दुनिया की तीसरी वरीयता प्राप्त टेनिस स्टार कोको गॉफ इन दिनों न केवल कोर्ट पर अपने शानदार प्रदर्शन से सुर्खियां बटोर रही हैं, बल्कि कोर्ट के बाहर भी वे अपने अद्वितीय व्यक्तित्व और खिलाड़ियों के अधिकारों के प्रति अपनी मुखरता के लिए चर्चा में हैं। हाल ही में चीन में, उनके प्रशंसकों ने उन्हें दो मनमोहक उपनामों से नवाजा है, जो उनके खेल और उनके व्यक्तित्व के अनूठे मेल को दर्शाते हैं।
चीनी प्रशंसकों का अनूठा प्रेम: `फ्रूट सलाद की रानी` और `बीजिंग की राजदूत`
बीजिंग में अपने खेल के दौरान, अमेरिकी खिलाड़ी कोको गॉफ ने चीनी प्रशंसकों के साथ अपनी गहरी बॉन्डिंग का खुलासा किया। उन्हें यहां दो खास नाम दिए गए हैं:
- फ्रूट सलाद की रानी: यह उपनाम उनकी कोर्ट पर एक साधारण सी आदत से जन्मा है। मैचों के दौरान साइड बदलने पर वे अक्सर फ्रूट सलाद का सेवन करती हैं, जो प्रशंसकों को इतना पसंद आया कि उन्होंने उन्हें यह शाही उपाधि दे दी। कौन कहता है कि महानता केवल शानदार शॉट्स से आती है? कभी-कभी यह एक स्वस्थ नाश्ते से भी जुड़ जाती है!
- बीजिंग की राजदूत: कोको गॉफ ने बीजिंग शहर और उसके लोगों के बारे में कई बार खुलकर तारीफ की है। उनके सकारात्मक शब्दों ने प्रशंसकों का दिल जीत लिया और वे उन्हें शहर की एक अनौपचारिक राजदूत के रूप में देखने लगे।
गॉफ इन उपनामों से बेहद खुश हैं और उन्होंने चीनी प्रशंसकों की रचनात्मकता की सराहना की। उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में एक और चुनौती दी है – अब वे चाहती हैं कि प्रशंसक उनके लिए किसी जानवर पर आधारित उपनाम सोचें, क्योंकि उनका मानना है कि वह “और भी शानदार” होगा। यह दिखाता है कि कैसे एक खिलाड़ी प्रशंसकों के साथ जुड़ने के लिए हमेशा नए और मजेदार तरीके ढूंढती है।
उपहारों की बाढ़: जब सामान ढोने के लिए लेना पड़ा अतिरिक्त बैग
चीनी प्रशंसकों का प्यार केवल उपनामों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि वे उपहारों के रूप में भी अपना स्नेह बरसाते हैं। कोको गॉफ ने बताया कि उन्हें चीन में इतने उपहार मिलते हैं कि उन्हें क्रिसमस पर भी इतने तोहफे नहीं मिले, जितने यहां मिलते हैं। पिछले साल तो उन्हें अपना सूटकेस पैक करने में बहुत मुश्किल हुई थी। इस बार वे पूरी तैयारी के साथ आई थीं – एक अतिरिक्त बैग के साथ, सिर्फ इसलिए कि उन्हें ढेर सारे उपहार वापस ले जा सकें! उनके घर में कई खिलौने इन्हीं चीनी प्रशंसकों के दिए हुए हैं। यह केवल उपहार नहीं हैं; यह एक भावनात्मक बंधन है जो खेल के मैदान से परे जाता है।
खिलाड़ी अधिकारों की लड़ाई: ग्रैंड स्लैम में पुरस्कार राशि बढ़ाने की मांग
कोर्ट के बाहर, कोको गॉफ सिर्फ प्रशंसकों का प्यार ही नहीं बटोर रही हैं, बल्कि वे टेनिस जगत में बड़े बदलावों की भी पैरोकार हैं। उन्होंने ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंटों में खिलाड़ियों के लिए पुरस्कार राशि (प्राइज मनी) बढ़ाने की चल रही मुहिम पर भी अपने विचार व्यक्त किए। यह एक लंबी और जटिल प्रक्रिया है, जिसमें एटीपी (ATP) और डब्ल्यूटीए (WTA) के शीर्ष खिलाड़ी एकजुट होकर काम कर रहे हैं।
“यह एक बहुत लंबी प्रक्रिया है,” गॉफ ने कहा। “हमारा लक्ष्य केवल शीर्ष खिलाड़ियों के लिए नहीं, बल्कि सभी खिलाड़ियों के लिए, चाहे वे शीर्ष 200 या 300 में हों, उनकी स्थिति और पुरस्कार राशि में सुधार लाना है।”
गॉफ ने स्पष्ट किया कि यद्यपि शीर्ष 10 खिलाड़ी इस पत्र पर हस्ताक्षर करके नेतृत्व कर रहे हैं, लेकिन इसका मुख्य उद्देश्य पूरे टूर के खिलाड़ियों के लिए बेहतर परिस्थितियां सुनिश्चित करना है। वे जानती हैं कि शीर्ष खिलाड़ियों की आवाज अधिक सुनी जाती है, और वे इस प्रभाव का उपयोग सभी के भले के लिए करना चाहती हैं। यह खेल में एक महत्वपूर्ण कदम है, जहां खिलाड़ियों को सिर्फ व्यक्तिगत सफलता के बजाय सामूहिक हित के लिए लड़ना सिखाया जा रहा है।
कोको गॉफ: एक युवा आइकन जो सिर्फ टेनिस नहीं, बल्कि टेनिस के भविष्य को भी आकार दे रही है
कोको गॉफ की कहानी सिर्फ एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी की नहीं है, बल्कि यह एक ऐसे युवा एथलीट की कहानी है जो कोर्ट पर अपनी काबिलियत और कोर्ट के बाहर अपने मूल्यों और सिद्धांतों से दूसरों को प्रेरित कर रही है। चाहे वह चीनी प्रशंसकों के साथ एक अनूठा संबंध बनाना हो या अपने साथी खिलाड़ियों के लिए बेहतर भविष्य की वकालत करना हो, गॉफ एक ऐसी प्रभावशाली शख्सियत के रूप में उभर रही हैं जो टेनिस के खेल को कई मायनों में आगे बढ़ा रही हैं। वे केवल `फ्रूट सलाद की रानी` नहीं, बल्कि टेनिस के भविष्य की एक सशक्त आवाज भी हैं।