फ्रांस के मोंटपेलियर शहर में हाल ही में संपन्न हुए बीच प्रो टूर फ्यूचर्स टूर्नामेंट में कुछ ऐसा हुआ जिसने बीच वॉलीबॉल की दुनिया में नई जान फूंक दी। दो खिलाड़ी – फ्रांस के जोएडेल गार्दोक और स्पेन की उभरती हुई किशोरी सोफिया इज़ुज़क्विज़ा – ने अपने करियर का पहला बीच प्रो टूर स्वर्ण पदक जीता। यह जीत न केवल उनके लिए मील का पत्थर है, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय वॉलीबॉल महासंघ (FIVB) के वॉलीबॉल एम्पावरमेंट कार्यक्रम के तहत युवा प्रतिभाओं को मिल रहे समर्थन की सफलता का भी प्रमाण है।
पुरुष वर्ग में, स्थानीय जोड़ी जोएडेल गार्दोक और एलुआन चूइख-बार्बेज़ ने शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं गंवाया और फाइनल में अनुभवी ऑस्ट्रियाई ओलंपिक पदक विजेता जोड़ी रॉबिन सेडल और अलेक्जेंडर ह्यूबर्ट का सामना किया। मुकाबला बेहद रोमांचक रहा। पहला सेट हारने के बाद, फ्रांसीसी जोड़ी ने ज़बरदस्त वापसी करते हुए अगले दो सेट जीतकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। 22 वर्षीय गार्दोक के लिए, यह बीच प्रो टूर पर उनका पहला पदक था, और क्या शानदार शुरुआत थी! ऑस्ट्रियाई जोड़ी को रजत से संतोष करना पड़ा, जबकि स्पेन के अल्वारो विएरा और एंटोनियो सॉसेडो ने कांस्य पदक जीता।
महिला वर्ग में, 19 वर्षीय स्पेनिश प्रतिभा सोफिया इज़ुज़क्विज़ा और उनकी साथी सोफिया गोंजालेज ने सभी का ध्यान खींचा। इज़ुज़क्विज़ा, जो पिछले साल FIVB U19 बीच वॉलीबॉल विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीत चुकी हैं, ने इस टूर्नामेंट के साथ बीच प्रो टूर पर अपना पहला स्वर्ण पदक हासिल किया। उन्होंने फाइनल तक के सफर में चार सीधे सेटों में जीत दर्ज की, लेकिन फाइनल में उन्हें शीर्ष वरीयता प्राप्त घरेलू टीम, एल्सा डेस्कैम्प्स और अनूक डुपिन, से कड़ी चुनौती मिली। तीन सेटों के संघर्ष के बाद, स्पेनिश जोड़ी ने 2-1 से जीत दर्ज कर स्वर्ण पदक पर कब्ज़ा जमाया। अनूक डुपिन के लिए यह सीज़न अविश्वसनीय रहा है, उन्होंने इस साल बीच प्रो टूर पर अपनी सभी पांच उपस्थिति में पोडियम पर जगह बनाई है – वो भी चार अलग-अलग साथियों के साथ। यह दिखाता है कि प्रतिभा और निरंतरता का तालमेल कैसा होता है। कांस्य पदक अमेरिकी क्वालिफायर एलेक्सिस डुरिश और ऑड्रे कोनिग ने जीता।
यह ध्यान देने योग्य है कि स्वर्ण पदक जीतने वाली दोनों टीमें, साथ ही पोडियम पर पहुंचने वाली अधिकांश टीमें, FIVB के वॉलीबॉल एम्पावरमेंट फंडिंग से लाभान्वित हुई हैं। इस कार्यक्रम के तहत फ्रांस, स्पेन और ऑस्ट्रिया जैसे देशों को कोचों और उपकरणों के लिए पर्याप्त सहायता मिली है। यह दिखाता है कि सही निवेश और समर्थन से कैसे नए चैंपियंस उभर सकते हैं और खेल के वैश्विक विकास में योगदान दे सकते हैं। एक तरफ जहां अनुभवी खिलाड़ी अपनी जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, वहीं यह युवा पीढ़ी बिना किसी दबाव के अपना पहला स्वर्ण जीतकर स्थापित नामों को चुनौती दे रही है। बीच वॉलीबॉल का भविष्य उज्ज्वल दिख रहा है।
मोंटपेलियर फ्यूचर्स टूर्नामेंट में 21 विभिन्न देशों की 25 पुरुष और 26 महिला टीमों ने भाग लिया, जो इस खेल की बढ़ती लोकप्रियता और वैश्विक पहुंच को दर्शाता है। अगला बीच प्रो टूर फ्यूचर्स इवेंट 18 से 21 जुलाई तक बेल्जियम के ल्यूवेन में आयोजित होने वाला है, जहां नए सिरे से रोमांच और प्रतिस्पर्धा की उम्मीद है।