टेनिस के मैदान की चमक, मीडिया में करोड़पति खिलाड़ियों की तस्वीरें, और दुनिया भर में उनके नाम की गूंज – यह सब हमें खेल के एक रोमांचक पहलू से परिचित कराता है। लेकिन क्या यह पूरी कहानी है? अक्सर, इस चमक और ग्लैमर के पीछे अथाह दबाव, वित्तीय अनिश्चितता और भविष्य की चिंताएँ छिपी होती हैं, जिनके बारे में शायद ही कोई बात करता है। प्रोफेशनल टेनिस खिलाड़ियों का जीवन जितना आकर्षक दिखता है, उससे कहीं ज़्यादा चुनौतीपूर्ण होता है।
चमक के पीछे की कड़वी सच्चाई: चुनौतियाँ
एक टेनिस खिलाड़ी को न सिर्फ शारीरिक रूप से फिट रहना होता है, बल्कि मानसिक रूप से भी बेहद मजबूत होना पड़ता है। हर मैच, हर पॉइंट, एक मानसिक युद्ध होता है। हार का डर, चोट लगने का जोखिम, और लगातार प्रदर्शन का दबाव कई खिलाड़ियों को मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की ओर धकेलता है। और हाँ, ‘करोड़पति’ का टैग हर खिलाड़ी के साथ नहीं आता; निचले रैंक के खिलाड़ियों के लिए तो हर टूर्नामेंट में शामिल होने का खर्च निकालना भी एक बड़ी चुनौती होती है। ऐसे में, पैसे का सही प्रबंधन न कर पाना उनके करियर और जीवन दोनों को प्रभावित कर सकता है। फिर जब खेल का करियर खत्म होता है – जो अक्सर 30 की उम्र के आसपास ही हो जाता है – तो `आगे क्या?` का सवाल किसी डरावने सपने से कम नहीं लगता।
ITF का अभूतपूर्व कदम: `खिलाड़ी सहायता कार्यक्रम`
इसी जटिल और अक्सर अनदेखी की जाने वाली वास्तविकता को पहचानते हुए, इंटरनेशनल टेनिस फेडरेशन (ITF) ने एक अभूतपूर्व पहल की है: `खिलाड़ी सहायता कार्यक्रम` (Player Support Program)। यह केवल कोर्ट पर खिलाड़ियों के प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए नहीं, बल्कि कोर्ट के बाहर भी उनके समग्र कल्याण, मानसिक शांति और भविष्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने का एक समग्र प्रयास है। यह कार्यक्रम पेशेवर टेनिस के सभी स्तरों पर उपलब्ध होगा, जिसमें वर्ल्ड टेनिस टूर, व्हीलचेयर टेनिस टूर और बीच टेनिस टूर के खिलाड़ी शामिल हैं।
कार्यक्रम के मुख्य स्तंभ: एक समग्र दृष्टिकोण
ITF का यह कार्यक्रम कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करता है, जो खिलाड़ियों के जीवन के हर पहलू को छूते हैं:
- मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य सहायता: खेल के सबसे दबाव वाले माहौल में मानसिक स्वास्थ्य को अक्सर नज़रअंदाज़ किया जाता है। ITF का यह कार्यक्रम खिलाड़ियों को विशेषज्ञ सलाह और व्यक्तिगत संसाधन प्रदान करता है ताकि वे दबाव, चिंता, अवसाद और अन्य मानसिक चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपट सकें। एक विशेष स्वास्थ्य ट्रैकिंग ऐप भी उपलब्ध कराया गया है, जो खिलाड़ियों को अपने मानसिक और शारीरिक कल्याण पर लगातार नज़र रखने में मदद करेगा, और उन्हें यह समझने में मदद करेगा कि उनके स्वास्थ्य का उनके प्रदर्शन पर कैसे प्रभाव पड़ता है। गोपनीय वर्चुअल परामर्श की सुविधा भी उपलब्ध है।
- वित्तीय साक्षरता और प्रबंधन: कितने ही खिलाड़ियों ने चमकते करियर के बाद वित्तीय परेशानियों का सामना किया है? `आज की कमाई, कल की बर्बादी` के जाल से बचाने के लिए, ITF वित्तीय साक्षरता पर विस्तृत प्रशिक्षण वीडियो लेकर आया है। बजट बनाना, बचत करना, निवेश के विकल्प, और खेल में कराधान जैसे महत्वपूर्ण वित्तीय विषय अब उनके पाठ्यक्रम का हिस्सा होंगे। यह सुनिश्चित करेगा कि `करोड़पति` का टैग सिर्फ कुछ सालों के लिए न रहे, बल्कि जीवन भर वित्तीय स्थिरता बनी रहे। यह उन खिलाड़ियों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जो खेल में शीर्ष पर नहीं पहुँच पाते और जिनकी कमाई सीमित होती है।
- डिजिटल सुरक्षा और ऑनलाइन प्रतिष्ठा प्रबंधन: डिजिटल युग में ऑनलाइन उत्पीड़न, साइबरबुलिंग और गलत सूचनाओं से बचना एक बड़ी चुनौती है। कार्यक्रम में डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रूप से नेविगेट करने और ऑनलाइन हमलावरों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए विशेषज्ञ सलाह भी शामिल है, ताकि खिलाड़ी अनावश्यक तनाव और अपनी प्रतिष्ठा को नुकसान से बचा सकें।
- यात्रा सुरक्षा: दुनिया भर में लगातार यात्रा करना पेशेवर खिलाड़ियों के जीवन का एक अभिन्न अंग है, लेकिन इसके साथ अपने जोखिम भी जुड़े होते हैं। ITF ने खिलाड़ियों के लिए यात्रा के दौरान सुरक्षित रहने के लिए विशेष ऑनलाइन पाठ्यक्रम विकसित किए हैं।
- टेनिस के बाद जीवन और करियर की तैयारी: एक खिलाड़ी का करियर कभी भी लंबा नहीं होता, और खेल छोड़ने के बाद एक नई पहचान खोजना अक्सर मुश्किल होता है। अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) के सहयोग से विकसित, यह कार्यक्रम खिलाड़ियों को कौशल विकास और करियर की तैयारी के माध्यम से `टेनिस के बाद जीवन` के लिए तैयार करेगा। यह उन्हें खेल के बाहर भी सफल होने और एक सार्थक दूसरा करियर बनाने में मदद करेगा।
भविष्य की ओर एक कदम
ITF का यह कदम न केवल टेनिस के भविष्य को सुरक्षित करेगा बल्कि यह भी सुनिश्चित करेगा कि खिलाड़ी सिर्फ ट्रॉफी नहीं, बल्कि एक स्वस्थ, स्थिर और समृद्ध जीवन भी जीतें। यह दिखाता है कि खेल संगठन अब सिर्फ प्रदर्शन और पदकों पर ही नहीं, बल्कि अपने एथलीटों के संपूर्ण कल्याण पर भी गंभीरता से ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। यह एक जीत-जीत की स्थिति है – खिलाड़ियों के लिए, खेल के लिए, और उन सभी के लिए जो खेल को एक स्वस्थ और स्थायी करियर विकल्प के रूप में देखते हैं। यह कार्यक्रम खेल की दुनिया में एथलीटों के समग्र विकास और सुरक्षा के लिए एक नया मानदंड स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
