मासूमियत का मुखौटा, खौफनाक इरादे: जब बचपन के हीरो बने खूनी विलेन!

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कल्पना कीजिए, आपके बचपन का सबसे प्यारा कार्टून चरित्र, जिसे देखकर आप बड़े हुए हैं, अचानक एक कुल्हाड़ी लिए आपके पीछे दौड़ने लगे। नहीं, यह कोई बुरा सपना नहीं, बल्कि पब्लिक डोमेन की दुनिया का नया और अजीबोगरीब ट्रेंड है!

पॉप संस्कृति की दुनिया में एक अनोखी और थोड़ी डरावनी घटना तेजी से फैल रही है। वे पात्र जिन्हें हम बचपन से प्यार करते आए हैं, जिनके साथ हमारी सबसे सुखद यादें जुड़ी हैं, वे अब हॉरर फिल्मों के खूंखार खलनायक बन रहे हैं। यह सब `पब्लिक डोमेन` नामक एक कानूनी अवधारणा के कारण संभव हुआ है, जिसने रचनाकारों को इन प्रतिष्ठित पात्रों को अपने नए और अक्सर विकृत तरीकों से इस्तेमाल करने की खुली छूट दे दी है। हाल ही में, मिक्की माउस के प्रारंभिक अवतार `स्टीमबोट विली` और प्यारे विनी द पूह ने इस अजीबोगरीब यात्रा में कदम रखा है, और परिणाम बेहद खौफनाक हैं।

`स्टीमबोट विली` का खूनी अवतार: जब मिक्की बना हत्यारा

1 जनवरी, 2024 को, 1928 का `स्टीमबोट विली` (Steamboat Willie) संस्करण, जो मिक्की माउस का प्रारंभिक और सबसे प्रसिद्ध रूप है, पब्लिक डोमेन में आ गया। इसका मतलब यह था कि कोई भी व्यक्ति अब इसके मूल चित्र का उपयोग बिना किसी कॉपीराइट प्रतिबंध के कर सकता था। क्रिएटिव फ्रीडम की इस नई लहर का पहला और सबसे चौंकाने वाला परिणाम था `स्क्रैमबोट` (Screamboat) नामक एक एनिमेटेड हॉरर-कॉमेडी शॉर्ट फिल्म। इसमें स्टीमबोट विली को एक हत्यारे के रूप में दर्शाया गया है, जो एक रात की फेरी यात्रा पर यात्रियों का शिकार करता है।

यह फिल्म, हालांकि कुछ हद तक `कैश ग्रैब` (पैसे कमाने का एक त्वरित तरीका) मानी जा सकती है, लेकिन इसने तुरंत ही सबका ध्यान खींचा। इसकी एक बड़ी वजह इसका `टेरीफायर` (Terrifier) फ्रैंचाइज़ी से जुड़ाव है। `टेरीफायर` अपनी अत्यधिक हिंसा और खौफनाक विलेन `आर्ट द क्लाउन` के लिए जानी जाती है। `स्क्रैमबोट` के निर्माताओं ने उसी टीम से मिलकर काम किया है, और सबसे दिलचस्प बात यह है कि `आर्ट द क्लाउन` का किरदार निभाने वाले अभिनेता, डेविड हॉवर्ड थॉर्नटन, ने ही `स्टीमबोट विली` के इस नए, खूनी अवतार को अपनी आवाज दी है। यदि आप खून-खराबे और व्यावहारिक प्रभावों के प्रशंसक हैं, और कहानियों को ज्यादा सोचे बिना सिर्फ एक्शन देखना पसंद करते हैं, तो शायद यह फिल्म आपके लिए है।

पूह और पिगलेट का खून-खराबा: `ब्लड एंड हनी` की सनसनी

`स्टीमबोट विली` से पहले, 2022 में विनी द पूह का मूल संस्करण भी पब्लिक डोमेन में आया था। इसका परिणाम था `विनी द पूह: ब्लड एंड हनी` (Winnie the Pooh: Blood and Honey)। इस फिल्म ने बच्चों की प्यारी यादों को तार-तार करते हुए पूह और पिगलेट को आदमखोर, बदला लेने वाले राक्षसों में बदल दिया। उन्होंने क्रिस्टोफर रॉबिन से बदला लेने के लिए खून-खराबा किया। इस फिल्म ने अपनी कम लागत के बावजूद बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया और जल्द ही इसका सीक्वल भी आ गया, जिसमें टीगर और आउल जैसे अन्य प्यारे पात्र भी इस खूनी खेल में शामिल हो गए। यह एक ऐसा उदाहरण है जिसने दिखाया कि पब्लिक डोमेन में आने वाले पात्रों के साथ क्रिएटर्स कितनी दूर तक जा सकते हैं।

