FIVB विश्व चैंपियनशिप: जापान ने ‘एशियाई डर्बी’ में थाईलैंड को हराया, क्वार्टरफाइनल में डच चुनौती के लिए तैयार

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खेल जगत में कुछ मुकाबले सिर्फ एक मैच नहीं होते, बल्कि वे क्षेत्रीय गौरव और प्रतिद्वंद्विता की कहानी कहते हैं। शुक्रवार को बैंकॉक के हुआमार्क इंडोर स्टेडियम में 2025 FIVB महिला वॉलीबॉल विश्व चैंपियनशिप के राउंड ऑफ 16 में ऐसा ही एक `एशियाई डर्बी` देखने को मिला, जहाँ तीन बार की विश्व चैंपियन जापान ने मेजबान थाईलैंड को हराकर क्वार्टरफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली

दर्शक दीर्घा में थाईलैंड के उत्साही प्रशंसकों का भारी समर्थन होने के बावजूद, जापानी टीम ने अपने खेल में गजब की निरंतरता दिखाई। शायद यह थाईलैंड के लिए थोड़ा निराशाजनक रहा होगा कि अपने ही घर में, अपने ही प्रशंसकों के सामने, वे जापान की मजबूत दीवार को नहीं भेद सके। जापान ने यह मुकाबला सीधे सेटों में 3-0 (25-20, 25-23, 25-23) से जीतकर अपनी एशियाई प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ लगातार दसवीं जीत दर्ज की। यह जीत सिर्फ अंकों का खेल नहीं थी, बल्कि यह जापान के धैर्य, रणनीति और दबाव में भी शांत रहने की क्षमता का प्रमाण था।

क्वार्टरफाइनल में नीदरलैंड्स से होगी भिड़ंत

जापान अब क्वार्टरफाइनल में नीदरलैंड्स का सामना करेगा, जिन्होंने शुक्रवार को एक अन्य महाद्वीपीय डर्बी में दो बार की गत चैंपियन सर्बिया को 3-2 (27-25, 26-24, 22-25, 20-25, 15-11) से हराकर सनसनीखेज जीत दर्ज की। जापान और नीदरलैंड्स के बीच यह रोमांचक मुकाबला बुधवार को खेला जाएगा। यह मुकाबला निश्चित तौर पर वॉलीबॉल प्रेमियों के लिए एक और बेहतरीन दावत साबित होगा।

शानदार प्रदर्शन: जापान के सितारे

जापान की इस जीत में कप्तान मयु इशिगावा का प्रदर्शन बेहद शानदार रहा। 25 वर्षीय आउटसाइड हिटर ने 13 किल्स और एक ऐस के साथ कुल 14 अंक अर्जित किए। उनके अलावा, मिडिल ब्लॉकर हारुयो शिमामुरो ने भी 12 अंक (नौ किल्स, दो ऐस, एक ब्लॉक) बनाए, और ऑपोजिट युकीको वाडा ने 11 किल्स के साथ टीम की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया। ये आंकड़े बताते हैं कि जापान की जीत किसी एक खिलाड़ी के दम पर नहीं, बल्कि सामूहिक प्रयास का नतीजा थी।

मैच के बाद, हारुयो शिमामुरो ने अपनी टीम के प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “वे एक बेहतरीन टीम हैं। हमारे कुछ रैलियां वास्तव में लंबी थीं, लेकिन हमने कभी हार नहीं मानी और हर बिंदु पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश की। आज जीतना हमारे लिए बहुत बड़ी बात थी। हमारा लक्ष्य यहां पदक जीतना है, और हम एक कदम करीब आ गए हैं। अब हम अगले मैच पर ध्यान देंगे और फिर से अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे।” यह दिखाता है कि टीम के भीतर कितनी एकाग्रता और दृढ़ संकल्प है।

थाईलैंड का जुझारूपन

थाईलैंड के लिए, आउटसाइड हिटर चात्चु-ऑन मोक्सरी ने 12 अंक (दस किल्स, एक ब्लॉक, एक ऐस) और ऑपोजिट पिंपिचाया कोकरम ने 11 अंक (नौ किल्स, दो ब्लॉक) बनाए। उन्होंने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की, लेकिन जापान के अनुभव और एकजुटता के आगे वे थोड़े कम पड़ गए। थाईलैंड की टीम ने भी जोरदार मुकाबला किया, खासकर दूसरे और तीसरे सेट में जहाँ स्कोर बिल्कुल करीब था।

थाईलैंड की टीम कप्तान अच्चरापॉर्न कोंगयोट ने हार के बाद कहा, “यह हमारे लिए एक महत्वपूर्ण मैच था, क्योंकि अगर हम अगले दौर में पहुँचते, तो यह बहुत बड़ी बात होती। दुर्भाग्य से, हम ऐसा नहीं कर सके, लेकिन मुझे टीम पर बहुत गर्व है। हमने एक-दूसरे का साथ दिया और अपना सर्वश्रेष्ठ खेलने के लिए मिलकर काम किया। मैं अपने प्रशंसकों को भी धन्यवाद देना चाहती हूँ, जो इन सभी दिनों में यहां आए और हमारा समर्थन किया।” यह बयान दिखाता है कि हार के बावजूद टीम भावना बरकरार है और प्रशंसकों के प्रति उनका सम्मान है।

आँकड़ों की जुबानी: कौन कहाँ रहा भारी

मैच के आँकड़ों पर गौर करें तो:

  • किल्स (Kills): जापान 47 – थाईलैंड 40
  • ऐस (Aces): जापान 4 – थाईलैंड 1
  • ब्लॉक (Blocks): जापान 2 – थाईलैंड 5 (थाईलैंड ने यहाँ बढ़त बनाई)
  • गलतियाँ (Errors): जापान 20 – थाईलैंड 22 (जापान ने कम गलतियाँ कीं)

ये आँकड़े दर्शाते हैं कि जापान ने अपनी आक्रामक शक्ति (किल्स और ऐस) और गलतियों पर नियंत्रण के दम पर यह मुकाबला जीता, जबकि थाईलैंड ने ब्लॉकों में थोड़ी बेहतरता दिखाई, जो उनकी रक्षात्मक रणनीति का हिस्सा था। लेकिन अंततः जापान की समग्र शक्ति भारी पड़ी।

आगे क्या? चैंपियनशिप का रोमांच जारी

विश्व चैंपियनशिप में रोमांच यहीं खत्म नहीं होता। शनिवार को बैंकॉक में राउंड ऑफ 16 के दो और मैच खेले जाएंगे, जिसमें ओलंपिक चैंपियन इटली का सामना यूरोपीय प्रतिद्वंद्वी जर्मनी से होगा, और पोलैंड की भिड़ंत बेल्जियम से होगी। इन मुकाबलों से यह तय होगा कि कौन सी टीमें पदक की दौड़ में आगे बढ़ती हैं। वॉलीबॉल प्रेमियों के लिए यह चैंपियनशिप उत्साह से भरपूर बनी हुई है।

धीरज मेहता

धीरज मेहता नई दिल्ली के एक खेल पत्रकार हैं जिन्हें बारह साल का अनुभव है। कबड्डी की स्थानीय प्रतियोगिताओं की कवरेज से शुरुआत करने वाले धीरज अब क्रिकेट, फुटबॉल और फील्ड हॉकी पर लिखते हैं। उनके लेख रणनीतिक विश्लेषण में गहराई से जाने के लिए जाने जाते हैं। वे एक साप्ताहिक खेल कॉलम लिखते हैं और लोकप्रिय खेल पोर्टल्स के साथ सक्रिय रूप से काम करते हैं।