टेनिस की दुनिया में कुछ नाम ऐसे होते हैं जो समय के साथ और भी चमकते जाते हैं। नोवाक जोकोविच उन्हीं में से एक हैं। जब युवा खिलाड़ी कोर्ट पर अपनी फुर्ती और ऊर्जा का प्रदर्शन करते हैं, तब एक अनुभवी खिलाड़ी अपनी असाधारण फिटनेस, अविश्वसनीय मानसिक दृढ़ता और बेमिसाल कौशल से उन्हें पछाड़ देता है। शंघाई मास्टर्स जैसे बड़े टूर्नामेंट्स में उनके हालिया प्रदर्शन ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि उम्र उनके लिए बस एक संख्या है, जबकि टेनिस के मैदान पर उनकी बादशाहत अभी भी कायम है।
असाधारण गति और फिटनेस: कैसे करते हैं ये कमाल?
हाल ही में एक मैच के दौरान, जाने-माने कोच और पूर्व खिलाड़ी ने जोकोविच की फुर्ती को देखकर हैरत जताई। उन्होंने कहा, “नोवाक युवा खिलाड़ियों से भी तेज दौड़ते हैं। 15 साल का अंतर है, फिर भी वे उनसे आगे हैं।” यह टिप्पणी किसी आम खिलाड़ी के बारे में नहीं, बल्कि 24 ग्रैंड स्लैम विजेता के बारे में थी, जो अपने करियर के उस पड़ाव पर हैं जहाँ अधिकतर खिलाड़ी संन्यास ले चुके होते हैं या अपनी लय खो देते हैं। जोकोविच का कोर्ट पर दौड़ना, हर बॉल को चेज़ करना और अप्रत्याशित शॉट्स को रिटर्न करना, किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए प्रेरणा से कम नहीं है। उनकी यह फिटनेस सिर्फ कड़े अभ्यास का नतीजा नहीं, बल्कि जीवनशैली, अनुशासन और खेल के प्रति उनकी अथाह समर्पण का प्रमाण है। वे अपने शरीर को एक मंदिर की तरह पूजते हैं, और इसका परिणाम उनके हर मैच में साफ दिखाई देता है।
मानसिक दृढ़ता: जीत की भूखी आत्मा
जोकोविच को अक्सर `रबरमैन` या `आयरन मैन` कहा जाता है, लेकिन उनकी शारीरिक क्षमता के पीछे उनकी मानसिक शक्ति सबसे बड़ी वजह है। कई बार ऐसा होता है जब वे मैच में पिछड़ रहे होते हैं, लेकिन उनका चेहरा कभी हार नहीं मानता। वे हर पॉइंट के लिए लड़ते हैं, हर सेट के लिए जूझते हैं और अंततः जीत छीन कर ले जाते हैं। एक बार किसी ने टिप्पणी की थी कि “वह जीतने के बाद भी खुद पर चिल्लाते हैं। ऐसा सिर्फ वही कर सकते हैं।” यह शायद उनकी जीत की भूख का ही एक पहलू है – वे कभी संतुष्ट नहीं होते, हमेशा और बेहतर की तलाश में रहते हैं, मानो अपने ही आदर्शों को चुनौती दे रहे हों। यह मानसिक दृढ़ता उन्हें मुश्किल से मुश्किल परिस्थितियों में भी शांत रहने और दबाव में भी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में मदद करती है।
अद्वितीय खेल शैली और रणनीतिक सोच
नोवाक जोकोविच केवल अपनी फिटनेस और मानसिक शक्ति के लिए ही नहीं जाने जाते, बल्कि उनकी खेल शैली भी अनूठी है। वे कोर्ट के हर कोने से शॉट लगाने में माहिर हैं – फिर चाहे वो बैकहैंड हो या फोरहैंड, ड्रॉप शॉट हो या पावरफुल सर्व। उनकी वापसी की क्षमता इतनी शानदार है कि प्रतिद्वंद्वी को कई बार तो यह भी समझ नहीं आता कि उसने पॉइंट कैसे गंवा दिया। वे अपने प्रतिद्वंद्वी की कमजोरियों को तुरंत भांप लेते हैं और अपनी रणनीति को उसी के अनुसार बदलते रहते हैं। उनकी यह रणनीतिक सोच ही उन्हें मैच के दौरान एक कदम आगे रखती है।
एक जीवित किंवदंती: प्रेरणा का स्रोत
जोकोविच ने न केवल अनगिनत रिकॉर्ड बनाए हैं, बल्कि वे टेनिस प्रेमियों और युवा खिलाड़ियों के लिए एक जीवित प्रेरणा भी हैं। उनके 24 ग्रैंड स्लैम खिताब, मास्टर्स खिताब की रिकॉर्ड संख्या और लंबे समय तक विश्व नंबर 1 बने रहने का सफर, दृढ़ संकल्प, कड़ी मेहनत और निरंतर सुधार की कहानी कहता है। वे यह सिखाते हैं कि उम्र या परिस्थितियां कितनी भी कठिन क्यों न हों, यदि आप अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित हैं, तो कुछ भी असंभव नहीं है। उनकी उपस्थिति मात्र से ही कोर्ट पर एक अलग ऊर्जा आ जाती है, और दर्शक हर पल उनसे कुछ नया और असाधारण देखने की उम्मीद करते हैं।
तो अगली बार जब आप नोवाक जोकोविच को कोर्ट पर देखें, तो केवल उनकी जीत-हार पर ही ध्यान न दें। उनकी चाल, उनके चेहरे के हाव-भाव, उनके हर शॉट में छिपी रणनीति और उनके अदम्य साहस को देखें। क्योंकि `वह जैसा करते हैं, वैसा सिर्फ वही कर सकते हैं।` और यही बात उन्हें टेनिस के इतिहास के सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में से एक बनाती है।