मिलिए जियानलुका पिकारिएलो से, जिन्हें दुनिया गेमोन के नाम से जानती है। एक ऐसा कलाकार जो कभी एक पहचान तक सीमित नहीं रहा – पहले रैपर, फिर गायक, पॉडकास्टर और अब एक सफल स्टैंड-अप कॉमेडियन। उनके जीवन का सिद्धांत रहा है `कोई भी एक चीज़ नहीं है`, और इसी सोच ने उन्हें हमेशा कुछ नया करने के लिए प्रेरित किया है। लेकिन इस सतत परिवर्तन के बीच, एक चीज़ हमेशा उनके साथ रही है: खेल। खेल गेमोन के लिए सिर्फ एक शौक नहीं, बल्कि जीवन का एक अटूट हिस्सा है, जो उनके कलात्मक दृष्टिकोण को भी आकार देता है।
परिवर्तन के कलाकार: हर पल एक नई यात्रा
गेमोन का मानना है कि उन्होंने “हर चीज़ फैशन में आने से ठीक पहले की है।” यह एक मज़ाक लग सकता है, लेकिन इसमें गहरा सच छिपा है। उनकी नई किताब `नेसुनो ए ऊना कोसा सोला` (Nessuno è una cosa sola – कोई भी एक चीज़ नहीं है) उनके इसी विचार को दर्शाती है। सैनरेमो जैसे बड़े मंचों पर प्रदर्शन के बाद, उन्होंने अपनी व्यक्तित्व के अन्य पहलुओं को तलाशने की ज़रूरत महसूस की। जहाँ उनके गाने उदासी भरे हो सकते थे, वहीं स्टैंड-अप कॉमेडी ने उन्हें दुनिया को एक अलग नज़रिए से देखने और हँसी के माध्यम से अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का मौका दिया। यह उनके लिए एक थेरेपी जैसा था – खुद को अभिव्यक्त करने का एक नया और सशक्त माध्यम।

गेमोन, मंच पर अपने संगीत और हास्य के साथ।
जीवन की मैराथन: दौड़ने से मिलती है लक्ष्य की प्रेरणा
गेमोन के जीवन में दौड़ना सिर्फ एक शारीरिक आवश्यकता नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक यात्रा भी रही है। न्यूयॉर्क और शिकागो मैराथन तक के उनके सफर ने उन्हें सिखाया है कि जीवन में लक्ष्य कैसे निर्धारित किए जाते हैं। “दौड़ में भूख बढ़ती जाती है,” वे कहते हैं। “आप नई दूरियों, नई गतियों से खुद को चुनौती देना चाहते हैं।” यह दर्शन उनके कलात्मक लक्ष्यों पर भी लागू होता है। उनका अगला लक्ष्य एक अल्ट्रामैराथन पूरा करना है, हालाँकि वे मज़ाकिया अंदाज़ में स्वीकार करते हैं कि ट्रायथलॉन के लिए उनकी तैराकी उतनी अच्छी नहीं है। उनका मानना है कि जीवन में छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित करना और `मीटर-दर-मीटर` आगे बढ़ना ही सफलता की कुंजी है।

दौड़ते हुए गेमोन, जो उनके जीवन का एक अभिन्न अंग है।
इतालवी बास्केटबॉल: एक नया युग और गेमोन की उम्मीदें
बास्केटबॉल के प्रति गेमोन का जुनून किसी से छिपा नहीं है। इतालवी बास्केटबॉल टीम के बारे में बात करते हुए, वे गिगी डेटोम और मार्को बेलीनेली के संन्यास के बाद एक नए युग की शुरुआत देखते हैं। गैलो की प्यूर्टो रिको में शानदार वापसी, निकोलॉ मेल्ली का यूरोप के सबसे मजबूत खिलाड़ियों में से एक होना और फोंटेकियो की असाधारण प्रतिभा – ये सब उन्हें भविष्य के लिए आशावादी बनाते हैं। बेलीनेली के संन्यास पर उन्हें दुःख है, क्योंकि उनका मानना है कि राष्ट्रीय टीम के साथ बेलीनेली को और अधिक सफलता मिलनी चाहिए थी, लेकिन वे उनके व्यापक करियर की प्रशंसा करते हैं। यह खेल का दुर्भाग्य ही है कि महान खिलाड़ी हमेशा अपनी राष्ट्रीय टीम के साथ वैसी पहचान नहीं बना पाते, जिसके वे हकदार होते हैं।

