जब खेल के मैदान में उतर आई कला: फिलीपींस में वॉलीबॉल कोर्ट बना प्रेरणा का चित्रपट

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कल्पना कीजिए एक खेल के मैदान की, जो केवल पसीना बहाने और प्रतिद्वंद्विता के लिए नहीं, बल्कि कला और प्रेरणा का जीवंत कैनवास बन जाए। फिलीपींस में कुछ ऐसा ही अद्भुत देखने को मिला है, जहाँ वॉलीबॉल की ऊँचाइयों को एक अनूठी कलाकृति के माध्यम से दर्शाया गया है। यह केवल एक खेल का मैदान नहीं, बल्कि समुदाय, कला और विश्वस्तरीय खेल भावना का एक शानदार संगम है।

वॉलीबॉल विश्व चैंपियनशिप का ऐतिहासिक मंच

इस अभूतपूर्व पहल का समय इससे बेहतर नहीं हो सकता था। फिलीपींस पहली बार प्रतिष्ठित FIVB पुरुष वॉलीबॉल विश्व चैंपियनशिप की मेजबानी कर रहा है, जो दक्षिण पूर्व एशिया के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। ऐसे में, FIVB और FIVB वॉलीबॉल फाउंडेशन द्वारा शुरू किया गया “वॉलीबॉल लीगेसी आर्ट प्रोजेक्ट” इस ऐतिहासिक घटना को और भी यादगार बना रहा है। इसका उद्देश्य सिर्फ खेल का जश्न मनाना नहीं, बल्कि कला के माध्यम से नई पीढ़ियों को प्रेरित करना और समुदाय को सशक्त बनाना भी है।

पेंटब्रश और वॉलीबॉल का मिलन: माया कारनडांग की अद्भुत कला

इस असाधारण कलाकृति के पीछे फिलीपींस के प्रसिद्ध शहरी कलाकार माया कारनडांग का दिमाग और हाथ हैं। माया को खेल के मैदानों को जीवंत कलाकृतियों में बदलने के लिए जाना जाता है। उनका “MAYA100 प्रोजेक्ट” फिलीपींस भर में 100 खेल कोर्ट कलाकृतियाँ बनाने का एक मिशन है, जिसके माध्यम से वे अपनी संस्कृति और समुदाय को साहसिक, गतिशील डिज़ाइनों के ज़रिए मनाते हैं। उन्होंने रॉयल व्यू गार्डन रेजिडेंसेस, मनीला में स्थित इस साधारण आउटडोर वॉलीबॉल कोर्ट को एक ऐसे मंच में बदल दिया है, जहाँ खेल के सितारे अब कला के रंग में चमक रहे हैं। यह एक दिलचस्प विडंबना है कि जहाँ खिलाड़ी अक्सर आसमान छूते शॉट्स लगाते हैं, वहीं अब वे खुद जमीन पर एक स्थायी छाप छोड़ रहे हैं।

सितारों से सजा कोर्ट: विश्व के शीर्ष खिलाड़ी एक ही कैनवास पर

यह कोर्ट FIVB पुरुष वॉलीबॉल विश्व चैंपियनशिप के सात शीर्ष एथलीटों के चित्रों के साथ जीवंत हो उठा है। इन दिग्गजों को एक साथ एक ही कैनवास पर देखना सचमुच प्रेरणादायक है:

  • ब्रायन बगुनास – फिलीपींस पुरुष राष्ट्रीय वॉलीबॉल टीम के कप्तान (मेजबान देश)
  • टोमाज़ फोरनल – पोलैंड (विश्व रैंकिंग 1)
  • सिमोन जियानेली – इटली (विश्व रैंकिंग 2)
  • रिकार्डो लुकारेली – ब्राजील (विश्व रैंकिंग 3)
  • जीन पैट्री – फ्रांस (विश्व रैंकिंग 4)
  • यूकी इशीकावा – जापान (विश्व रैंकिंग 5)
  • एरिक शोजी – संयुक्त राज्य अमेरिका (विश्व रैंकिंग 6)

ये नाम सिर्फ खिलाड़ी नहीं, बल्कि वॉलीबॉल जगत के ऐसे स्तंभ हैं, जिनकी उपस्थिति इस कलाकृति को एक वैश्विक अपील देती है। यह एक प्रतीकात्मक संकेत है कि खेल की भावना किसी भी भौगोलिक सीमा से परे है।

