मिलान, इटली। फुटबॉल की दुनिया में हर सप्ताह नई कहानियाँ गढ़ी जाती हैं, और इस बार की कहानी इंटर मिलान के सीईओ बेप्पे मारोटा द्वारा प्रस्तुत की गई है। उनकी हालिया प्रेस कॉन्फ्रेंस, जिसमें क्रिस्टियन किवू भी मौजूद थे, ने क्लब की वर्तमान रणनीतियों और भविष्य की महत्वाकांक्षाओं को स्पष्ट रूप से रेखांकित किया। मारोटा के बयान सिर्फ ट्रांसफर बाजार की हलचल तक सीमित नहीं थे, बल्कि उन्होंने इंटर के एक नए, युवा-केंद्रित मॉडल की नींव भी रखी, जो जीत और वित्तीय स्थिरता दोनों को साधने का प्रयास करेगा।
लुकमैन गाथा: एक सप्ताह का निर्णायक मोड़
मारोटा ने अटा लांटा के स्ट्राइकर लुकमैन के स्थानांतरण को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लगाते हुए इसे “निर्णायक सप्ताह” करार दिया। उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि यह “एपियानो में प्रदर्शित फिल्म का रीमेक” है। लुकमैन बेशक इंटर की पसंद हैं, लेकिन मारोटा ने यह भी साफ किया कि वह एकमात्र विकल्प नहीं हैं। अगले दो-तीन दिनों में अटा लांटा के साथ बातचीत निर्णायक दौर में पहुँच जाएगी। यदि शर्तें अनुकूल रहीं, तो अच्छी बात है; अन्यथा, इंटर एक अलग रास्ता अपनाएगा। यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि इंटर जल्दबाजी में कोई भी समझौता नहीं करेगा, बल्कि अपनी शर्तों पर सर्वश्रेष्ठ विकल्प चुनेगा।
युवा शक्ति पर ओकट्री का निवेश: भविष्य की नींव
इंटर की नई अमेरिकी स्वामित्व, ओकट्री, की रणनीति क्लब के लिए एक ताज़ी हवा लेकर आई है। मारोटा ने जोर देकर कहा कि ओकट्री का निवेश युवा प्रतिभाओं पर केंद्रित है, जिससे टीम की औसत आयु कम हो और परिसंपत्ति मूल्य में वृद्धि हो। उन्होंने पर्कासी और अटा लांटा के साथ अपने अच्छे संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि अच्छे खिलाड़ियों की मांग करने से डरना नहीं चाहिए।
इस नई रणनीति के तहत, पर्मा के 19 वर्षीय सेंटर-बैक जियोवानी लियोनी पर भी बात हुई। मारोटा ने स्पष्ट किया कि लियोनी कई क्लबों के लिए उपयोगी हो सकते हैं, लेकिन इंटर की प्राथमिकता कुछ और है। उन्होंने गर्व से बताया कि पिओ एस्पोसिटो जैसे युवा खिलाड़ी उनके अपने युवा अकादमी से आ रहे हैं, और क्लब का लक्ष्य ऐसे और भी प्रतिभाओं को निखारना है। यह दर्शाता है कि इंटर सिर्फ बाहरी प्रतिभाओं पर निर्भर नहीं है, बल्कि अपनी जड़ों को भी मजबूत कर रहा है।
जीत की लकीर और महत्वाकांक्षी योजनाएँ
मारोटा ने इंटर के हालिया प्रदर्शन पर भी प्रकाश डाला, जो किसी भी प्रतिस्पर्धी को सोचने पर मजबूर कर दे। पिछले कुछ वर्षों में, इंटर इटली में सबसे सफल क्लब रहा है, जिसने सर्वाधिक मैच जीते हैं, सबसे अधिक अंक हासिल किए हैं, चैंपियंस लीग के ग्रुप चरणों में सबसे अधिक निरंतरता दिखाई है, और सबसे अधिक फाइनल खेले हैं। यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।
पिछले सीज़न में इंटर ने 63 मैच खेले, जो किसी भी अन्य क्लब से अधिक थे। इन सभी सफलताओं के पीछे ओकट्री का “शांत” लेकिन सशक्त समर्थन रहा है। मारोटा ने बताया कि एपियानो में नए फंड आवंटित किए गए हैं और इंटरेलो (युवा विकास केंद्र) में भी महत्वपूर्ण कार्य किए जाएंगे। क्लब का लक्ष्य स्पष्ट है: जीतना। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि पिछले सीज़न में लीग में एक `सेंटीमीटर` से दूसरे स्थान पर रहने के बाद, अब वे उस फासले को पाटना चाहते हैं।
किवू की नियुक्ति: एक रणनीतिक चाल
अंडर-23 टीम के नए कोच के रूप में क्रिस्टियन किवू की नियुक्ति पर मारोटा ने उन सभी अफवाहों को खारिज कर दिया कि वह `दूसरी पसंद` थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि किवू को एक विशेष मॉडल और प्रोफाइल के आधार पर चुना गया था। किवू का क्लब और खिलाड़ियों के साथ पुराना संबंध उनके लिए एक बड़ा फायदा है। ओकट्री ने युवा और सटीक प्रोफाइल के लिए एक बड़ी राशि उपलब्ध कराई है, और मारोटा ने स्वीकार किया कि बाजार अभी भी खुला है।
अंडर-23 टीम, जिसके नए कोच स्टेफानो वेक्की होंगे, को सीरी सी के ग्रुप ए में रखा गया है। मारोटा ने इसे “प्रतिभाओं का एक कारखाना” बताया, जिसका नेतृत्व बैक्सिन और खेल निदेशक एंड्रिसी करेंगे। उनका लक्ष्य है कि अगले कुछ वर्षों में अंडर-23 टीम पहली टीम के करीब आ जाए। साथ ही, इंटर की महिला टीम भी पहली बार चैंपियंस लीग के प्रारंभिक दौर में भाग लेगी, जो क्लब की चौतरफा प्रगति को दर्शाता है।
निष्कर्ष: एक सकारात्मक भविष्य की ओर
कुल मिलाकर, मारोटा का संदेश स्पष्ट है: इंटर मिलान एक मजबूत, युवा-केंद्रित और महत्वाकांक्षी पथ पर अग्रसर है। वित्तीय स्थिरता और युवा प्रतिभाओं में निवेश के साथ, क्लब न केवल वर्तमान में मजबूत बना हुआ है, बल्कि भविष्य के लिए भी एक ठोस नींव तैयार कर रहा है। यह देखना दिलचस्प होगा कि यह नई रणनीति इटालियन और यूरोपीय फुटबॉल परिदृश्य में इंटर को कितनी दूर ले जाती है। एक बात तो तय है, इंटर मिलान के प्रशंसक आगामी सीज़न में बहुत कुछ उम्मीद कर सकते हैं।