रेत के मैदान पर खेल का महाकुंभ: बीच वॉलीबॉल ने दुनिया भर में मचाया धमाल!

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विश्व भर में बीच वॉलीबॉल का बुखार इन दिनों चरम पर है। सूरज की रोशनी में चमकती रेत, लहरों की धीमी गूँज और खिलाड़ियों का ज़बरदस्त कौशल – यह सब मिलकर एक ऐसा नज़ारा पेश करते हैं, जो दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देता है। हाल ही में, ऑस्ट्रिया, जर्मनी और इटली में राष्ट्रीय चैंपियनशिप के विजेताओं को ताज पहनाया गया, जबकि इक्वाडोर, जापान, स्पेन और तुर्की में रोमांचक टूर इवेंट्स ने खेल प्रेमियों को अपनी सीटों से बांधे रखा। आइए, इस वैश्विक रेतीले युद्ध के कुछ अविस्मरणीय पलों और उनके नायकों पर एक नज़र डालते हैं।

ऑस्ट्रिया: आल्प्स के बीच रेतीले तूफान

किट्ज़बुहेल, ऑस्ट्रिया का एक खूबसूरत पर्वतीय शहर, पिछले हफ़्ते बीच वॉलीबॉल के सबसे बड़े महासंग्राम का गवाह बना। win2day बीच वॉलीबॉल टूर प्रो के ग्रैंड फ़ाइनल ने यहाँ खेल प्रेमियों का दिल जीत लिया। महिला वर्ग में, क्लिंगर बहनों, रोंजा क्लिंगर और डोरिना क्लिंगर ने अपनी शानदार प्रदर्शन से सबको चौंका दिया। टॉप सीड होने के नाते उन पर दबाव था, लेकिन उन्होंने फ़ाइनल में दूसरी वरीयता प्राप्त लिली होहेनाउर और लिया बर्गर को 2-0 (21-19, 21-14) से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया। यह देखना दिलचस्प था कि कैसे इन बहनों ने अपनी एकजुटता और रणनीतिक खेल से प्रतिद्वंदियों को मात दी। कांस्य पदक मागडालेना रैबिच और अन्या ट्राइलोविक के नाम रहा। पुरुष वर्ग में, टीमो हैमरबर्ग और टिम बर्गर ने कमाल दिखाया। उन्होंने क्रिस्टोफ़ ड्रेस्लर और फिलिप वालर को सीधे सेटों में 2-0 (21-17, 21-17) से पराजित कर चैंपियनशिप जीती। ओलंपिक खिलाड़ियों अलेक्जेंडर ह्यूबर और रॉबिन सीडल को कांस्य पदक के मुकाबले में मात मिली, जो शायद उनके लिए थोड़ी निराशाजनक रही होगी।

इक्वाडोर: भूमध्य रेखा पर गर्मजोशी भरा मुकाबला

इक्वाडोर के ज़ीरो लैटिट्यूड टूर का अगला पड़ाव राजधानी क्विटो में रहा, जहाँ भूमध्य रेखा के ठीक नीचे भी रेत पर खेल का रोमांच अपनी चरम सीमा पर था। पुरुष वर्ग में, शीर्ष वरीयता प्राप्त जोस बोवेन और इसाक जिमेनेज़ ने अपनी श्रेष्ठता साबित की। उन्होंने इक्वाडोर-वेनेज़ुएला की मिश्रित जोड़ी जेफरसन एंगुलो और गेनेल्सन रोमेरो को 2-0 (21-12, 21-11) से आसानी से हरा दिया। उनका प्रदर्शन इतना प्रभावशाली था कि लग रहा था, जैसे वे रेत पर तैर रहे हों। महिला वर्ग का फ़ाइनल थोड़ा ज़्यादा रोमांचक रहा। दूसरी वरीयता प्राप्त रोमिना अरोयो और वेलेंटीना हुकॉन ने तीसरी वरीयता प्राप्त एंजेला मेजा और मेल रोड्रिगेज़ नवार्रेते को 2-1 (21-19, 11-21, 15-11) से हराया। इस मैच में निर्णायक सेट तक चले मुकाबले ने साबित कर दिया कि इक्वाडोर में बीच वॉलीबॉल का भविष्य उज्ज्वल है।