खेल, कला और समुदाय का जश्न: एक अनूठा अनावरण

इस अद्भुत मुरल का अनावरण मनीला के रॉयल व्यू गार्डन रेजिडेंसेस में एक भव्य समारोह के साथ किया गया। इस अवसर पर कलाकार माया कारनडांग, FIVB अध्यक्ष फैबियो अज़ेवेडो, एशियाई वॉलीबॉल परिसंघ के अध्यक्ष और FIVB कार्यकारी उपाध्यक्ष रेमन सुज़ारा, और कलाकृति में शामिल एथलीटों में से एक ब्रायन बगुनास उपस्थित थे।

इस समारोह के दौरान एक महत्वपूर्ण घोषणा भी की गई: FIVB ने स्थानीय समुदाय में उपयोग के लिए वॉलीबॉल उपकरण दान किए। यह पहल केवल सौंदर्यशास्त्र तक सीमित नहीं है, बल्कि वास्तविक सामुदायिक सशक्तिकरण पर भी केंद्रित है। आखिर, कला का सबसे बड़ा उद्देश्य क्या है, यदि वह किसी को कुछ बेहतर करने के लिए प्रेरित न करे?

प्रेरणा की गूंज: खिलाड़ियों के बोल

कलाकृति के बारे में बोलते हुए, मुरल में शामिल एक अन्य एथलीट, यूकी इशीकावा ने कहा:

“दुनिया भर के शीर्ष खिलाड़ियों के साथ इस परियोजना में शामिल होकर मैं बहुत खुश हूँ। मैं माया जी का भी आभार व्यक्त करना चाहूँगा, जिन्होंने यह पेंटिंग बनाई। मुझे उम्मीद है कि यह कलाकृति वॉलीबॉल को वैश्विक स्तर पर और आगे विकसित करने का अवसर प्रदान करेगी।”

संयुक्त राज्य अमेरिका के एरिक शोजी ने भी अपनी भावनाएं व्यक्त कीं:

“वॉलीबॉल लीगेसी आर्ट प्रोजेक्ट का हिस्सा बनना मेरे लिए सम्मान की बात है। अपने खेल को इस तरह कला के माध्यम से मनाना वास्तव में खास है, और मुझे एक ऐसे मुरल में शामिल होने पर गर्व है, जो मुझे उम्मीद है कि भविष्य की पीढ़ियों को वॉलीबॉल से प्यार करने के लिए प्रेरित करेगा। फिलीपींस में एक स्थायी विरासत छोड़ने का यह कितना अद्भुत तरीका है!”

इन खिलाड़ियों के शब्द इस परियोजना के मूल संदेश को सुदृढ़ करते हैं: यह सिर्फ एक कोर्ट पर पेंटिंग नहीं, बल्कि एक सपने को रंगने जैसा है, जो अनगिनत युवाओं को अपनी प्रतिभा को निखारने के लिए प्रेरित करेगा।

एक स्थायी विरासत: खेल और कला का भविष्य

वॉलीबॉल लीगेसी आर्ट प्रोजेक्ट इस बात का एक आदर्श उदाहरण है कि वॉलीबॉल कैसे प्रतिद्वंद्विता से ऊपर उठकर, कलात्मक अभिव्यक्ति और सामुदायिक सशक्तिकरण का एक मंच बन सकता है। यह पहल दर्शाती है कि जब खेल और कला हाथ मिलाते हैं, तो वे केवल मनोरंजन से कहीं अधिक का सृजन कर सकते हैं – वे प्रेरणा, समुदाय और एक स्थायी विरासत का निर्माण करते हैं, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए एक चमकदार उदाहरण बन जाती है। उम्मीद है कि यह कलाकृति केवल एक दर्शनीय स्थल नहीं, बल्कि एक प्रेरणा का स्रोत बनेगी, जो फिलीपींस और उससे परे वॉलीबॉल को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगी।

धीरज मेहता

धीरज मेहता नई दिल्ली के एक खेल पत्रकार हैं जिन्हें बारह साल का अनुभव है। कबड्डी की स्थानीय प्रतियोगिताओं की कवरेज से शुरुआत करने वाले धीरज अब क्रिकेट, फुटबॉल और फील्ड हॉकी पर लिखते हैं। उनके लेख रणनीतिक विश्लेषण में गहराई से जाने के लिए जाने जाते हैं। वे एक साप्ताहिक खेल कॉलम लिखते हैं और लोकप्रिय खेल पोर्टल्स के साथ सक्रिय रूप से काम करते हैं।