FIVB पुरुष विश्व चैंपियनशिप: अमेरिका और बुल्गारिया ने क्वार्टर फाइनल में गाड़ा झंडा, अब होगा महामुकाबला!

खेल समाचार » FIVB पुरुष विश्व चैंपियनशिप: अमेरिका और बुल्गारिया ने क्वार्टर फाइनल में गाड़ा झंडा, अब होगा महामुकाबला!

फिलीपींस के पासे सिटी में स्थित एसएम मॉल ऑफ एशिया एरिना इन दिनों वॉलीबॉल के जुनून में डूबा है। यहाँ चल रही 2025 FIVB पुरुष वॉलीबॉल विश्व चैंपियनशिप अपने चरम पर है, जहाँ दुनिया भर की टीमें सर्वोच्च सम्मान के लिए पसीना बहा रही हैं। राउंड ऑफ 16 के रोमांचक मुकाबले खत्म हो चुके हैं और अब निगाहें क्वार्टर फाइनल पर टिकी हैं, जहाँ कुछ टीमें अपने अजेय रथ को दौड़ाते हुए पहुँची हैं। खेल प्रेमियों के लिए यह एक ऐसा मंच है, जहाँ हर पल नई कहानी गढ़ी जा रही है और हर जीत के साथ इतिहास के पन्ने पलटे जा रहे हैं।

अमेरिकी दल का अदम्य प्रदर्शन

अमेरिकी टीम ने इस चैंपियनशिप में अपनी धाक जमाई है। उन्होंने राउंड ऑफ 16 के मुकाबले में स्लोवेनिया को 3-1 (19-25, 25-22, 25-17, 25-20) से हराकर क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह पक्की की। मैच की शुरुआत स्लोवेनिया के पक्ष में हुई, जब उन्होंने पहले सेट में अमेरिकी खेमे को चौंकाते हुए बढ़त हासिल कर ली। ऐसा लगा मानो स्लोवेनिया ने पहले सेट में जीत कर अमेरिकी शेरों को जगा दिया था, जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा। NORCECA चैंपियंस के तौर पर अमेरिका ने हार नहीं मानी और दूसरे सेट से मैच पर अपनी पकड़ बनानी शुरू कर दी।

गैब्रियल गार्सिया, जिनके सात एसेस ने प्रतिद्वंद्वी टीम को बैकफुट पर धकेल दिया, और जॉर्डन ईवर्ट जैसे खिलाड़ियों ने शानदार वापसी करते हुए टीम को संभाला। दूसरे सेट में अमेरिका ने एक बड़ी बढ़त बनाई, और हालांकि स्लोवेनिया ने तीन सेट प्वाइंट बचाए, जॉर्डन ईवर्ट ने चौथे को सफलतापूर्वक बदल दिया। इसके बाद, अमेरिकी टीम ने गति पकड़ी और तीसरे और चौथे सेट में अपना दबदबा बनाए रखा, अंततः स्लोवेनिया को बाहर का रास्ता दिखाया। उनकी यह जीत सिर्फ अंकों का खेल नहीं, बल्कि धैर्य और रणनीति का भी प्रमाण है।

बुल्गारिया की बुलंद उड़ान

दूसरी ओर, बुल्गारिया की टीम भी किसी से कम नहीं। उन्होंने अपने स्वतंत्रता दिवस का जश्न पुर्तगाल को 3-0 (25-19, 25-23, 25-13) से सीधे सेटों में हराकर मनाया। इस जीत के साथ, बुल्गारिया ने भी अजेय रहते हुए क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। इलिया पेटकोव और असपरुह असपरुहोव ने टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया, जबकि युवा प्रेस्लाव पेटकोव के निर्णायक ब्लॉक ने पुर्तगाल की वापसी की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।

