
हॉन्गकॉन्ग में एक दोस्ताना मुकाबले के दौरान लिवरपूल के खिलाफ एसी मिलान के राफेल लेओ ने टीम का पहला गोल दागा।
एसी मिलान ने हॉन्गकॉन्ग में लिवरपूल पर 4-2 की शानदार जीत दर्ज कर अपने प्री-सीज़न अभियान को एक नई दिशा दी है। यह सिर्फ एक दोस्ताना मैच नहीं था, बल्कि `रॉसोनरी` (AC Milan`s nickname) के लिए आत्मविश्वास और एकजुटता का एक महत्वपूर्ण प्रदर्शन था, खासकर पिछले निराशाजनक सीज़न के बाद। मिलान, अपनी नई पीली जर्सी में, प्रीमियर लीग के दिग्गजों के खिलाफ पूरी तरह से हावी रहा और एक ऐसी जीत दर्ज की जिसकी उन्हें सबसे ज़्यादा ज़रूरत थी।
मिलान का प्रभावी प्रदर्शन: पहले हाफ की कहानी
मैच की शुरुआत से ही मिलान ने अपने विरोधियों, लिवरपूल के चैंपियन खिलाड़ियों के सामने एक मजबूत और संगठित रक्षात्मक रणनीति अपनाई। एलेगरी के मार्गदर्शन में, टीम ने गेंद के कब्जे की चिंता किए बिना, तेज जवाबी हमलों पर ध्यान केंद्रित किया। पहले हाफ में मिलान ने गोल करने के आठ संभावित मौके बनाए, लेकिन उनमें से केवल एक को ही गोल में बदला जा सका।
राफेल लेओ ने पुलीसिक के शानदार पास पर शानदार गोल कर मिलान को 1-0 की बढ़त दिलाई। लेओ की गति और कौशल देखते ही बन रहा था, उन्होंने लिवरपूल के बचाव को भेदते हुए एक बेहतरीन बाएं पैर का शॉट लगाया। यह गोल फुटबॉल बिरादरी के लिए एक भावुक पल भी था, क्योंकि लेओ ने इसे डियोगो जोटा की याद में समर्पित किया, जिनकी `डीजे20` जर्सी को पूरे स्टेडियम में सम्मान दिया गया। लिवरपूल ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और डोमिनिक सोबोसलाई के एक शानदार शॉट से बराबरी कर ली, जो एक अनपेक्षित रीबाउंड के बाद आया। इसके बावजूद, मिलान ने अपना मनोबल नहीं गिरने दिया और रक्षात्मक पंक्तियों के बीच की दूरी को बनाए रखा, जो इस बार उनकी सबसे बड़ी ताकत बनकर उभरी।
दूसरे हाफ में मिलान का दबदबा
दूसरे हाफ में दोनों टीमों ने कई बदलाव किए, लेकिन मिलान के लिए एलेगरी की रणनीतियाँ रंग लाईं। लिवरपूल ने सालाह, विर्ट्ज़, सोबोसलाई और वैन डाइक जैसे प्रमुख खिलाड़ियों को मैदान से हटा लिया, जिससे उनके प्रदर्शन में कुछ कमी आई। वहीं, मिलान ने फ्रेश लेग्स के साथ आक्रमण जारी रखा।
रूबेन लॉफ्टस-चीक ने राफेल लेओ के एक और अद्भुत पास पर 2-1 से बढ़त दिलाई। यह मिलान के मजबूत मध्यक्षेत्र का स्पष्ट संकेत था, जहाँ लॉफ्टस-चीक ने अपनी स्थिरता और गतिशीलता का प्रदर्शन किया। इसके तुरंत बाद, नोआ ओकाफोर ने साएलमेकर्स के असिस्ट पर एक और गोल दागकर स्कोर 3-1 कर दिया। लिवरपूल, जिसमें कई दूसरी पंक्ति के खिलाड़ी मैदान पर थे, मिलान की आक्रामक रणनीति के सामने संघर्ष करता दिखा। ऐसा लगा मानो लिवरपूल ने मिलान को कुछ कम आंका था, और उन्हें यह बहुत देर से समझ आया।
मैक्स एलेगरी ने नए खिलाड़ी एस्तुपिनन को भी डेब्यू का मौका दिया, जिससे टीम की गहराई का पता चला। गोलकीपर टेरासियानो ने माइगनन की कमी महसूस नहीं होने दी, और मिलान ने अंत तक अपना बचाव मजबूत बनाए रखा। हालांकि कोडी गाक्पो ने इंजरी टाइम में लिवरपूल के लिए एक और गोल किया, लेकिन ओकाफोर ने तुरंत अपना दूसरा गोल दागकर मिलान की 4-2 की शानदार जीत सुनिश्चित की। यह जीत न केवल स्कोरबोर्ड पर चमकी, बल्कि टीम के भीतर एक नई ऊर्जा और आत्मविश्वास का संचार भी किया।
निष्कर्ष: आत्मविश्वास से लबरेज `शैतान`
यह जीत मिलान के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। `शैतान` के नाम से मशहूर इस टीम ने दिखाया कि कैसे एक ठोस खेल योजना और मजबूत टीम भावना के साथ वे किसी भी दिग्गज टीम को चुनौती दे सकते हैं। 2024-25 का निराशाजनक सीज़न अब अतीत की बात लगने लगा है, क्योंकि एलेगरी के नेतृत्व में एक नई शुरुआत की लहर दिख रही है। मिलान का रक्षात्मक प्रदर्शन भी काफी बेहतर हुआ है, जो पिछले सीज़न की एक प्रमुख चिंता थी। यह जीत न केवल प्रशंसकों के लिए उत्साहवर्धक है, बल्कि टीम को ऑस्ट्रेलिया की अपनी अगली यात्रा के लिए अतिरिक्त प्रेरणा भी देगी। अब देखना यह है कि यह आत्मविश्वास और तालमेल आगामी सीज़न में क्या रंग लाएगा। मिलान के खिलाड़ी इस जीत से मिली सकारात्मक ऊर्जा के साथ नए सत्र में प्रवेश करने के लिए तैयार हैं, और उम्मीद है कि यह प्रदर्शन सिर्फ एक प्री-सीजन का कमाल नहीं, बल्कि आने वाले समय का संकेत है।
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