जियांगमेन में 2025 U21 वॉलीबॉल विश्व चैंपियनशिप: क्वार्टरफाइनल के महारथी, USA की धूम!

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हाल ही में चीन के जियांगमेन शहर में आयोजित 2025 FIVB अंडर-21 पुरुष वॉलीबॉल विश्व चैंपियनशिप ने खेल प्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित कर लिया है। यह वह पड़ाव है जहाँ युवा प्रतिभाएं अपनी छाप छोड़ती हैं और भविष्य के सितारों की नींव रखी जाती है। प्रतियोगिता अपने रोमांचक चरण में प्रवेश कर चुकी है, जहाँ आठ टीमें क्वार्टरफाइनल में अपनी जगह पक्की कर चुकी हैं। इन आठों टीमों में से कुछ ने तो ऐसा शानदार प्रदर्शन किया है कि विरोधी टीम के पसीने छूट गए। वाकई, जियांगमेन में इस समय युवा शक्ति का प्रदर्शन चरम पर है!

USA का शानदार विजय रथ: अजेय बढ़त के साथ

अगर हम `जीत` शब्द को एक यात्रा मान लें, तो USA की टीम ने इस चैंपियनशिप में एक शाही यात्रा की है। उन्होंने अपने विजय रथ पर सवार होकर बुल्गारिया को 3-0 से सीधे सेटों में रौंद दिया और अपने अजेय रिकॉर्ड को बरकरार रखा। यह कोई साधारण जीत नहीं थी, बल्कि एकतरफा प्रदर्शन का प्रमाण थी, जहाँ प्रत्येक सेट में USA ने शुरू से ही बढ़त बना ली और उसे अंत तक नहीं छोड़ा।

  • शॉन केली ने 13 अंकों के साथ हमले का नेतृत्व किया।
  • जैक्सन क्रिस्ट ने 11 अंक जोड़े।
  • सेटटर ट्रेड रोसेन्थल ने चार ब्लॉकों के साथ रक्षात्मक प्रदर्शन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, मानो कोर्ट पर दीवार खड़ी कर दी हो।

टीम के 34 किल्स और 11 टीम ब्लॉकों ने उनकी संतुलित ताकत को उजागर किया, जिसने विरोधियों को सोचने पर मजबूर कर दिया कि आखिर इस टीम को कैसे रोका जाए। अब देखना यह है कि यह अजेय यात्रा कहाँ तक जाती है और क्या वे खिताब अपने नाम कर पाते हैं।

अन्य अजेय टीमें: प्रतिभा का संगम

USA अकेला नहीं था जिसने यह अजेय टैग हासिल किया। ईरान, चेकिया और इटली ने भी अपने-अपने पूल में एक भी मैच न हारकर क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया। यह दिखाता है कि इस चैंपियनशिप में प्रतिभा का कोई कमी नहीं है।

ईरान की जबरदस्त वापसी

अर्जेंटीना के खिलाफ 3-1 से पिछड़ने के बाद ईरान ने जबरदस्त वापसी की। आर्मिन घेलिचनियाज़ी, पौया आरियाखा, सैयद माटिन हुसैनी टोलौती और आर्यन महमूद नेजाद ने मिलकर 59 अंक बनाए, जो उनकी टीम की गहराई और संतुलन को दर्शाता है। यह दिखाता है कि एक मैच सिर्फ एक खिलाड़ी से नहीं, बल्कि पूरे टीम के सामूहिक प्रयास से जीता जाता है। शायद अर्जेंटीनाई टीम को ईरान की इस `सामूहिक शक्ति` का अंदाजा नहीं था!

चेकिया की निर्णायक सर्विस और ब्लॉकिंग

चेकिया को तुर्की ने पहले सेट में कड़ी चुनौती दी, लेकिन थॉमस ब्रिच्टा (18 अंक) के नेतृत्व में उन्होंने जबरदस्त वापसी की। उनकी तेज सर्विस और ब्लॉकिंग ने मैच का रुख मोड़ दिया और उन्होंने 3-1 से जीत हासिल की। यह किसी भी खेल में वापसी की कहानी का बेहतरीन उदाहरण है – कभी-कभी शुरुआत धीमी हो सकती है, लेकिन अंत जीत का होना चाहिए!

