FIVB पुरुष वॉलीबॉल विश्व चैंपियनशिप 2025: रोमांच की नई ऊँचाई पर क्वार्टर फाइनल की बिसात

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वॉलीबॉल प्रेमियों के लिए बड़ी खबर! 2025 FIVB पुरुष वॉलीबॉल विश्व चैंपियनशिप अपने सबसे रोमांचक पड़ाव पर पहुँच चुकी है, जहाँ क्वार्टर फाइनल के लिए टीमें तय हो गई हैं। फिलीपींस के SM मॉल ऑफ एशिया एरिना में जारी इस महामुकाबले में अब सिर्फ आठ टीमें ही खिताब के लिए दावेदारी पेश करेंगी, और खेल अब `करो या मरो` की स्थिति में आ गया है। इस चरण में, हारने वाली टीम सीधे टूर्नामेंट से बाहर हो जाएगी, जिससे हर मुकाबला एक फाइनल से कम नहीं होगा।

तय हुए क्वार्टर फाइनल के मुकाबले: कौन किससे भिड़ेगा?

बुधवार और गुरुवार को होने वाले इन मुकाबलों में दुनिया की कुछ बेहतरीन वॉलीबॉल टीमें एक-दूसरे के खिलाफ लोहा लेने को तैयार हैं। शेड्यूल इस प्रकार है:

बुधवार के मुकाबले:

  • इटली बनाम बेल्जियम
  • पोलैंड बनाम तुर्किये

गुरुवार के मुकाबले:

  • चेकिया बनाम ईरान
  • यूएसए बनाम बुल्गारिया

इन मुकाबलों में कुछ जानी-मानी ताकतें हैं, तो कुछ ऐसी टीमें भी हैं जिन्होंने अपने प्रदर्शन से सभी को चौंकाया है।

चेकिया का ऐतिहासिक सफर: 39 साल बाद रचा इतिहास

सबसे ज़्यादा चर्चा चेकिया की है, जिसने टूर्नामेंट के इतिहास में पहली बार क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई है। यह उपलब्धि न सिर्फ खिलाड़ियों के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है। उन्होंने राउंड ऑफ 16 में ट्यूनीशिया को 3-0 (25-19, 25-18, 25-23) के सीधे सेटों में हराकर यह कारनामा किया। चेकोस्लोवाकिया, जो चेकिया का पूर्ववर्ती है, ने आखिरी बार 1986 में टॉप आठ में जगह बनाई थी। यानी, पूरे 39 साल बाद इस क्षेत्र से कोई टीम इस मुकाम तक पहुंची है।

ट्यूनीशिया के खिलाफ चेकिया का प्रदर्शन शानदार रहा। पहले दो सेट में उन्होंने ट्यूनीशिया को कोई मौका नहीं दिया, लेकिन तीसरे सेट में ट्यूनीशिया ने जबरदस्त वापसी की। एक समय पर ट्यूनीशिया 7 अंकों की बढ़त पर था, लेकिन जान गालाबोव की प्रेरणादायक अगुवाई में चेकिया ने अद्भुत पलटवार किया और सेट को 25-23 से जीतकर इतिहास रच दिया। यह दिखाता है कि टीम के अंदर दबाव में भी बेहतरीन प्रदर्शन करने की क्षमता है। अब उनकी अगली चुनौती ईरान होगी, जो कि निश्चित रूप से आसान नहीं होगी।

ईरान का रोमांचक संघर्ष: सर्बिया को हराया 5 सेटों में

दूसरी ओर, ईरान ने सर्बिया के खिलाफ एक बेहद रोमांचक मुकाबले में 3-2 (23-25, 25-19, 24-26, 25-22, 15-9) की कड़ी टक्कर में जीत हासिल कर क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह पक्की की। यह मैच पूरे पांच सेट तक चला, जिसने दर्शकों को अंत तक अपनी सीटों से बांधे रखा।

ईरान दो बार सेटों में पिछड़ने के बावजूद वापस आया और हर बार अपनी दृढ़ता का परिचय दिया। तीसरा सेट तो एक रोलरकोस्टर की तरह था, जहाँ बढ़त कई बार बदली। सर्बिया के 20-15 की बढ़त के बावजूद ईरान ने वापसी की और सेट प्वाइंट तक पहुँच गए, हालांकि सर्बिया ने वह सेट जीत लिया। लेकिन चौथे सेट में ईरान ने फिर पलटवार किया और कप्तान मोर्तेज़ा शरीफ़ी के शानदार प्रदर्शन से मैच को निर्णायक पाँचवें सेट तक पहुँचाया। टाइ-ब्रेकर में ईरान ने 4-1 की शुरुआती बढ़त बनाई और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा, अंततः 15-9 से सेट और मैच जीत लिया। यह जीत उनकी मानसिक मजबूती और कभी हार न मानने वाले जज़्बे को दर्शाती है।

आगे की राह: विश्व चैंपियन बनने का सपना

जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ रहा है, हर टीम की चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं। क्वार्टर फाइनल के ये मुकाबले सिर्फ खेल नहीं, बल्कि रणनीतियों, दृढ़ संकल्प और कुछ जादुई पलों का संगम होंगे। इटली, पोलैंड और यूएसए जैसी पारंपरिक शक्तियां अपनी विरासत को आगे बढ़ाना चाहेंगी, वहीं चेकिया और तुर्किये जैसी टीमें नया इतिहास लिखने की फिराक में होंगी।

अब देखना यह होगा कि कौन सी टीमें सेमीफाइनल में अपनी जगह बनाती हैं और विश्व चैंपियन बनने की दिशा में एक और कदम बढ़ाती हैं। यह चैंपियनशिप निश्चित रूप से यादगार रहेगी, और आने वाले मुकाबले वॉलीबॉल के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज होंगे।

धीरज मेहता

धीरज मेहता नई दिल्ली के एक खेल पत्रकार हैं जिन्हें बारह साल का अनुभव है। कबड्डी की स्थानीय प्रतियोगिताओं की कवरेज से शुरुआत करने वाले धीरज अब क्रिकेट, फुटबॉल और फील्ड हॉकी पर लिखते हैं। उनके लेख रणनीतिक विश्लेषण में गहराई से जाने के लिए जाने जाते हैं। वे एक साप्ताहिक खेल कॉलम लिखते हैं और लोकप्रिय खेल पोर्टल्स के साथ सक्रिय रूप से काम करते हैं।