जर्मनी: उत्तरी सागर की लहरों पर महारत

टिममेंडॉर्फर स्ट्रैंड, जर्मनी बीच टूर के फ़ाइनल का पारंपरिक स्थल, इस साल भी बीच वॉलीबॉल चैंपियनशिप का साक्षी बना। यह शायद आख़िरी बार था कि यह खूबसूरत तट इस खेल के ऐसे रोमांचक पलों को देख रहा था। महिला वर्ग में, स्वेन्या मुलर और सिंजा टिलमैन की स्टार जोड़ी ने खिताब अपने नाम किया। उन्होंने गोल्ड मेडल मैच में सैंड्रा इट्लिंगर और अन्ना-लेना ग्रुने के खिलाफ़ 2-1 (14-21, 21-15, 15-6) से शानदार वापसी की। पहला सेट गंवाने के बाद ऐसी वापसी करना किसी भी चैंपियन टीम की निशानी है। पुरुष वर्ग में, तीसरी वरीयता प्राप्त स्वेन विंटर और लुकास प्रेफ़्रेत्श्नर ने शीर्ष वरीयता प्राप्त पॉल हेनिंग और लुई वुस्ट को 2-0 (21-17, 21-14) से हराकर बड़ा उलटफेर किया। यह जीत निश्चित रूप से उनके करियर का एक महत्वपूर्ण क्षण रहा होगा। पेरिस 2024 ओलंपिक के रजत पदक विजेता, नील्स एहलर्स और क्लेमेंस विक्लर ने कांस्य पदक जीता, जो शायद उनके स्तर के अनुरूप नहीं था, पर प्रतिस्पर्धा का यही नियम है।

इटली: भूमध्यसागरीय तटों पर विजय गाथा

बेल्लारिया इगेआ मरीना में फ़ोन्ज़िज़ एब्सोल्यूट इटालियन बीच वॉलीबॉल चैंपियनशिप टूर के फ़ाइनल में इटली के नए चैंपियन उभरे। मैनुअल अल्फिएरी और एलेक्स रंगियरी ने पुरुष वर्ग में शीर्ष वरीयता के अनुरूप प्रदर्शन करते हुए 2-0 (21-19, 21-15) से माउरो सैक्रिपेन्टी और जियाकोमो टिट्टा को हराकर खिताब जीता। उनका खेल इतना सधा हुआ था कि ऐसा लगा मानो वे अपने घरेलू मैदान पर खेलने का पूरा लाभ उठा रहे थे। महिला वर्ग में, वेलेंटीना गोट्टार्डी और रेका ओर्सी टोथ ने भी राष्ट्रीय खिताब अपने नाम किया। उन्होंने एलिस ग्रादिनी और फ़ेडरिका फ़्रास्का को 2-0 (21-17, 21-15) से हराया। कुछ मैचों में `फ़ॉर्फ़िट` (प्रतिद्वंद्वी के न आने) के कारण जीत दर्ज की गई, जो दुर्भाग्यपूर्ण रहा, लेकिन इससे विजेताओं की चमक फीकी नहीं पड़ती।

जापान: उगते सूरज की भूमि में रेत पर युद्ध

जापान बीच वॉलीबॉल टूर के होक्काइडो पड़ाव पर भी रोमांच चरम पर था। महिला वर्ग में, तीसरी वरीयता प्राप्त रेन मात्सुमोतो और नॉन मात्सुमोतो ने 2-1 (14-21, 21-12, 15-10) से जीत हासिल की। एक सेट से पिछड़ने के बाद उनकी वापसी ने दर्शकों को तालियाँ बजाने पर मजबूर कर दिया। पुरुष वर्ग में, जापान के ताइतो मिज़ुमाची और न्यूज़ीलैंड के थॉमस हार्टल्स की मिश्रित जोड़ी ने पोडियम पर शीर्ष स्थान हासिल किया। उन्होंने जर्मनी के मार्टिन कॉफ़र और जापान के केंसुके शोजी की एक और मिश्रित जोड़ी को 2-0 (21-17, 21-13) से मात दी। यह देखना दिलचस्प है कि कैसे अंतर्राष्ट्रीय सहयोग भी बीच वॉलीबॉल में सफलता की कुंजी बन रहा है।

