गैट्टूसो की कसौटी: इटली की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम में नए चेहरों का स्वागत और विश्व कप की चुनौती

खेल समाचार » गैट्टूसो की कसौटी: इटली की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम में नए चेहरों का स्वागत और विश्व कप की चुनौती
इतालवी राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के खिलाड़ी जश्न मनाते हुए

इटली के खिलाड़ी राष्ट्रीय टीम के लिए खेलते हुए हमेशा ऊर्जा से भरे रहते हैं।

कभी फुटबॉल की दुनिया पर राज करने वाली इटली की `अज़ूरी` टीम एक बार फिर विश्व कप के मैदान में अपनी जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रही है। ऐसे में, कोच गैट्टूसो ने आगामी विश्व कप क्वालीफायर मैचों के लिए 27 खिलाड़ियों की सूची जारी की है, जिसमें कुछ नए नाम और पुराने अनुभवी खिलाड़ियों की वापसी एक साथ देखने को मिल रही है। यह चयन जहां युवा प्रतिभाओं को मौका देने का संकेत है, वहीं प्रशंसकों के बीच इतालवी फुटबॉल के भविष्य को लेकर बहस और उम्मीदें दोनों जगा रहा है।

नए चेहरों का उदय और अनुभवी खिलाड़ियों की वापसी

इस बार की टीम में दो ऐसे खिलाड़ी शामिल हैं जिन्हें पहली बार राष्ट्रीय टीम से बुलावा आया है – फियोरेंटीना के मिडफील्डर हैंस निकोलुस्सी कैविलिया और बोलोग्ना के फॉरवर्ड निकोलो कंबियागी। इन युवा प्रतिभाओं को `अज़ूरी` जर्सी में देखना वाकई दिलचस्प होगा, खासकर ऐसे समय में जब इतालवी फुटबॉल एक संक्रमण काल से गुजर रहा है। यह चयन शायद इस बात का भी संकेत है कि कोच गैट्टूसो `नई उम्मीदों` और `पुराने भरोसे` के बीच संतुलन साधने की कोशिश कर रहे हैं – या शायद इतालवी फुटबॉल में अब ऐसे ही `छिपे रुस्तम` ढूंढने पड़ रहे हैं, कौन जाने!

इसके अलावा, एसी मिलान के डिफेंडर मेटियो गैबिया और रोमा के मिडफील्डर ब्रायन क्रिस्टांते की राष्ट्रीय टीम में वापसी हुई है। गैबिया पिछली बार अक्टूबर 2024 में टीम का हिस्सा थे, जबकि क्रिस्टांते जून 2024 के बाद लौट रहे हैं। यह अनुभवी खिलाड़ियों का मिश्रण टीम को स्थिरता प्रदान कर सकता है, लेकिन क्या यह मिश्रण विश्व कप के टिकट को सुरक्षित करने के लिए काफी होगा, यह तो समय ही बताएगा।

अग्नि परीक्षा: एस्टोनिया और इज़राइल के खिलाफ मुकाबले

इतालवी टीम आगामी विश्व कप क्वालीफिकेशन मैचों में दो महत्वपूर्ण प्रतिद्वंद्वियों का सामना करेगी। पहला मुकाबला 11 अक्टूबर को टालिन में एस्टोनिया के खिलाफ होगा, जिसके बाद टीम 14 अक्टूबर को उडिने में इज़राइल की मेजबानी करेगी। ये सिर्फ दो फुटबॉल मैच नहीं, बल्कि गैट्टूसो और उनकी टीम के लिए अग्नि परीक्षा हैं। इन मैचों में जीत हासिल करना न केवल विश्व कप की राह को आसान बनाएगा, बल्कि टीम के मनोबल और प्रशंसकों के विश्वास को भी मजबूत करेगा।

स्कवाड पर एक नज़र: स्थानीय प्रतिभा से लेकर अंतर्राष्ट्रीय सितारों तक

गैट्टूसो ने 27 सदस्यीय टीम में विभिन्न क्लबों के खिलाड़ियों को शामिल किया है, जिसमें इटली के शीर्ष क्लबों के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय लीग में खेलने वाले खिलाड़ी भी शामिल हैं:

