इटली की महिला वॉलीबॉल टीम ने रचा इतिहास: 2025 FIVB विश्व कप पर कब्जा, अजेय विजय रथ जारी

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खेल जगत में जब भी किसी टीम के अजेय अभियान की बात होती है, तो अक्सर इतिहास के पन्ने पलटे जाते हैं। लेकिन इस बार, इटली की महिला वॉलीबॉल टीम ने न केवल इतिहास रचा है, बल्कि वर्तमान में एक ऐसा स्वर्णिम युग स्थापित किया है, जिसकी तुलना बिरले ही देखने को मिलती है। थाईलैंड में आयोजित 2025 FIVB वॉलीबॉल महिला विश्व चैंपियनशिप में इटली ने शानदार प्रदर्शन करते हुए विश्व खिताब पर कब्जा कर लिया है, यह साबित करते हुए कि वे इस खेल की वास्तविक महारानी हैं।

भव्य फाइनल का रोमांच: इटली बनाम तुर्की

बैंकॉक के हुआमार्क इंडोर स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में, इटली का सामना उसकी महाद्वीपीय प्रतिद्वंद्वी तुर्की से हुआ। यह मुकाबला किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं था, जहाँ दोनों टीमों ने हर अंक के लिए जबरदस्त संघर्ष किया। पाँच सेटों तक चले इस रोमांचक मैच में, इटली ने तुर्की को 3-2 (25-23, 13-25, 26-24, 19-25, 15-8) से मात दी। तुर्की की टीम ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी, मानो कह रही हो, `जीतना तो हमें था, बस आज आपका दिन था।` लेकिन अंततः इटली की दृढ़ता और बेहतर रणनीति ने उसे 23 साल बाद इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में शीर्ष स्थान पर वापस ला दिया।

एक स्वर्णिम युग की कहानी

यह जीत सिर्फ एक टूर्नामेंट की जीत नहीं है, बल्कि इटली की महिला टीम के लिए पिछले एक साल से अधिक समय से चले आ रहे अजेय अभियान की पराकाष्ठा है। पिछले 15 महीनों में 36 मैचों में अजेय रहकर, उन्होंने चार बड़े अंतर्राष्ट्रीय खिताब अपने नाम किए हैं, जिनमें 2024 वॉलीबॉल नेशंस लीग, पेरिस ओलंपिक 2024, और एक और VNL खिताब शामिल है। यह वाकई हैरतअंगेज़ है कि क्यूबा के 2002 में ऐसा करने के बाद, इटली पहली महिला राष्ट्रीय टीम बन गई है जिसने एक ही समय में ओलंपिक और विश्व दोनों खिताब अपने पास रखे हैं।

मुख्य कोच जूलियो वेलास्को ने इस जीत पर अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा, “यह जीत हमारे लिए बहुत भावनात्मक है। विश्व चैंपियनशिप, ओलंपिक और दो VNL जीतने के बाद, मेरा मानना है कि इस टीम को भविष्य में कुछ अन्य टीमों की तरह एक महान टीम के रूप में याद किया जाएगा। मुझे उन पर बहुत गर्व है। उन्होंने पिछले दो दिनों में दो बहुत कठिन मैच जीते, और वे हर दिन अभ्यास में अपना सर्वश्रेष्ठ देती हैं और वे अपनी सभी उपलब्धियों की हकदार हैं।”

यह इटली का दूसरा विश्व चैंपियनशिप खिताब है, और उनकी चौथी विश्व चैंपियनशिप पदक उपलब्धि है। उन्होंने पहली बार 2002 में टूर्नामेंट जीता था, और अब 2018 में रजत और 2022 में कांस्य पदक जीतने के बाद लगातार तीसरी बार पोडियम पर अपनी जगह बनाई है।

मैदान के सितारे और उनका चमचमाता प्रदर्शन

इटली की जीत में कई खिलाड़ियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा, लेकिन कुछ नाम ऐसे थे जिन्होंने अपनी छाप छोड़ी।

  • पायोला इगोनु (Paola Egonu): सेमीफाइनल में ब्राजील के खिलाफ कुछ हद तक असंगत प्रदर्शन के बाद, इगोनु ने शानदार वापसी की और 22 अंकों (18 किल्स, तीन ब्लॉक, एक ऐस) के साथ टीम को खिताब दिलाया। वह इस टीम की रीढ़ हैं और उनका प्रदर्शन प्रेरणादायक रहा।