लेकिन ऐसा क्यों हो रहा है? पब्लिक डोमेन का रहस्य

यह सब `पब्लिक डोमेन` की अवधारणा के इर्द-गिर्द घूमता है। जब किसी रचनात्मक कार्य (जैसे किताबें, संगीत, कला या कार्टून चरित्र) का कॉपीराइट समाप्त हो जाता है, तो वह `पब्लिक डोमेन` में चला जाता है। इसका मतलब है कि कोई भी उस कार्य का उपयोग, अनुकूलन, या उसे संशोधित कर सकता है, बिना मूल कॉपीराइट धारक से अनुमति लिए या उसे रॉयल्टी दिए।

हॉरर फिल्म निर्माताओं के लिए यह एक सुनहरा मौका साबित हुआ है। कम बजट में बनी ये फिल्में अक्सर अपनी `सनसनीखेज` अवधारणा (जैसे `मिक्की माउस हत्यारा!`) के कारण वायरल हो जाती हैं। लोग जिज्ञासावश इन फिल्मों को देखते हैं, यह जानने के लिए कि उनके बचपन के नायक कितने खौफनाक बन सकते हैं। यह रचनात्मक स्वतंत्रता, कम जोखिम और वायरल मार्केटिंग का एक शक्तिशाली मिश्रण है।

बचपन की यादों पर हमला या नई रचनात्मकता?

क्या यह बचपन की प्यारी यादों पर एक घिनौना हमला है, या फिर यह रचनात्मकता की एक नई, albeit dark, सीमा को दर्शाता है?

एक तरफ, कुछ लोग इन फिल्मों को बचपन की मासूमियत का अपमान मानते हैं। उनके लिए, ये प्यारे पात्र पवित्र हैं और उन्हें इस तरह विकृत नहीं किया जाना चाहिए। दूसरी ओर, कुछ लोग इसे कलात्मक स्वतंत्रता और मनोरंजन का एक रूप मानते हैं। वे कहते हैं कि मूल कार्य तो हमेशा मौजूद रहेगा; ये नई फिल्में बस एक अलग नज़रिए से बनाई गई हैं। आखिर, कौन नहीं जानना चाहेगा कि अगर मिक्की माउस एक मानसिक रूप से अस्थिर हत्यारा बन जाए, तो क्या होगा?

यह निश्चित रूप से एक ऐसा ट्रेंड है जो रुकने वाला नहीं है। जैसे-जैसे और भी क्लासिक पात्र पब्लिक डोमेन में आएंगे, हमें शायद और भी अप्रत्याशित और खौफनाक अवतार देखने को मिलेंगे। कौन जानता है, कल शायद `टॉम एंड जेरी` या `डोनाल्ड डक` भी किसी डरावनी कहानी के खलनायक बन जाएं। तब हमें अपने बचपन की यादों को बचाने के लिए शायद एक अलग `हॉरर शील्ड` की जरूरत पड़ेगी! फिलहाल, इस अजीबोगरीब और मनोरंजक (या भयावह, आपकी पसंद के अनुसार) ट्रेंड का आनंद लें।

रोहित कपूर

रोहित कपूर बैंगलोर से हैं और पंद्रह साल के अनुभव के साथ खेल पत्रकारिता के दिग्गज हैं। टेनिस और बैडमिंटन में विशेषज्ञ हैं। उन्होंने खेल पर एक लोकप्रिय यूट्यूब चैनल बनाया है, जहां वे महत्वपूर्ण मैचों और टूर्नामेंटों का विश्लेषण करते हैं। उनके विश्लेषणात्मक समीक्षाओं की प्रशंसा प्रशंसकों और पेशेवर खिलाड़ियों द्वारा की जाती है।