गोलकीपर:

  • मार्को कार्नेसची (अटलांटा)
  • जियानलुइगी डोनारुम्मा (मैनचेस्टर सिटी)
  • एलेक्स मेरेट (नेपोली)
  • गुगलियेल्मो विकारियो (टोटेनहम)

डिफेंडर:

  • एलेसेंड्रो बास्टोनी (इंटर)
  • रिकार्डो कैलाफियोरी (आर्सेनल)
  • आंद्रेया कंबियासो (जुवेंटस)
  • डिएगो कोपोला (ब्राइटन एंड होव एल्बियन)
  • जियोवानी डि लोरेंजो (नेपोली)
  • फेडरिको डिमार्को (इंटर)
  • मेटियो गैबिया (एसी मिलान)
  • जियानलुका मैनचिनी (रोमा)
  • डेस्टिनी उडोगी (टोटेनहम)

मिडफील्डर:

  • निकोलु बारला (इंटर)
  • ब्रायन क्रिस्टांते (रोमा)
  • डेविडे फ्रेटेसी (इंटर)
  • मैनुअल लोकाटेली (जुवेंटस)
  • हेंस निकोलुस्सी कैविलिया (फियोरेंटीना)
  • सैंड्रो टोनाली (न्यूकासल)

फॉरवर्ड:

  • निकोलो कंबियागी (बोलोग्ना)
  • फ्रांसेस्को पिओ एस्पोसिटो (इंटर)
  • मोइज़ कीन (फियोरेंटीना)
  • रिकार्डो ओरसोलिनी (बोलोग्ना)
  • मेटियो पोलिटानो (नेपोली)
  • गियाकोमो रासपाडोरी (एटलेटिको मैड्रिड)
  • मेटियो रेटेगुई (अल-कादसियह)
  • मटिया ज़कागनी (लाज़ियो)

प्रशंसकों की प्रतिक्रिया और आगे की राह

इस टीम चयन को लेकर प्रशंसकों के बीच अक्सर यह बहस छिड़ी रहती है कि क्या गैट्टूसो सही रास्ते पर हैं, या फिर यह केवल `अंधेरे में तीर चलाने` जैसा है। कुछ का कहना है कि यह `इटालियन फुटबॉल के गिरते स्तर` का प्रमाण है, तो कुछ नए चेहरों में `उम्मीद की किरण` देख रहे हैं। इटली के कई प्रशंसक मानते हैं कि गैट्टूसो को पुराने खिलाड़ियों पर अधिक भरोसा करना चाहिए था, या शायद कुछ अन्य युवा प्रतिभाओं को मौका देना चाहिए था जो क्लब स्तर पर शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। इन आलोचनाओं के बावजूद, कोच का काम है एक संतुलित टीम तैयार करना जो जीत हासिल कर सके, भले ही कुछ फैसले unpopular क्यों न हों।

गैट्टूसो के लिए यह एक मुश्किल काम है। उन्हें न केवल विश्व कप के लिए क्वालीफाई करना है, बल्कि एक ऐसी टीम भी बनानी है जो भविष्य में इटली के गौरव को वापस ला सके। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह `नया मिश्रण` इटली को विश्व कप के भव्य मंच तक पहुंचा पाता है। क्योंकि जब बात इतालवी फुटबॉल की हो, तो सिर्फ जीत नहीं, बल्कि `खूबसूरत खेल` भी मायने रखता है – और शायद यही सबसे बड़ी चुनौती है।

यह लेख इतालवी फुटबॉल समाचारों के विश्लेषण पर आधारित एक स्वतंत्र रचना है।

रोहित कपूर

रोहित कपूर बैंगलोर से हैं और पंद्रह साल के अनुभव के साथ खेल पत्रकारिता के दिग्गज हैं। टेनिस और बैडमिंटन में विशेषज्ञ हैं। उन्होंने खेल पर एक लोकप्रिय यूट्यूब चैनल बनाया है, जहां वे महत्वपूर्ण मैचों और टूर्नामेंटों का विश्लेषण करते हैं। उनके विश्लेषणात्मक समीक्षाओं की प्रशंसा प्रशंसकों और पेशेवर खिलाड़ियों द्वारा की जाती है।