स्पेन: जिजोन में रेत का जादू

स्पेनिश नेशनल बीच वॉलीबॉल सर्किट का पड़ाव जिजोन में था, जहाँ वाइल्ड कार्ड एंट्री करने वाली टीम ने सबको हैरान कर दिया। सेसर मेनेडेज़ और फ़्रांसिस्को टॉमस ने पुरुष वर्ग का गोल्ड मेडल जीता। उन्होंने फ़ाइनल में शीर्ष वरीयता प्राप्त जॉर्ज पास्कुअल और टॉमस एगोस्ट को 2-0 (23-21, 21-16) से हराकर एक बड़ा उलटफेर किया। वाइल्ड कार्ड एंट्री पाकर खिताब जीतना किसी सपने के सच होने जैसा होता है, और इन खिलाड़ियों ने यह कर दिखाया। महिला वर्ग में, दूसरी वरीयता प्राप्त मारिया सेविलानो और लुसी इफ़ोमा मोंटेइरो ने 2-0 (21-15, 21-11) से एडा पेरेज़ गोमेज़ और क्लारा बैरियोस को मात देकर पोडियम पर शीर्ष स्थान हासिल किया। स्पेन में बीच वॉलीबॉल का जुनून वाकई देखने लायक है।

तुर्की: भूमध्यसागरीय तट पर ईरानी दबदबा

तुर्की के बायोडेर्मा प्रो बीच टूर के मर्सिन टूर्नामेंट में पुरुष वर्ग में पूरी तरह से ईरानी दबदबा देखने को मिला। अलीरेज़ा अघजानीघासब और अब्बास पौरासगरी ने 2-1 (21-19, 12-21, 15-13) के कड़े मुकाबले में अपने ही हमवतन बहमन सलेमींजेहबोरुन और मोज्तबा आरो को हराकर पहला स्थान हासिल किया। यह मैच इतना कड़ा था कि दर्शकों की साँसें थमी रहीं। कांस्य पदक के मैच में भी ईरानियों का ही जलवा रहा। अराश वकीली और मोहम्मद महदी रेज़ाई ने तुर्की-ज़िम्बाब्वे की मिश्रित जोड़ी को हराया। तुर्की के तट पर ईरानी खिलाड़ियों का यह प्रदर्शन निश्चित रूप से उनके देश में इस खेल को और लोकप्रिय बनाएगा।

इन सभी रोमांचक मुकाबलों और शानदार जीतों ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि बीच वॉलीबॉल सिर्फ़ एक खेल नहीं, बल्कि जोश, रणनीति और ज़बरदस्त कौशल का संगम है। ऑस्ट्रिया के ठंडे पहाड़ों से लेकर इक्वाडोर की भूमध्य रेखा तक, और जापान के पूर्वी किनारों से लेकर तुर्की के भूमध्यसागरीय तटों तक, रेत पर होने वाला यह युद्ध खेल प्रेमियों को हमेशा अपनी ओर आकर्षित करता रहेगा। चैंपियंस को सलाम, और भविष्य के मुकाबलों के लिए शुभकामनाएँ!

धीरज मेहता

धीरज मेहता नई दिल्ली के एक खेल पत्रकार हैं जिन्हें बारह साल का अनुभव है। कबड्डी की स्थानीय प्रतियोगिताओं की कवरेज से शुरुआत करने वाले धीरज अब क्रिकेट, फुटबॉल और फील्ड हॉकी पर लिखते हैं। उनके लेख रणनीतिक विश्लेषण में गहराई से जाने के लिए जाने जाते हैं। वे एक साप्ताहिक खेल कॉलम लिखते हैं और लोकप्रिय खेल पोर्टल्स के साथ सक्रिय रूप से काम करते हैं।