इटली की राष्ट्रीय बास्केटबॉल टीम एक चौराहे पर खड़ी है। जियानमार्को पोजेको के कार्यकाल के समाप्त होने के बाद, टीम के लिए एक नए सारथी की खोज तेज हो गई है। यह सिर्फ एक कोच बदलने का मामला नहीं, बल्कि 2028 ओलंपिक खेलों के लिए एक नई रणनीति और एक नई उम्मीद गढ़ने का प्रयास है। क्या लूका बांची इटली के बास्केटबॉल को नई ऊंचाइयों पर ले जा पाएंगे, या कोई अप्रत्याशित नाम सामने आएगा?
पोजेको युग का अंत: एक भावनात्मक विदाई
जियानमार्को पोजेको, जिन्हें प्यार से `पॉज़` कहा जाता है, ने इटालियन बास्केटबॉल टीम के साथ एक यादगार यात्रा तय की। भले ही उनके नेतृत्व में टीम कोई पदक हासिल नहीं कर पाई, लेकिन फेडरेशन के अध्यक्ष जियानी पेत्रुची ने पोजेको को एक एकजुट और आनंदमय समूह बनाने के लिए धन्यवाद दिया। उनका अनुबंध रीगा में एक पदक जीतने की शर्त पर ही नवीनीकृत हो सकता था, लेकिन स्लोवेनिया के लुका डोंसिक के शानदार प्रदर्शन के आगे इटली की उम्मीदें धराशायी हो गईं। यह एक ऐसी विदाई है जो भावनाओं से भरी है, जहाँ प्रदर्शन के दबाव और टीम भावना के बीच एक बारीक रेखा खींची जाती है। आखिर, क्या एक हार से पूरी मेहनत को नकारा जा सकता है, खासकर जब प्रतिद्वंद्वी में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी में से एक हो?

नए सारथी की खोज: लूका बांची सबसे आगे
इटालियन बास्केटबॉल फेडरेशन (FIP) ने पोजेको के उत्तराधिकारी पर महीनों पहले से काम करना शुरू कर दिया था। इस दौड़ में, 60 वर्षीय अनुभवी कोच लूका बांची सबसे आगे चल रहे हैं। बांची ने हाल ही में लातवियाई टीम के साथ अपने कार्यकाल को समाप्त किया है और उनके पास अंतरराष्ट्रीय कोचिंग का विशाल अनुभव है। उनकी उम्मीदवारी को FIP टस्कनी के अध्यक्ष और FIP प्रमुख जियानी पेत्रुची के करीबी मित्र मास्सिमो फराओनी का समर्थन प्राप्त है। बांची ने राष्ट्रीय टीम के पुरुष वर्ग की गतिविधियों के समन्वयक और पेत्रुची द्वारा चुने गए व्यक्ति, गिगी डैटोम से भी मुलाकात की है, जो दर्शाता है कि चीजें काफी आगे बढ़ चुकी हैं। बांची को एक समझदार और व्यावहारिक कोच माना जाता है, जो किसी भी `समुद्र` में नेविगेट करने में सक्षम हैं। उनका चयन टीम को 2028 ओलंपिक के लिए एक मजबूत दावेदार बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।
असंभव सपना या एक शानदार विकल्प: सर्जियो स्कैरियोलो
हालांकि बांची एक ठोस विकल्प हैं, लेकिन एक और नाम है जो इटालियन बास्केटबॉल प्रेमियों के मन में रोमांच पैदा कर रहा है: सर्जियो स्कैरियोलो। स्पेनिश राष्ट्रीय टीम के पूर्व कोच और वर्तमान में रियल मैड्रिड के साथ व्यस्त, स्कैरियोलो को लाना एक “बहुत जटिल” कार्य होगा। उनके व्यस्त कार्यक्रम और वित्तीय पहलुओं के कारण राष्ट्रीय टीम की “विंडोज़” के दौरान समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। यह एक ऐसा विकल्प है जिसकी संभावना कम है, लेकिन फिर भी इसे पूरी तरह से खारिज नहीं किया जा सकता। आखिर, महानता अक्सर अप्रत्याशित रास्तों से आती है, और स्कैरियोलो जैसे रणनीतिकार को मौका देना इटली के बास्केटबॉल के लिए एक बड़ा दांव हो सकता है – या शायद एक दूर का सपना, एक ऐसी मिठाई जो सिर्फ कल्पना में ही स्वादिष्ट लगती है।
आगे की राह: 2028 ओलंपिक और नई उम्मीदें
FIP अध्यक्ष पेत्रुची ने इटालियन बास्केटबॉल के उज्ज्वल भविष्य में विश्वास व्यक्त किया है। उनका मानना है कि हाल की सफलताएँ, जैसे कि 3×3 पुरुष टीम का यूरोपीय कांस्य पदक, इस बात का प्रमाण है कि इटालियन बास्केटबॉल सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। नए कोच का मुख्य लक्ष्य एक ऐसी प्रतिभाशाली टीम का निर्माण करना होगा जिसमें सुधार की अपार संभावनाएँ हों और जो 2028 ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करने पर ध्यान केंद्रित कर सके। गिगी डैटोम और साल्वाटोर ट्रेनोटी, जो राष्ट्रीय टीम के पुरुष वर्ग की जिम्मेदारी संभालते हैं, इस महत्वपूर्ण निर्णय में पेत्रुची के साथ मिलकर काम करेंगे। यह एक यात्रा है जो चुनौतियों से भरी होगी, लेकिन सही नेतृत्व और एकजुटता के साथ, इटली के पास वैश्विक बास्केटबॉल मंच पर अपनी छाप छोड़ने का एक सुनहरा अवसर है।
इटली के बास्ketबॉल का यह नया अध्याय उत्सुकता और उम्मीदों से भरा है। जियानमार्को पोजेको के कार्यकाल ने टीम को एक नई भावना दी, और अब नए कोच के कंधों पर उस भावना को वैश्विक मंच पर सफलता में बदलने की जिम्मेदारी होगी। चाहे वह अनुभवी लूका बांची हों या कोई और अप्रत्याशित रणनीतिकार, एक बात निश्चित है: इटली का बास्केटबॉल भविष्य के लिए तैयार है, अपनी पूरी क्षमता को उजागर करने के लिए प्रतिबद्ध है।