    स्वर्ण पदक मैच के बाद इगोनु ने कहा, “मुझे अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है। मुझे टीम पर बहुत गर्व है और मैं अविश्वसनीय रूप से खुश हूँ। यह एक ऐसा क्षण है जिसे मैं कभी नहीं भूलूँगी। शायद यह हमारी कुछ खिलाड़ियों के लिए आखिरी बार भी है, और मेरा दिल अब भरा हुआ है।”

  • मीरियम सिला (Myriam Sylla): बाहरी हिटर मीरियम सिला ने भी 19 अंक (14 किल्स, चार ब्लॉक, एक ऐस) के साथ प्रभावशाली योगदान दिया।
  • एकाटेरीना एंथ्रोपोवा (Ekaterina Antropova): बेंच से आने वाली एकाटेरीना एंथ्रोपोवा ने फिर से अंतर पैदा किया, खासकर महत्वपूर्ण क्षणों में 14 अंक (12 किल्स, दो ब्लॉक) बनाए।

तुर्की की ओर से, स्टार ऑपोजिट मेलिसा वर्गास (Melissa Vargas) ने अविश्वसनीय 33 अंक (28 किल्स, चार ऐस, एक ब्लॉक) बनाकर मैच की शीर्ष स्कोरर रहीं। कप्तान एडा एर्डेम (Eda Erdem) ने भी 19 अंकों (15 किल्स, तीन ब्लॉक, एक ऐस) के साथ बहुत ठोस प्रदर्शन किया।

रणनीतिक बढ़त और खेल का विश्लेषण

आंकड़ों पर गौर करें तो, इटली ने तुर्की को केवल ब्लॉकिंग में पीछे छोड़ा, जहाँ उन्होंने 14-10 की बढ़त बनाई। तुर्की ने किल्स (68-59) और ऐस (7-5) में बढ़त हासिल की। दोनों टीमों ने अपने विरोधियों को त्रुटियों के कारण 20 अंक दिए। इसके बावजूद इटली की जीत, उनकी मानसिक दृढ़ता, दबाव में बेहतर प्रदर्शन करने की क्षमता और महत्वपूर्ण क्षणों में सही निर्णय लेने की रणनीति को दर्शाती है। यह दिखाता है कि सिर्फ व्यक्तिगत प्रतिभा नहीं, बल्कि एक संगठित टीम प्रयास ही अंततः जीत दिलाता है।

जीत की राह और अन्य परिणाम

फाइनल से पहले, कांस्य पदक के लिए ब्राजील और जापान के बीच मुकाबला हुआ। रविवार को खेले गए इस मैच में ब्राजील ने जापान को 3-2 (25-12, 25-17, 19-25, 27-29, 18-16) से हराकर तीसरा स्थान हासिल किया और पोडियम पर अपनी जगह बनाई। यह टूर्नामेंट के 20वें संस्करण में प्रतिस्पर्धा का एक और शानदार प्रदर्शन था।

निष्कर्ष: इटली का वॉलीबॉल साम्राज्य

इटली की महिला वॉलीबॉल टीम ने 2025 FIVB विश्व चैंपियनशिप जीतकर एक बार फिर अपनी सर्वोच्चता साबित की है। उनका अजेय अभियान और एक साथ ओलंपिक व विश्व खिताब जीतना, खेल के इतिहास में उन्हें एक विशेष स्थान दिलाता है। यह टीम न केवल तकनीकी रूप से मजबूत है, बल्कि मानसिक रूप से भी उतनी ही सशक्त है। आगे आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या कोई टीम उनके इस विजय रथ को रोक पाती है, या वे अपने स्वर्णिम युग को और भी ऊँचाइयों पर ले जाती हैं। उनकी यह जीत दुनिया भर के युवा एथलीटों के लिए प्रेरणा का स्रोत है कि कड़ी मेहनत, लगन और टीम वर्क से कुछ भी हासिल किया जा सकता है।

धीरज मेहता

धीरज मेहता नई दिल्ली के एक खेल पत्रकार हैं जिन्हें बारह साल का अनुभव है। कबड्डी की स्थानीय प्रतियोगिताओं की कवरेज से शुरुआत करने वाले धीरज अब क्रिकेट, फुटबॉल और फील्ड हॉकी पर लिखते हैं। उनके लेख रणनीतिक विश्लेषण में गहराई से जाने के लिए जाने जाते हैं। वे एक साप्ताहिक खेल कॉलम लिखते हैं और लोकप्रिय खेल पोर्टल्स के साथ सक्रिय रूप से काम करते हैं।