MMA की दुनिया में जब भी महानतम (Greatest Of All Time – GOAT) फाइटर की बात आती है, तो एक नाम हमेशा चर्चा के केंद्र में रहता है: **जॉन जोन्स (Jon Jones)**। अब जबकि उनके रिटायरमेंट की खबरें एक बार फिर से जोर पकड़ रही हैं, यह सवाल फिर से सतह पर आ गया है – क्या अपने शानदार और लगभग बेदाग करियर के बाद, जोन्स सचमुच खेल के इतिहास के सबसे महान फाइटर के रूप में रिटायर होंगे?
जोन्स का करियर आंकड़ों के लिहाज से अभूतपूर्व रहा है। उन्होंने लाइट हेवीवेट डिविजन पर लंबे समय तक राज किया, एक के बाद एक दिग्गज फाइटर्स को हराया। फिर उन्होंने हेवीवेट डिविजन में कदम रखा और वहां भी चैंपियन बने। उनकी कौशल, खेल की समझ और रिंग के अंदर की बुद्धिमत्ता कई लोगों के लिए बेजोड़ रही है। उनकी पहुंच, स्ट्राइकिंग और रेसलिंग का मेल उन्हें लगभग अजेय बनाता था, कम से कम रिंग के अंदर।
लेकिन महानता की यह बहस सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं रहती। MMA की दुनिया में GOAT का ताज किसे पहनाया जाए, यह हमेशा एक जटिल सवाल रहा है। जॉन जोन्स के साथ, इस बहस में अक्सर Georges St-Pierre, Demetrious Johnson, Khabib Nurmagomedov, Jose Aldo, Fedor Emelianenko जैसे अन्य महान नामों की तुलना की जाती है। क्या जोन्स ने इन दिग्गजों की उपलब्धियों को पीछे छोड़ दिया है? क्या पाउंड-फॉर-पाउंड (Pound-for-Pound) देखें तो जोन्स सबसे कुशल फाइटर हैं?
यह सवाल MMA के पंडितों और फैंस के बीच लगातार बहस का विषय बना हुआ है। हर कोई अपने तर्क और रैंकिंग के साथ सामने आता है। कुछ जोन्स की अद्वितीय डोमिनेंस और दो अलग-अलग डिविजन में चैंपियन बनने की क्षमता को सर्वोपरि मानते हैं। उनका कहना है कि जोन्स ने खेल को एक ऐसे स्तर पर ले जाकर दिखाया है, जहां तक पहुंचना दूसरों के लिए सपना है।
वहीं, कुछ ऐसे भी हैं जो महानतम की परिभाषा में सिर्फ रिंग के अंदर के प्रदर्शन को शामिल नहीं करते। हालांकि, अगर हम केवल स्रोत लेख पर टिके रहें, जो केवल खेल प्रदर्शन और तुलना पर केंद्रित है, तो जोन्स के पक्ष में तर्क बहुत मजबूत हैं। उनका रिकॉर्ड, शीर्ष विरोधियों के खिलाफ लगातार जीत, और अलग-अलग युगों के फाइटर्स के साथ प्रतिस्पर्धा करना, ये सब उनकी महानता के प्रमाण हैं।
MMA फाइटिंग जैसे प्लेटफॉर्म पर भी इस विषय पर विशेषज्ञों के पैनल बैठते हैं, जहां हर कोई जोन्स के नाम के आगे एक नंबर रखता है और बताता है कि क्यों वो उन्हें GOAT मानता है या क्यों नहीं। यह दिखाता है कि बहस कितनी गहरी और व्यक्तिपरक है। कोई भी फाइटर हर पैमाने पर खरा नहीं उतर सकता, और महानतम का चुनाव अक्सर इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस चीज़ को सबसे ज़्यादा महत्व देते हैं – अपराजित रिकॉर्ड (जैसे खबीब का था), कई डिविजन में जीत, लंबे समय तक डोमिनेंस, या विरोधियों की गुणवत्ता।
चाहे आप जॉन जोन्स को निर्विवाद GOAT मानें या उन्हें इस बहस में शामिल कई महान नामों में से एक समझें, एक बात तय है: उनका MMA पर प्रभाव गहरा है। उन्होंने खेल के इतिहास में अपना नाम सुनहरे अक्षरों में लिखवाया है। GOAT का ताज किसे पहनाया जाए, यह बहस शायद तब तक चलेगी जब तक खेल मौजूद है, और यही इन चर्चाओं को दिलचस्प बनाए रखता है। लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं कि जॉन जोन्स इस बातचीत का एक अनिवार्य हिस्सा रहेंगे।