बुल्गारिया ने पूल ई में 8 अंकों के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया और अपनी लगातार जीत की लय को बरकरार रखा। पुर्तगाल को इस टूर्नामेंट का सरप्राइज पैकेज माना जा रहा था, लेकिन बुल्गारिया की मजबूत दीवार के सामने उनकी एक न चली। बुल्गारियाई टीम ने दिखाया कि उनका एकजुट प्रदर्शन और सटीक रणनीति उन्हें किसी भी चुनौती का सामना करने में सक्षम बनाती है। उनकी यह जीत न सिर्फ टीम के लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का क्षण थी।

बहुप्रतीक्षित महामुकाबला: अमेरिका बनाम बुल्गारिया

अब वॉलीबॉल प्रेमियों की निगाहें गुरुवार, 25 सितंबर को होने वाले महामुकाबले पर टिकी हैं, जहाँ अमेरिका और बुल्गारिया आमने-सामने होंगे। दोनों टीमें इस टूर्नामेंट में अभी तक अजेय रही हैं और उनकी यह भिड़ंत निश्चित रूप से प्रतियोगिता का एक अहम मोड़ होगी। यह सिर्फ दो टीमों का मुकाबला नहीं, बल्कि दो अलग-अलग शैलियों का टकराव होगा।

क्या अमेरिका अपनी आक्रमण शक्ति और गैब्रियल गार्सिया के तूफानी एसेस से बुल्गारिया की रक्षात्मक रणनीति को भेद पाएगा, या बुल्गारिया अपनी ठोस टीम वर्क और प्रभावशाली ब्लॉकिंग से अमेरिकी चुनौती का सामना करेगा? यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन सी टीम अपनी जीत की लय को बरकरार रखते हुए सेमीफाइनल की ओर कदम बढ़ाती है। इस मैच का परिणाम पूरे टूर्नामेंट की दिशा बदल सकता है!

चैंपियनशिप का आगे का सफर

क्वार्टर फाइनल की दौड़ में अभी भी कुछ टीमें अपनी किस्मत आजमा रही हैं। मंगलवार को पासे सिटी के एसएम मॉल ऑफ एशिया एरिना में ट्यूनीशिया का मुकाबला चेकिया से होगा, जबकि सर्बिया और ईरान भी एक-दूसरे से भिड़ेंगे। इन मैचों के बाद ही क्वार्टर फाइनल की पूरी तस्वीर साफ होगी। इसके बाद, टूर्नामेंट नॉकआउट प्रारूप में आगे बढ़ेगा, जिसमें क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और अंत में फाइनल मुकाबला होगा, जहाँ 2025 का विश्व चैंपियन ताज पहनाया जाएगा।

जैसे-जैसे चैंपियनशिप अपने अंतिम पड़ाव की ओर बढ़ रही है, हर मैच की अहमियत बढ़ती जा रही है। अमेरिका और बुल्गारिया ने अपनी प्रतिभा और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन करते हुए प्रशंसकों को रोमांचक मुकाबलों की उम्मीदें जगा दी हैं। यह केवल शक्ति और कौशल का खेल नहीं, बल्कि धैर्य और रणनीति का भी है। कौन सी टीम दबाव में बेहतर प्रदर्शन कर पाती है, यह समय ही बताएगा। वॉलीबॉल के इस महाकुंभ में अभी और भी कई यादगार पल बाकी हैं, जो खेल के इतिहास में दर्ज किए जाएंगे।

धीरज मेहता

धीरज मेहता नई दिल्ली के एक खेल पत्रकार हैं जिन्हें बारह साल का अनुभव है। कबड्डी की स्थानीय प्रतियोगिताओं की कवरेज से शुरुआत करने वाले धीरज अब क्रिकेट, फुटबॉल और फील्ड हॉकी पर लिखते हैं। उनके लेख रणनीतिक विश्लेषण में गहराई से जाने के लिए जाने जाते हैं। वे एक साप्ताहिक खेल कॉलम लिखते हैं और लोकप्रिय खेल पोर्टल्स के साथ सक्रिय रूप से काम करते हैं।