
मिलान, इटली – फुटबॉल जगत में `नए सितारे` का उदय और `नई रणनीति` का बोलबाला, ऐसा ही कुछ शनिवार रात सैन सिरो के मैदान पर देखने को मिला, जहाँ इंटर मिलान ने क्रेमोनीज़ को 4-1 से मात दी। यह मुकाबला सिर्फ एक जीत नहीं था, बल्कि इंटर के लिए एक स्पष्ट संदेश था कि कोच शिवू के नेतृत्व में टीम अब एक नई दिशा में आगे बढ़ रही है। इस मैच के असली नायक रहे एज योआन बोनी, जिन्होंने एक गोल और तीन असिस्ट के साथ मैदान पर धमाल मचा दिया। थुरम के `वाइस` कहे जाने वाले बोनी ने अपने पहले ही स्टार्ट में सैन सिरो के दर्शकों का दिल जीत लिया।
बोनी का बेमिसाल प्रदर्शन: जब एक `वाइस` ने सारी सुर्खियाँ बटोरीं
इंटर मिलान के आक्रमण की धार इस सीजन में काफी पैनी दिख रही है, और इसका एक बड़ा श्रेय एज योआन बोनी को जाता है। क्रेमोनीज़ के खिलाफ उनका प्रदर्शन वाकई शानदार था। एक ऐसा खिलाड़ी जिसने अपने पहले ही शुरुआती मैच में एक गोल दागा और तीन अन्य गोलों में मदद की, वह किसी भी टीम के लिए एक `खजाना` साबित हो सकता है। इंटर के पुर्तगाली समर्थकों के लिए `बोला` का मतलब `फुटबॉल` होता है, और बोनी ने सांत्वना देने वाली बरसात और कोहरे के बीच उस `बोला` को बेहतरीन तरीके से खेला। उनके प्रदर्शन ने यह साफ कर दिया कि इंटर, जिसने अपने पूर्ववर्ती कोच इंज़ागी के `समुद्र` को पीछे छोड़ दिया है, अब नई लहरों पर सवार होकर आगे बढ़ रही है।
शिवू की रणनीति का जादू: आक्रामक और प्रभावी
इंटर की यह शानदार जीत कोच शिवू की आक्रामक और सटीक रणनीति का परिणाम थी। हाई प्रेसिंग, आक्रामक खेल और सीधे-सीधे गोल की तरफ बढ़ने की कला, यही शिवू का मंत्र है। मैच के शुरुआती तीस सेकंड में ही फ्रात्तेसी ने डिमार्को के क्रॉस को बेकार कर दिया था, लेकिन छठे मिनट में इंटर ने इस फिलॉसफी को साकार कर दिखाया। सानारिया से गेंद छीनकर बारेला ने बोनी को एक शानदार पास दिया, जिसके बाद लाउटारो ने आसानी से अपना पांचवां सीजन गोल दागा। यह इंटर की आक्रामक शैली का एक बेहतरीन उदाहरण था। बोनी के 38वें मिनट में डिमार्को के असिस्ट पर किए गए हेडर ने स्कोर को 2-0 कर दिया, जो डिमार्को का लगातार दूसरा असिस्ट था। यह सब बास्टोनी के बाईं ओर से आक्रमण करने और डिमार्को को फ्लोरियनो मुसोलिनी से बचने में मदद करने से संभव हुआ, जिससे डिमार्को को क्रॉस करने का पर्याप्त अवसर मिला। यह सब शिवू के `स्थान के उपयोग` के सिद्धांत को दर्शाता है।
“मजबूत बायां छोर”: जहाँ से टूटती है हर दीवार
इंटर के खेल का एक और मुख्य स्तंभ उनका `मजबूत बायां छोर` है। हॉलीवुड फिल्म “द टेस्ट ऑफ़ विक्ट्री” में डेंज़ेल वाशिंगटन की टीम का नारा था, “बायां छोर, मजबूत छोर।” इंटर के लिए भी यही बात सच है। लाउटारो, पायो, मिख़ितारयान जैसे खिलाड़ियों के साथ इंटर का बायां किनारा इतना मजबूत है कि वहीं से टीम को अपने बाकी दो गोल भी मिले। डिमार्को ने बोनी की मदद से बाहर से एक शानदार बाएं पैर का शॉट मारकर सिल्वेस्ट्री को मात दी (55वें मिनट में), और फिर बारेला ने भी फ्रांसीसी खिलाड़ी के एक और असिस्ट पर गोल दागा (57वें मिनट में)। यह दिखाता है कि जब भी दबाव बनाना होता है, इंटर अपने बाएं छोर का भरपूर इस्तेमाल करता है। अगर क्रेमोनीज़ के गोलकीपर सिल्वेस्ट्री इतने अच्छे न होते, तो इंटर कम से कम तीन और गोल कर सकता था।
एक छोटी सी चूक और क्रेमोनीज़ का सम्मान
हालांकि, इंटर के लगभग बेदाग प्रदर्शन में एक छोटा सा दाग भी लगा। मैच के अंतिम पलों में क्रेमोनीज़ के लिए सांत्वना गोल पूर्व इंटर खिलाड़ी बोनाज़ोली ने किया (87वें मिनट में)। यह गोल डिओफ की एक गलती का नतीजा था, जिन्होंने अपनी हाफ में एक खराब पास दिया, जिसे वार्डी ने छीन लिया और वैंडेपूट के क्रॉस पर बोनाज़ोली ने गोल कर दिया। यह डिओफ के लिए एक सीख थी, और कोच शिवू के पास इस पर काम करने के लिए अगले ब्रेक तक का समय है।
इस जीत के साथ इंटर ने चैंपियनशिप और चैंपियंस लीग में अपनी लगातार पांचवीं जीत दर्ज की है, और फिलहाल वे सीरी ए में शीर्ष पर हैं। क्रेमोनीज़, जो इस मैच से पहले अजेय थी, को सैन सिरो में एक स्पष्ट हार का सामना करना पड़ा। यह इंटर के लिए एक शानदार प्रदर्शन था और आने वाले मैचों के लिए एक मजबूत संकेत भी।
