विश्व वॉलीबॉल के सबसे बड़े मंच, 2025 FIVB पुरुष वॉलीबॉल विश्व चैंपियनशिप में रोमांच अपने चरम पर है। फिलीपींस में खेले जा रहे इस टूर्नामेंट के क्वार्टरफाइनल में दिग्गज टीमें भिड़ने को तैयार हैं। इन भिड़ंतों में सबसे दिलचस्प मुकाबला गत चैंपियन इटली और अप्रत्याशित रूप से आगे बढ़ी बेल्जियम के बीच होने वाला है। एक तरफ इटली अपने खिताब की रक्षा करने को आतुर है, वहीं दूसरी ओर बेल्जियम 55 साल बाद क्वार्टरफाइनल में पहुंचकर इतिहास रच चुका है।
इटली का विजय अभियान: चैंपियंस का दबदबा
डिफेंडिंग चैंपियन इटली ने अर्जेंटीना के खिलाफ अपने राउंड ऑफ 16 के मुकाबले में कोई दया नहीं दिखाई। उन्होंने अर्जेंटीना को 3-0 (25-23, 25-20, 25-22) से सीधे सेटों में रौंदते हुए अपनी ताकत का लोहा मनवाया। यह कहना गलत नहीं होगा कि इटली ने यह मैच जीतकर एक बार फिर यह साबित कर दिया कि वे क्यों इस खिताब के प्रबल दावेदार हैं। कप्तान सिमोन जियानेली ने अपनी शानदार सेटिंग्स से टीम को संभाला, तो वहीं यूरी रोमानो की लगातार तीन एस सर्विस और मैटिया बॉटोलो के बेहतरीन ब्लॉक-आउट ने जीत पर मुहर लगाई। अर्जेंटीना ने थोड़ी बहुत चुनौती पेश की, लेकिन इटली की दृढ़ता और कौशल के सामने वे टिक नहीं पाए। एक तरह से, इटली ने बड़ी विनम्रता से समझाया, “देखो, हम चैंपियन हैं और हम ऐसे ही खेलते हैं।”
बेल्जियम का ऐतिहासिक उत्थान: `रेड ड्रैगन्स` ने तोड़ा 55 साल का सूखा
अगर किसी टीम ने इस चैंपियनशिप में सभी को चौंकाया है, तो वह बेल्जियम है, जिसे `रेड ड्रैगन्स` भी कहा जाता है। फिनलैंड के खिलाफ उन्होंने 3-0 (25-21, 25-17, 25-21) की दमदार जीत दर्ज की और 55 साल के लंबे इंतजार के बाद क्वार्टरफाइनल में अपनी जगह बनाई। जी हाँ, आपने सही पढ़ा, 55 साल! यह सिर्फ एक जीत नहीं, यह एक पूरे देश के लिए ऐतिहासिक पल है। जब माथीज डेसमेट और फेरे रेगेर्स जैसे युवा खिलाड़ी कोर्ट पर आग उगल रहे थे, तो शायद ही कोई फिनलैंड को जीतने का मौका दे रहा था। बेल्जियम के इस पुनरुत्थान में उनके इतालवी कोच एमानुएल ज़ानिनी का भी बड़ा हाथ है, जो FIVB के `कोच सपोर्ट प्रोग्राम` के तहत टीम के साथ जुड़े हैं। कभी-कभी, आपको अपने विरोधियों से ही सीखने की जरूरत होती है!
महा-टकराव: इटली बनाम बेल्जियम – एक बदला या दोहराई जाएगी जीत?
और अब, कहानी एक नए मोड़ पर आ गई है। क्वार्टरफाइनल में इटली और बेल्जियम फिर से आमने-सामने होंगे। पूल चरण में जब ये दोनों टीमें भिड़ी थीं, तो बेल्जियम ने इटली को 3-2 से मात देकर सबको हैरान कर दिया था। उस मैच में बेल्जियम ने यह दिखाया था कि वे सिर्फ एक सामान्य टीम नहीं हैं, बल्कि उनके पास चैंपियन को भी हराने का माद्दा है। अब बुधवार को होने वाली यह भिड़ंत सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि बदला लेने का मौका और अपनी श्रेष्ठता साबित करने की लड़ाई होगी। क्या बेल्जियम फिर से इटली के विजय रथ को रोक पाएगा, या इटली अपनी पिछली हार का बदला लेकर दिखाएगा कि चैंपियन कौन है? यह देखना बेहद रोमांचक होगा।
अन्य क्वार्टरफाइनल और आगामी मुकाबले
इस बीच, टूर्नामेंट में कुछ और महत्वपूर्ण मैच भी खेले जाएंगे। बुल्गारिया का सामना पुर्तगाल से होगा, जो इस टूर्नामेंट के `सरप्राइज पैकेज` साबित हुए हैं। वहीं, अजेय अमेरिका की टीम स्लोवेनिया से भिड़ेगी। हर मैच `करो या मरो` की स्थिति में है, जहां एक गलती आपको टूर्नामेंट से बाहर कर सकती है।
टूर्नामेंट का प्रारूप: अब सिर्फ विजेता ही आगे बढ़ेगा
चैंपियनशिप अब पूरी तरह से नॉकआउट प्रारूप में प्रवेश कर चुकी है। राउंड ऑफ 16 से लेकर फाइनल तक, हर मैच निर्णायक है। एक टीम जीतेगी और दूसरी घर वापस जाएगी। यह वह जगह है जहाँ असली दबाव सामने आता है, जहाँ हर खिलाड़ी को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होता है। यह सिर्फ ताकत और कौशल का नहीं, बल्कि मानसिक दृढ़ता का भी इम्तिहान है।
निष्कर्ष: वॉलीबॉल के इतिहास के नए पन्ने
2025 FIVB पुरुष वॉलीबॉल विश्व चैंपियनशिप अपने अंतिम और सबसे रोमांचक चरण में है। आने वाले दिनों में हम कुछ अविश्वसनीय वॉलीबॉल एक्शन देखने की उम्मीद कर सकते हैं। इटली की दक्षता बनाम बेल्जियम का दृढ़ संकल्प, अमेरिका की ताकत बनाम स्लोवेनिया का जुझारूपन – यह सब एक ऐसे टूर्नामेंट का हिस्सा है, जिसे कोई भी खेल प्रेमी मिस नहीं करना चाहेगा। तैयार हो जाइए, क्योंकि वॉलीबॉल की दुनिया में अब सिर्फ चैंपियंस की ही बात होगी!

 
																																											 
																																											 
																																											 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								