केटी टेलर बनाम अमांडा सेरानो: बॉक्सिंग के दो महामुक़ाबले और विवादित फैसले

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बॉक्सिंग रिंग में कुछ प्रतिद्वंद्विताएं इतिहास रचती हैं। केटी टेलर और अमांडा सेरानो के बीच का मुकाबला निश्चित रूप से उनमें से एक है। इन दो असाधारण महिला फाइटर्स ने अब तक दो बार एक-दूसरे का सामना किया है, और दोनों ही मुकाबले रोमांचक, ज़ोरदार और अविश्वसनीय रूप से करीबी रहे हैं। लेकिन उनकी चर्चा सिर्फ फाइट की गुणवत्ता के लिए नहीं होती, बल्कि उनके निर्णयों को लेकर उठे गहरे विवादों के लिए भी होती है। क्या जजों ने अमांडा सेरानो के साथ अन्याय किया? क्या उन्हें वास्तव में एक नहीं, बल्कि दो बार जीत से वंचित किया गया?

आने वाले तीसरे मुकाबले से पहले, जब वे एक बार फिर इतिहास लिखने के लिए तैयार हैं, आइए पीछे मुड़कर देखें उन दो मुकाबलों को जिन्होंने फैंस और पंडितों को स्कोरकार्ड पर बहस करने के लिए मजबूर कर दिया।

पहला मुकाबला: 2022, मैडिसन स्क्वायर गार्डन का क्लासिक

30 अप्रैल 2022 को जब केटी टेलर और अमांडा सेरानो ने पहली बार रिंग साझा की, तो उम्मीदें बहुत थीं। लेकिन शायद ही किसी ने सोचा था कि यह मुकाबला इतना शानदार होगा। टेलर, अपनी तेज़ फुटवर्क और सटीक काउंटर पंचों के लिए जानी जाती हैं, जबकि सेरानो अपनी बेमिसाल ताकत और लगातार दबाव बनाने की क्षमता के लिए।

मुकाबले की शुरुआत में टेलर ने अपनी गति और तकनीक से बढ़त बनाई। लेकिन जैसे-जैसे राउंड्स आगे बढ़े, सेरानो ने अपनी आक्रामकता बढ़ाई और टेलर पर हावी होने लगीं। पांचवां राउंड अविश्वसनीय था, जब सेरानो ने टेलर पर पंचों की बौछार कर दी और उन्हें मुश्किल में डाल दिया। ऐसा लगा कि टेलर शायद रुक जाएं, लेकिन उन्होंने अपनी हिम्मत और अनुभव दिखाया और उस तूफान का सामना किया।

अंतिम राउंड्स तक मुकाबला गर्दन-गर्दन की टक्कर जैसा था। दोनों ने हार नहीं मानी और अंतिम घंटी तक एक-दूसरे पर हमला करते रहे। परिणाम एक split decision था, जो केटी टेलर के पक्ष में गया (स्कोरकार्ड: 96-94 सेरानो, 97-93 टेलर, 96-93 टेलर)। इस फैसले पर कुछ लोगों ने सवाल उठाए, लेकिन अधिकांश मीडिया और फैंस इसे टेलर की जीत या अधिकतम ड्रॉ मानते थे। पहले मुकाबले के नतीजे पर `लूट` जैसी तीखी प्रतिक्रियाएं कम ही देखने को मिलीं।

दूसरा मुकाबला: 2024, विवाद की गहराई

रीमैच 15 नवंबर 2024 को हुआ, और यह पहले मुकाबले से भी ज़्यादा उतार-चढ़ाव भरा था। इस बार भी एक्शन ज़ोरदार था। पहले राउंड के अंत में सेरानो ने एक दमदार पंच लैंड किया जिसने टेलर को साफ तौर पर हिला दिया। सेरानो ने मैच की शानदार शुरुआत की थी।

लेकिन टेलर ने फिर वापसी की। उन्होंने अपनी रणनीति बदली, सेरानो की आक्रामकता का मुकाबला कॉम्बिनेशन पंचों से किया। हालांकि, इस मुकाबले में सिर टकराने की घटनाएं भी हुईं, जिनमें से कुछ सेरानो की आंख के ऊपर कट का कारण बनीं। यह चोट मैच में एक महत्वपूर्ण कारक बन गई। आठवें राउंड में, रेफरी ने टेलर का एक पॉइंट काट लिया, जो शायद सिर टकराने की घटना के कारण था। यह फैसला थोड़ा देर से आया, लेकिन सेरानो की चोट को देखते हुए उचित था।

मुकाबला एक बार फिर अंतिम घंटी तक चला, और दोनों फाइटर्स ने अपना सब कुछ लगा दिया। फैसला unanimous decision से केटी टेलर के पक्ष में गया, लेकिन तीनों जजों ने एक ही स्कोर दिया: 95-94 टेलर। यह करीबी स्कोर खुद में एक कहानी कहता है।

