दुनिया भर के League of Legends (LoL) प्रशंसकों की निगाहें अब वर्ल्ड चैंपियनशिप 2025 (Worlds 2025) पर टिकी हैं, जो इस ईस्पोर्ट्स के कैलेंडर का सबसे बड़ा और सबसे प्रतिष्ठित इवेंट है। चीन में होने वाले इस महासंग्राम में सिर्फ खिलाड़ियों का कौशल ही नहीं, बल्कि खेल के भीतर चैंपियनों का संतुलन भी जीत-हार तय करेगा। लेकिन पर्दे के पीछे क्या चल रहा है? Riot Games के लीड गेमप्ले डिज़ाइनर मैट लियुंग-हैरिसन ने आगामी पैच 25.20 और चैंपियन संतुलन पर गहन चर्चा की है, जिससे पता चलता है कि यह टूर्नामेंट सिर्फ खेल नहीं, बल्कि एक रणनीतिक युद्ध का मैदान है, जिसे बारीकी से तैयार किया जा रहा है।
पैच 25.20: हर फैसला मायने रखता है
एक अहम बात यह है कि Worlds 2025 लाइव पैच पर नहीं, बल्कि एक विशेष रूप से तैयार किए गए पैच 25.20 पर खेला जाएगा। मैट लियुंग-हैरिसन बताते हैं कि यह निर्णय प्रो खिलाड़ियों के लिए एक स्थिर और भरोसेमंद वातावरण सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है। कल्पना कीजिए, यदि टूर्नामेंट के दौरान ही चैंपियनों में बड़े बदलाव किए जाएं, तो टीमें अपनी रणनीतियों को कैसे अनुकूलित कर पाएंगी? यह कदम खिलाड़ियों को अपने कौशल और टीम वर्क पर ध्यान केंद्रित करने का अवसर देता है, बजाय इसके कि वे लगातार बदलते मेटा के साथ जूझें। यह संतुलन का एक नाजुक कार्य है, जहां गेमप्ले डिज़ाइन टीम बफ्स, नर्फ्स और चैंपियन प्राथमिकताओं को इस तरह से समायोजित करती है कि टूर्नामेंट में विविधता बनी रहे।
विविधता ही कुंजी है: मेटा-निर्धारक चैंपियंस की तलाश
मैट के अनुसार, Riot का प्राथमिक लक्ष्य एक “मेटा-निर्धारक” टूर्नामेंट बनाना है। इसका मतलब सिर्फ कुछ ही शक्तिशाली चैंपियनों का प्रभुत्व नहीं, बल्कि विभिन्न प्लेस्टाइल और रणनीतियों के लिए एक खुला मंच प्रदान करना है। उनका कहना है कि वे चाहते हैं कि प्रो खिलाड़ियों के पास चुनने के लिए एक बड़ा चैंपियन पूल हो, जिससे दर्शक भी हर मैच में कुछ नया देख सकें।
लेन-वार संतुलन के प्रयास:
- टॉप लेन (Top Lane): टीम ने ग्वेन, रंबल, रेनेक्टन और K’Sante जैसे चैंपियनों के प्रभुत्व के बीच जैक्स और कैमिला जैसे स्केलिंग AD फाइटर्स की कमी महसूस की। इसलिए, इन चैंपियनों को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है ताकि टॉप लेन में केवल AP चैंपियंस या टैंक ही न दिखें। मैट ने जैक्स के बदलावों को “शक्ति-तटस्थ” बताया है, जिसका लक्ष्य प्रो प्ले में उसकी व्यवहार्यता बढ़ाना है।
- मिड लेन (Mid Lane): यह लेन अक्सर हेल्थ-स्टैकर्स और मेजेस के कब्जे में रहती है। विविधता लाने के लिए, अहरी, लेब्लैंक और डायना जैसे असासिन्स को बफ्स दिए जा रहे हैं। मैट ने स्वीकार किया कि क्राउड कंट्रोल (CC) के बिना असासिन्स को प्रो प्ले में जगह बनाने में मुश्किल होती है, लेकिन वे विकल्पों का विस्तार करना चाहते हैं।
- जंगल (Jungle): जंगल की भूमिका भी चुनौतियों से भरी है। वुकोंग, पैंथियन, ट्रंडेल जैसे फाइटर-हैवी जंगलर्स का बोलबाला है। Riot का उद्देश्य लिलिया, ब्रांड और डायना जैसे AP जंगलर्स को भी व्यवहार्य बनाना है, ताकि जंगल में अधिक रणनीतिक गहराई आ सके।
फियरलेस ड्राफ्ट का प्रभाव और कठिन चुनौतियाँ