इटली का अनुशासित प्रदर्शन

यूरोपीय दिग्गज इटली ने दक्षिण कोरिया को 3-0 से हराकर अपनी श्रेष्ठता साबित की। टॉमसो बारोटो और मैनुअल ज़्लाटानोव ने 12-12 अंक बनाए, जबकि पारडो माटी ने बीच से 10 अंक जोड़े। उनके अनुशासित ब्लॉक ने कोरियाई टीम को खुलकर खेलने का मौका ही नहीं दिया, मानो हर शॉट के लिए एक दीवार खड़ी थी।

क्वार्टरफाइनल के अन्य दावेदार: संघर्ष और जीत

क्वार्टरफाइनल में जगह बनाने वाली अन्य टीमें भी किसी से कम नहीं थीं। हर टीम ने अपनी जगह बनाने के लिए कड़ी मेहनत और जुझारूपन का प्रदर्शन किया:

  • फ्रांस ने कजाकिस्तान को 3-0 से हराकर अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया।
  • क्यूबा को मिस्र के खिलाफ 3-0 की जीत के लिए कड़े संघर्ष का सामना करना पड़ा, जहाँ उन्होंने विस्तारित सेट जीते। यह दर्शाता है कि स्कोर लाइन हमेशा पूरी कहानी नहीं बताती।
  • पोलैंड ने यूक्रेन के प्रतिरोध का सामना करते हुए 3-1 से जीत हासिल की, जिसमें 16 टीम ब्लॉक उनकी जीत में सहायक रहे। शायद यूक्रेन को पोलैंड की `ब्लॉक पार्टी` का अंदाजा नहीं था।
  • दिन का सबसे करीबी और शायद सबसे रोमांचक मैच चीन और जापान के बीच था, जहाँ चीन ने 3-2 से रोमांचक जीत दर्ज की, यह दिखाते हुए कि दबाव में भी कौन शांत रह सकता है और निर्णायक क्षणों में बाजी मार सकता है।

निचले रैंकिंग के प्लेऑफ मैच: हर मैच महत्वपूर्ण

चैंपियनशिप में केवल शीर्ष स्थानों के लिए ही नहीं, बल्कि निचले रैंकिंग के लिए भी कुछ रोचक मैच हुए, जहाँ हर टीम ने अपनी छाप छोड़ने की कोशिश की:

  • थाईलैंड ने कोलंबिया को 3-0 से हराया।
  • ब्राजील ने मोरक्को पर 3-0 की जीत दर्ज की।
  • कनाडा ने ट्यूनीशिया को 3-0 से हराया।
  • इंडोनेशिया ने प्यूर्टो रिको को 3-0 से मात दी।

इन मैचों ने भी दिखाया कि वॉलीबॉल में हर स्तर पर प्रतिस्पर्धा कितनी तीव्र है, और कोई भी टीम हार मानने को तैयार नहीं होती।

निष्कर्ष: आगे की रोमांचक जंग

जियांगमेन में 2025 FIVB अंडर-21 पुरुष वॉलीबॉल विश्व चैंपियनशिप अब अपने सबसे रोमांचक दौर में है। USA, ईरान, चेकिया, इटली, फ्रांस, क्यूबा, पोलैंड और चीन जैसी टीमें अब खिताब के लिए भिड़ेंगी। यह युवा प्रतिभाओं का महाकुंभ है, जहाँ हर मैच में एक नया सितारा उभरने की संभावना है। आने वाले क्वार्टरफाइनल मुकाबले निश्चित रूप से उच्च-स्तरीय वॉलीबॉल और अविस्मरणीय पलों से भरपूर होंगे। देखना यह है कि कौन सी टीम दबाव को झेलकर चैंपियन बनती है और कौन सी टीम अपनी छाप छोड़कर भविष्य के लिए एक मजबूत दावेदारी पेश करती है। तैयार रहिए, क्योंकि वॉलीबॉल का असली रोमांच अभी बाकी है!

धीरज मेहता

धीरज मेहता नई दिल्ली के एक खेल पत्रकार हैं जिन्हें बारह साल का अनुभव है। कबड्डी की स्थानीय प्रतियोगिताओं की कवरेज से शुरुआत करने वाले धीरज अब क्रिकेट, फुटबॉल और फील्ड हॉकी पर लिखते हैं। उनके लेख रणनीतिक विश्लेषण में गहराई से जाने के लिए जाने जाते हैं। वे एक साप्ताहिक खेल कॉलम लिखते हैं और लोकप्रिय खेल पोर्टल्स के साथ सक्रिय रूप से काम करते हैं।