आंकड़ों की ज़ुबानी: दूसरा मुकाबला

दूसरे मुकाबले के आंकड़े बेहद दिलचस्प हैं। CompuBox के अनुसार, अमांडा सेरानो ने केटी टेलर की तुलना में कहीं ज़्यादा पंच लैंड किए (324 के मुकाबले 217)। पावर पंच (वो पंच जिनमें ज़्यादा ताक़त होती है) में भी सेरानो का दबदबा था (278 के मुकाबले 208)।

हालांकि बॉक्सिंग की स्कोरिंग राउंड-दर-राउंड होती है, आंकड़ों का यह बड़ा अंतर सवाल पैदा करता है। जजों के 95-94 के करीबी स्कोर के बावजूद, CompuBox के डेटा के आधार पर सेरानो ने 10 में से 8 राउंड में पावर पंच लैंड करने में बढ़त हासिल की।

मीडिया की प्रतिक्रिया भी इस बार अलग थी। अधिकांश प्रमुख स्पोर्ट्स मीडिया आउटलेट्स ने दूसरे मुकाबले में सेरानो के पक्ष में स्कोर किया। कई फैंस ने सोशल मीडिया पर खुलकर इसे `लूट` बताया और महसूस किया कि सेरानो को उनकी जीत से वंचित किया गया है।

अंतिम विश्लेषण: क्या सेरानो को लूटा गया?

बॉक्सिंग स्कोरिंग अक्सर जटिल और व्यक्तिपरक होती है। एक जज प्रभावी आक्रमण को ज़्यादा महत्व दे सकता है, जबकि दूसरा बचाव, रिंग जनरलशिप या साफ पंचों को। केटी टेलर के काउंटर पंच तेज़ और सटीक थे, लेकिन अमांडा सेरानो की आक्रामकता और पावर पंच का प्रभाव भी स्पष्ट था।

पहले मुकाबले में, टेलर की जीत पर ज़्यादा सहमति थी। भले ही यह करीबी था और कुछ इसे ड्रॉ मान सकते हैं, लेकिन इसे `लूट` कहना मुश्किल है।

लेकिन दूसरे मुकाबले में स्थिति बदल जाती है। जब CompuBox के आंकड़े, अधिकांश मीडिया स्कोर और बड़ी संख्या में फैंस की भावनाएं एक फाइटर (सेरानो) के पक्ष में स्पष्ट रूप से झुकती हैं, और जजों का स्कोर इतना करीबी होता है, तो `अन्यायपूर्ण फैसला` या `लूट` का तर्क ज़्यादा मज़बूत हो जाता है। तीन जजों का एक ही करीबी स्कोर देना, जबकि उनके राउंड-दर-राउंड स्कोरकार्ड अलग-अलग थे, एक अजीब संयोग लगता है।

मेरे अपने विश्लेषण के आधार पर, पहला मुकाबला ड्रॉ हो सकता था, और टेलर की जीत स्वीकार्य थी। लेकिन दूसरे मुकाबले में, आंकड़े और एक्शन स्पष्ट रूप से अमांडा सेरानो के पक्ष में थे। मेरा मानना है कि दूसरे मुकाबले की विजेता सेरानो होनी चाहिए थीं।

ट्रिलॉजी: कहानी का निर्णायक अध्याय

तो, अगर स्कोरकार्ड मेरे विश्लेषण के अनुसार होता, तो सेरानो 1-0-1 से आगे होतीं, या कम से कम स्कोर 1-1 की बराबरी पर होता। केटी टेलर के नाम दो जीत दर्ज हैं, लेकिन विवाद का साया उन पर बना हुआ है।

यही कारण है कि तीसरा मुकाबला इतना महत्वपूर्ण है। यह सिर्फ एक और फाइट नहीं है; यह इन दो असाधारण एथलीटों के बीच की गाथा का निर्णायक अध्याय है। क्या केटी टेलर अपनी जीत साबित करेंगी और विवाद को शांत करेंगी? या क्या अमांडा सेरानो अंततः वह जीत हासिल करेंगी जिसके बारे में कई लोग मानते हैं कि वह पहले ही उनके नाम होनी चाहिए थी?

यह प्रतिद्वंद्विता महिला बॉक्सिंग के लिए अविश्वसनीय रही है, जिसने लाखों लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। तीसरा मुकाबला इस कहानी को एक निष्कर्ष देगा। उम्मीद है, इस बार का फैसला इतना स्पष्ट हो कि जजों के स्कोरकार्ड पर कोई बड़ा विवाद न हो और सिर्फ रिंग के अंदर के प्रदर्शन की बात हो। फैंस एक और क्लासिक का इंतजार कर रहे हैं, और इस बार वे शायद सिर्फ एक स्पष्ट परिणाम चाहते हैं।

विक्रम सिंघानिया

विक्रम सिंघानिया मुंबई से हैं और मुक्केबाजी और कुश्ती में विशेषज्ञ हैं। नौ साल के करियर में, उन्होंने छोटे शहरों के युवा खिलाड़ियों पर डॉक्यूमेंट्री रिपोर्ट की एक श्रृंखला बनाई है। वे भारतीय खेल की उभरती प्रतिभाओं के साथ विशेष साक्षात्कार के लिए जाने जाते हैं। वे नियमित रूप से अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट और राष्ट्रीय चैंपियनशिप को कवर करते हैं।