मैट लियुंग-हैरिसन ने फियरलेस ड्राफ्ट के सकारात्मक प्रभाव पर भी प्रकाश डाला। यह सिस्टम, जिसमें एक चैंपियन को एक ही मैच में कई बार पिक नहीं किया जा सकता, स्वाभाविक रूप से चैंपियन विविधता को बढ़ाता है। यह टीमों को अधिक चैंपियनों पर विचार करने और गेम फाइव की स्थितियों में अपनी रणनीतिक गहराई दिखाने के लिए मजबूर करता है।
हालांकि, सभी लेन को संतुलित करना आसान नहीं है। मैट मानते हैं कि मिड और जंगल की लेन सबसे कठिन हैं। इसका कारण यह है कि जंगल-मिड की जोड़ियां आपस में जुड़ी होती हैं, आइटम सिस्टम का इन पर भारी प्रभाव पड़ता है, और प्रो खिलाड़ी अक्सर अपने पसंदीदा पिक्स को बदलने में समय लेते हैं। इस “जड़ता” के कारण संतुलन में बदलाव को टूर्नामेंट प्ले में दिखने में समय लगता है।
वर्ल्ड्स में देखने लायक चैंपियंस
प्रशंसकों के लिए कौन से चैंपियन Worlds 2025 में कुछ खास कर सकते हैं? मैट ने कुछ संभावित पिक्स का उल्लेख किया:
- AD कैरी: ट्विच (late drafts में मजबूत), एशे (बफ के बाद व्यवहार्य)।
- सपोर्ट: पाइक (स्थितिजन्य रूप से प्रभावशाली)।
- असासिन्स/फाइटर्स: नाफीरी, ज़ेड (कुछ क्षेत्रों में), मुंडो, वेक्स, कैमिला, लिलिया, ब्रांड, डायना, हेकारीम, खाज़िक्स, किंड्रेड, Vi।
उन्होंने जोर देकर कहा कि मेटा अभी भी व्यापक रूप से खुला है, और Riot ने कई चैंपियनों को खेलने लायक स्थिति में लाने का लक्ष्य रखा है।
प्रशंसकों की अटकलें बनाम रॉयट की सच्चाई
प्रशंसक अक्सर शिकायत करते हैं कि Riot उनकी पसंदीदा टीमों (जैसे T1) द्वारा खेले जाने वाले चैंपियनों को नर्फ करता है। इस पर मैट ने स्पष्ट किया कि Riot टीम-दर-टीम आधार पर संतुलन नहीं करता है।
“नहीं, हम इसे टीम-दर-टीम आधार पर नहीं देखते हैं। हम क्षेत्रीय रुझानों, कुल आंकड़ों और पिक दरों को देखते हैं। महत्वपूर्ण यह है कि क्षेत्रीय मेटों और प्लेस्टाइल को समझा जाए। यदि हम एक क्षेत्र पर अत्यधिक ध्यान केंद्रित करते हैं, तो हम गलत संतुलन निर्णय लेने का जोखिम उठाते हैं। समग्र विश्लेषण व्यक्तिगत खिलाड़ियों या टीमों के प्रति पूर्वाग्रह से बचाता है।”
यह एक शांत लेकिन दृढ़ खंडन है, जो यह दर्शाता है कि गेम संतुलन एक वैज्ञानिक और डेटा-संचालित प्रक्रिया है, न कि किसी विशेष खिलाड़ी या टीम के प्रति बदले की भावना से प्रेरित। यह खेल के वैश्विक चरित्र को बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
निष्कर्ष
League of Legends Worlds 2025 सिर्फ शीर्ष स्तरीय गेमप्ले का प्रदर्शन नहीं होगा, बल्कि यह Riot Games की गेमप्ले डिज़ाइन टीम के अथक प्रयासों का भी एक प्रमाण होगा। मैट लियुंग-हैरिसन और उनकी टीम यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है कि यह टूर्नामेंट न केवल निष्पक्ष हो, बल्कि चैंपियन विविधता और रणनीतिक गहराई से भी भरपूर हो। तो, तैयार हो जाइए रोमांचक मुकाबलों के लिए, जहां हर चैंपियन की अपनी कहानी और हर टीम की अपनी रणनीति होगी। कौन से चैंपियन मेटा को परिभाषित करेंगे, यह देखना वाकई दिलचस्प होगा!

 
																																											 
																																											 
																																											 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								