न्यू यॉर्क के जगमगाते कोर्ट पर, जहाँ टेनिस की दुनिया के धुरंधर अपना लोहा मनवाने आते हैं, वहाँ एक युवा खिलाड़ी की जीत ने न केवल प्रतिद्वंद्वी को चौंकाया, बल्कि एक दिलचस्प कहानी भी गढ़ दी। हम बात कर रहे हैं इटली के टेनिस स्टार जान्निक सिनर की, जिन्होंने यूएस ओपन में अलेक्जेंडर बुब्लिक के खिलाफ एकतरफा मुकाबले में जीत दर्ज की। यह सिर्फ एक जीत नहीं थी, यह `बदला` लेने का एक शानदार प्रदर्शन था, जिसकी नींव मैच से पहले एक अनोखी मुलाकात में रखी गई थी।
वोग की `रानी` और एक टेनिस खिलाड़ी: कोर्टसाइड पर हुई अनोखी बातचीत
मैच शुरू होने से पहले, जब सिनर वार्म-अप कर रहे थे, तभी उनकी नज़रें एक खास मेहमान पर पड़ीं – फैशन की दुनिया की दिग्गज, वोग (Vogue) की पूर्व प्रतिष्ठित संपादक अन्ना विंटौर। विंटौर, जो अपनी शांत और गंभीर छवि के लिए जानी जाती हैं, टेनिस की बहुत बड़ी प्रशंसक हैं। अभिनेता रामी मालेक के साथ वह सेंटर कोर्ट पर सिनर के वार्म-अप को देखने के लिए रुकी थीं।
दोनों के बीच एक छोटी सी, पर बेहद महत्वपूर्ण बातचीत हुई। सिनर ने विंटौर से कहा:
“मैं ठीक हूँ, मजा आ रहा है। पिछली बार जब हम खेले थे, उसने मुझे हराया था… अब बदला लेने का समय है।”
यह वाक्य साधारण लग सकता है, लेकिन इसमें सिनर का दृढ़ संकल्प और आत्मविश्वास स्पष्ट झलक रहा था। विंटौर, जो दुनिया के सबसे ताकतवर लोगों में से एक मानी जाती हैं, ने शायद सिनर की आँखों में खेल के प्रति उस जुनून को देखा होगा, जो जीत के लिए बेताब था।
बुब्लिक पर कहर और `बदले` का मैदान
कागजों पर, बुब्लिक के खिलाफ यह मैच चुनौतीपूर्ण लग रहा था। बुब्लिक, जो अपने अनोखे खेल और अप्रत्याशित शॉट्स के लिए जाने जाते हैं, ने इस टूर्नामेंट में अपनी सर्विस एक बार भी नहीं गंवाई थी – लगातार 55 गेम बिना किसी ब्रेक पॉइंट के। यह एक प्रभावशाली रिकॉर्ड था, लेकिन जान्निक सिनर ने इसे तोड़ने में जरा भी देर नहीं लगाई।
मैच शुरू होते ही, सिनर ने बुब्लिक की सर्विस को तुरंत तोड़ दिया। यह सिर्फ एक पॉइंट नहीं था, यह एक घोषणा थी। यह सिनर का वह `बदला` था जिसकी उन्होंने विंटौर से बात की थी। बुब्लिक को मानो उनके ही खेल में मात दी जा रही थी। सिनर ने कोर्ट के हर कोने का इस्तेमाल करते हुए बुब्लिक को दौड़ने पर मजबूर किया, और अपने शक्तिशाली फोरहैंड व बैकहैंड से लगातार पॉइंट्स बटोरे।
नतीजा? सिनर ने बुब्लिक को 6-1, 6-1, 6-1 के सीधे सेटों में धो डाला। यह एकतरफा जीत थी, जिसने न केवल दर्शकों को, बल्कि स्वयं बुब्लिक को भी हैरान कर दिया। मैच के बाद नेट पर बुब्लिक ने सिनर से कहा:
“तुम यह कैसे करते हो? मैं इतना बुरा भी नहीं हूँ…”
बुब्लिक का यह कथन उनकी निराशा और सिनर के खेल के प्रति उनके सम्मान दोनों को दर्शाता है। एक खिलाड़ी जो 55 गेम से अपनी सर्विस नहीं हारा था, वह एक ही मैच में तीन बार बड़े अंतर से हार गया – यह सिनर के दृढ़ संकल्प और फॉर्म का प्रमाण था। यहाँ तक कि बुब्लिक के लिए भी, जो अपने हल्के-फुल्के अंदाज़ के लिए जाने जाते हैं, यह हार पचाना मुश्किल था।
सिनर की मानसिकता: सिर्फ जीत नहीं, एक संकल्प
सिनर की यह जीत सिर्फ बुब्लिक के खिलाफ एक हार का बदला नहीं थी, बल्कि उनके व्यापक लक्ष्यों का एक हिस्सा प्रतीत होती है। पिछले कुछ समय में सिनर ने अपने खेल में काफी सुधार किया है, और वह लगातार बड़े टूर्नामेंटों में अपनी छाप छोड़ रहे हैं। शापोवालोव के खिलाफ पिछले मैच में थोड़ी लड़खड़ाहट के बाद, सिनर ने अब अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। ऐसा लगता है जैसे उन्होंने अपने `हेलमेट` का विज़ियर नीचे कर लिया है और अब सिर्फ आगे बढ़ते जाना चाहते हैं।
यह जीत उनके आत्मविश्वास को और बढ़ाएगी और उन्हें टूर्नामेंट में आगे बढ़ने के लिए नई ऊर्जा देगी। बुब्लिक तो बस एक पड़ाव थे, अब सिनर का अगला लक्ष्य क्या होगा, यह देखना दिलचस्प होगा। यूएस ओपन में सिनर का सफर अब और भी रोमांचक होता जा रहा है।