मार्को बेलीनेली, एक दिग्गज इतालवी बास्केटबॉल खिलाड़ी, गेमोन के साथ।
`मोस्ट इंप्रूव्ड प्लेयर` की मानसिकता: हर पल बेहतर बनने का जुनून
अगर गेमोन बास्केटबॉल खिलाड़ी होते, तो वे कौन सा पुरस्कार जीतना चाहेंगे? उनका जवाब है “मोस्ट इंप्रूव्ड प्लेयर” (सबसे बेहतर खिलाड़ी)। यह पुरस्कार हर साल एनबीए में उस खिलाड़ी को दिया जाता है जो पिछले साल की तुलना में सबसे ज़्यादा सुधार करता है। यह उनकी कलात्मक यात्रा का भी प्रतिबिंब है – हमेशा खुद को बेहतर बनाने, नए कौशल सीखने और अपनी सीमाओं को आगे बढ़ाने का प्रयास करना। वे उत्सुकता से पूछते हैं कि क्या इटली में कलात्मक कारणों से ऐसा कोई पुरस्कार शुरू किया जा सकता है! आख़िर, एक कलाकार के लिए भी हर नए प्रदर्शन के साथ निखरना ही असली चुनौती है।
एवेलिनो: खेल के जुनून की जड़ें
गेमोन के लिए, एवेलिनो शहर में बड़ा होना, जहाँ खेल (बास्केटबॉल और फ़ुटबॉल) पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, गर्व की बात रही है। इस खेल-प्रेमी संस्कृति ने उन्हें समूह भावना, व्यक्तिगत प्रयास, समर्पण, और हार-जीत के महत्व को सिखाया। एवेलिनो फ़ुटबॉल टीम का सीरी बी में लौटना या शहर की बास्केटबॉल टीमों, स्कांडोने और एवेलिनो बास्केट, का संघर्ष और प्रदर्शन – ये सब उनके लिए गहरी भावनात्मक जड़ें रखते हैं। वे उम्मीद करते हैं कि एक दिन दोनों टीमें सीरी ए में वापस आ जाएँगी। एवेलिनो का खेल प्रेम, गेमोन के व्यक्तित्व का एक अमिट हिस्सा बन चुका है।
स्टैंड-अप और रैप: बास्केटबॉल के लयबद्ध चचेरे भाई
रैप और स्टैंड-अप कॉमेडी के बीच एक गहरा संबंध है, और गेमोन इसे बास्केटबॉल से जोड़ते हैं। तीनों में एक तेज़ ताल, अमेरिकी जड़ें और वर्तमान क्षण को सीधे तौर पर व्यक्त करने की क्षमता होती है। वे कहते हैं, “मैं स्टैंड-अप को टेनिस की तरह देखता हूँ: आप हर पॉइंट पर लड़ते हैं, जो चुटकुले होते हैं।” यदि चुटकुला हिट होता है, तो दर्शक खुश होते हैं; यदि नहीं, तो आप पॉइंट हार जाते हैं। लेकिन आपको हतोत्साहित नहीं होना चाहिए, तुरंत अगले चुटकुले पर जाना चाहिए और तब तक जारी रखना चाहिए जब तक आप दर्शकों को अपनी तरफ़ न कर लें। यह एक ऐसी कला है जहाँ कोई म्यूज़िक ट्रैक या टीम का सहारा नहीं होता – सिर्फ़ आप और आपके शब्द।
मनोरंजन का भविष्य: क्या डेटोम और मेल्ली बनेंगे कॉमेडियन?
अमेरिकी बास्केटबॉल खिलाड़ी ब्लेक ग्रिफिन ने स्टैंड-अप मंच पर कदम रखा है। गेमोन का मज़ाकिया सुझाव है कि इतालवी बास्केटबॉल से गिगी डेटोम और निकोलॉ मेल्ली एक बेहतरीन स्टैंड-अप जोड़ी बन सकते हैं। उनके नेशनल टीम पॉडकास्ट में उनकी हास्य की भावना और त्वरित बुद्धि को देखते हुए, गेमोन का मानना है कि वे दोनों मंच पर कमाल कर सकते हैं। यह खेल और मनोरंजन के बीच की सीमाओं को तोड़ने की गेमोन की अपनी इच्छा को दर्शाता है। वे खुद को “एडम सैंडलर, बेहतर कपड़ों में” के रूप में देखते हैं, जो एक खिलाड़ी और हास्य अभिनेता दोनों के रूप में उनकी उत्कृष्टता की महत्वाकांक्षा को दर्शाता है। आखिरकार, एक अच्छे कलाकार के लिए यह मायने नहीं रखता कि वह क्या कर रहा है, बल्कि यह मायने रखता है कि वह कितनी कुशलता से लोगों का मनोरंजन कर रहा है।

निकोलॉ मेल्ली और गिगी डेटोम, जिनकी हास्य की भावना गेमोन को स्टैंड-अप कॉमेडी के लिए प्रेरित करती है।
निष्कर्ष: एक प्रेरणादायक बहुमुखी प्रतिभा
गेमोन की कहानी हमें सिखाती है कि जीवन एक सतत यात्रा है, जहाँ जुनून, कला और खेल एक साथ मिलकर एक अद्वितीय पहचान बनाते हैं। उनका हर बदलाव सिर्फ एक करियर मोड़ नहीं, बल्कि आत्म-खोज और सुधार की गहरी इच्छा का परिणाम है। गेमोन सिर्फ एक कलाकार नहीं, बल्कि एक प्रेरणा हैं – एक ऐसे व्यक्ति जो हर बार नई त्वचा में ढलकर, अपने दर्शकों और खुद को भी आश्चर्यचकित करते रहते हैं। वह हमें याद दिलाते हैं कि जीवन में “मोस्ट इंप्रूव्ड प्लेयर” बने रहना ही असली जीत है, चाहे मैदान पर हो या मंच पर।