमिल हॉर्ट का नाम गूंजता रहेगा, और उनकी कहानी नई पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। यह उम्मीद की जाती है कि यह टूर्नामेंट शतरंज कैलेंडर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनेगा और आने वाले दशकों तक ग्रैंडमास्टर हॉर्ट की स्मृति को सम्मान देता रहेगा।

धीरज मेहता

धीरज मेहता नई दिल्ली के एक खेल पत्रकार हैं जिन्हें बारह साल का अनुभव है। कबड्डी की स्थानीय प्रतियोगिताओं की कवरेज से शुरुआत करने वाले धीरज अब क्रिकेट, फुटबॉल और फील्ड हॉकी पर लिखते हैं। उनके लेख रणनीतिक विश्लेषण में गहराई से जाने के लिए जाने जाते हैं। वे एक साप्ताहिक खेल कॉलम लिखते हैं और लोकप्रिय खेल पोर्टल्स के साथ सक्रिय रूप से काम करते हैं।