वॉलीबॉल की दुनिया से एक रोमांचक खबर सामने आई है। ब्राजील के बेटिम में आयोजित पहली महिला वॉलीबॉल कोपा अमेरिका 2025 में पेरू की महिला टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए रजत पदक पर कब्ज़ा किया। यह इस नई प्रतियोगिता का पहला संस्करण था, और पेरू के लिए यह सफलता किसी ऐतिहासिक उपलब्धि से कम नहीं। टूर्नामेंट का स्वर्ण पदक अर्जेंटीना ने जीता, जबकि मेजबान ब्राजील को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
इस उद्घाटन समारोह में पाँच टीमों ने हिस्सा लिया और प्रतियोगिता राउंड-रॉबिन प्रारूप में खेली गई। यानी हर टीम को बाकी सभी टीमों से एक बार भिड़ना था। महत्वपूर्ण बात यह है कि इस टूर्नामेंट के परिणाम FIVB विश्व रैंकिंग में गिने गए, जो इसकी महत्ता को और बढ़ा देता है।
पेरू का सफर उतार-चढ़ाव भरा रहा। उन्होंने अपना पहला मैच भविष्य की चैंपियन अर्जेंटीना के खिलाफ 0-3 से गंवा दिया। लेकिन इसके बाद पेरू की टीम ने गजब की वापसी की। उन्होंने लगातार तीन मैच जीते। इनमें सबसे उल्लेखनीय जीत मेजबान और मजबूत मानी जाने वाली ब्राजील के खिलाफ 3-1 से थी (स्कोर: 22-25, 25-20, 25-23, 25-19)। ब्राजील को उनके ही घर में हराना वाकई काबिले तारीफ था! इसके अलावा, पेरू ने चिली और वेनेजुएला को सीधे सेटों में 3-0 से हराया। 3 जीत और 1 हार के रिकॉर्ड (3-1) और 9 अंकों के साथ पेरू ने फाइनल स्टैंडिंग में दूसरा स्थान हासिल किया।
पेरू के लिए यह रजत पदक बहुत खास है। पहली बार आयोजित हो रहे टूर्नामेंट में, जिसमें मजबूत टीमें जैसे ब्राजील भी शामिल थीं, पोडियम पर जगह बनाना उनकी कड़ी मेहनत का नतीजा है। यह याद रखना दिलचस्प है कि पेरू वॉलीबॉल फेडरेशन को FIVB वॉलीबॉल एम्पावरमेंट प्रोग्राम के तहत कोच समर्थन के लिए $252,000 का फंड मिला है। क्या यह समर्थन इस प्रदर्शन में सहायक रहा? शायद। यह निश्चित रूप से उनके विकास की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।
चैंपियन अर्जेंटीना ने टूर्नामेंट में अजेय रहते हुए 4-0 के रिकॉर्ड और 12 अंकों के साथ स्वर्ण पदक जीता। मेजबान ब्राजील 2 जीत और 2 हार के साथ 6 अंक लेकर तीसरे स्थान पर रहा। चिली और वेनेजुएला क्रमशः चौथे और पांचवें स्थान पर रहे।
व्यक्तिगत पुरस्कारों की बात करें तो, अर्जेंटीना की 22 वर्षीय बियांका कुग्नो को टूर्नामेंट का MVP (सबसे मूल्यवान खिलाड़ी) चुना गया। ड्रीम टीम में भी कुछ standout खिलाड़ी शामिल थे, जिनमें पेरू की कियारा मोंटेस (आउटसाइड हिटर) और डियाना डे ला पेना (मिडिल ब्लॉकर) ने जगह बनाई, जो पेरू के प्रदर्शन की गुणवत्ता को दर्शाता है।
महिला वॉलीबॉल कोपा अमेरिका का पहला संस्करण पेरू के लिए यादगार रहा। इस रजत पदक ने दिखाया है कि पेरू वॉलीबॉल सही दिशा में आगे बढ़ रहा है और भविष्य में उनसे और भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा सकती है। यह सफलता निश्चित रूप से पेरू में वॉलीबॉल को और लोकप्रिय बनाने में मदद करेगी।

 
																																											 
																																											 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								