फिलीपींस का ऐतिहासिक वॉलीबॉल डेब्यू: 2025 पुरुष विश्व चैंपियनशिप में मेजबानी और भागीदारी की अनूठी कहानी

खेल समाचार » फिलीपींस का ऐतिहासिक वॉलीबॉल डेब्यू: 2025 पुरुष विश्व चैंपियनशिप में मेजबानी और भागीदारी की अनूठी कहानी

खेल जगत में, कुछ पल ऐसे होते हैं जो किसी देश के लिए न सिर्फ उसकी प्रतिभा को दर्शाते हैं, बल्कि उसके जुनून और दृढ़ संकल्प को भी उजागर करते हैं। फिलीपींस के लिए 2025 ऐसा ही एक ऐतिहासिक वर्ष बनने जा रहा है, जब वह पहली बार FIVB पुरुष वॉलीबॉल विश्व चैंपियनशिप की सह-मेजबानी और उसमें भागीदारी करेगा। 12 से 28 सितंबर 2025 तक, दुनिया की शीर्ष पुरुष टीमें मनीला में एक-दूसरे से भिड़ेंगी, और इस बार फिलीपींस की घरेलू टीम भी मैदान पर उतरकर अपने दशकों पुराने सपने को साकार करेगी।

इतिहास के पन्नों में एक नया अध्याय

फिलीपींस, एक ऐसा देश जहाँ वॉलीबॉल सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि एक संस्कृति का हिस्सा है। यहाँ की सड़कों से लेकर स्कूल परिसरों तक, वॉलीबॉल का जुनून साफ देखा जा सकता है। लेकिन इस गहरी लोकप्रियता के बावजूद, पुरुषों की राष्ट्रीय टीम ने कभी विश्व चैंपियनशिप के इस उच्च स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराई थी। 2025 में उनकी यह शुरुआत, एक मेजबान राष्ट्र के रूप में उनकी भूमिका के साथ-साथ कोर्ट पर बेहतर प्रदर्शन की उनकी महत्वाकांक्षा को भी दर्शाती है। यह सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि एक राष्ट्र के लिए अपनी खेल विरासत को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करने का सुनहरा अवसर है।

“जब आपका देश वॉलीबॉल का जनक रहा हो और अब आप पहली बार उसके सबसे बड़े मंच पर उतर रहे हों, तो यह केवल एक खेल नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय गौरव का क्षण बन जाता है।”

FIVB का सशक्तिकरण कार्यक्रम: एक गेम-चेंजर

इस ऐतिहासिक यात्रा में, FIVB वॉलीबॉल सशक्तिकरण कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह कार्यक्रम फिलीपींस की टीम को विशिष्ट कोचिंग सहायता प्रदान कर रहा है, ताकि वे विश्व स्तरीय प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार हो सकें। आखिर, “घर का भेदी लंका ढाए” वाली कहावत खेल के मैदान पर बिल्कुल सटीक बैठती है, जब तक कि आपके पास सही रणनीति और विश्व स्तरीय मार्गदर्शन न हो।

अनुभवी कोच की दस्तक: एंजियोलिनो फ्रिगोनी का जादू

इस मिशन को सफल बनाने की जिम्मेदारी इटली के अनुभवी कोच एंजियोलिनो फ्रिगोनी और उनके सहायक माटेओ एंटोनुची को सौंपी गई है। फ्रिगोनी का नाम वॉलीबॉल जगत में किसी परिचय का मोहताज नहीं है। उनके पास 30 वर्षों से अधिक का राष्ट्रीय और क्लब स्तर का अनुभव है। 1990 के दशक में इटली की पुरुष टीम को दो विश्व चैंपियनशिप और तीन यूरोपीय खिताब जिताने वाली कोचिंग टीम का वह हिस्सा रहे हैं। इसके अलावा, उन्होंने इटली की महिला टीम को ओलंपिक तक पहुँचाया, मिस्र को अफ्रीकी खिताब दिलाया और इटली की U21 पुरुष टीम को विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक भी जिताया।

यह कहना गलत नहीं होगा कि फिलीपींस ने अपने सपनों को साकार करने के लिए किसी `रुक-रुक कर चलने वाले` इंजन को नहीं, बल्कि एक प्रसिद्ध वॉलीबॉल वास्तुकार को नियुक्त किया है। उनका कार्यकाल 16 अक्टूबर 2024 से 15 अक्टूबर 2025 तक चलेगा, जिसका लक्ष्य न केवल राष्ट्रीय टीम को विश्व चैंपियनशिप के लिए तैयार करना है, बल्कि स्थानीय कोचों को ज्ञान हस्तांतरित करना और वॉलीबॉल की दीर्घकालिक संरचना को मजबूत करना भी है।

मैदान तैयार, दर्शक बेताब: मनीला का भव्य स्वागत

विश्व चैंपियनशिप के मैच फिलीपींस के दो प्रमुख इनडोर स्टेडियमों में आयोजित होंगे:

  • एसएम मॉल ऑफ एशिया एरिना (पसाय सिटी): फिलीपींस अपनी पूल ए के सभी मैच यहीं खेलेगा।
  • स्मार्ट अरानेटा कोलिज़ीयम (क्विज़ोन सिटी): यह स्टेडियम प्रारंभिक दौर के अन्य पूल मैचों की मेजबानी करेगा।

ये दोनों स्थल पहले भी वॉलीबॉल नेशंस लीग जैसे बड़े आयोजनों की मेजबानी कर चुके हैं और यहाँ कॉलेज व पेशेवर प्रतियोगिताओं के लिए भारी भीड़ उमड़ती है। तो, ज़रा सोचिए, जब अपनी घरेलू टीम विश्व मंच पर उतरेगी, तो कैसा नज़ारा होगा!

फिलीपींस का प्रारंभिक मुकाबला: एक कठिन चुनौती

घरेलू टीम पूल ए में ट्यूनीशिया (12 सितंबर), मिस्र (16 सितंबर) और ईरान (18 सितंबर) जैसी मजबूत टीमों का सामना करेगी। यह मुकाबला उनके लिए किसी `अग्नि परीक्षा` से कम नहीं होगा, लेकिन FIVB के समर्थन और फ्रिगोनी की रणनीति के साथ, वे विश्व की सर्वश्रेष्ठ टीमों को टक्कर देने के लिए तैयार होंगे।

वॉलीबॉल की फिलीपींस में जड़ें: एक अनूठी विरासत

फिलीपींस में वॉलीबॉल का इतिहास 1910 से चला आ रहा है, जब इसे स्कूल प्रणाली के माध्यम से पेश किया गया और समुदायों ने इसे सहर्ष अपनाया। दिलचस्प बात यह है कि फिलिपिनो खिलाड़ियों ने `सेट` और `स्पाइक` जैसी तकनीकों का आविष्कार करके खेल के शुरुआती विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। आज भी, यहाँ एक जीवंत लीग प्रणाली और दुनिया के कुछ सबसे भावुक प्रशंसक मौजूद हैं।

पुरुष विश्व चैंपियनशिप की मेजबानी सिर्फ घरेलू लाभ से कहीं अधिक है। यह इस समृद्ध परंपरा को आगे बढ़ाने, स्थानीय समर्थन की शक्ति को उजागर करने और यह दिखाने का एक मौका है कि कैसे सशक्तिकरण कार्यक्रम ने एक ऐसी राष्ट्रीय टीम को विकसित करने में मदद की है जो अब वैश्विक मंच पर अपनी जगह बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है।

निष्कर्ष: एक नया सूर्योदय

फिलीपींस के लिए, 2025 FIVB पुरुष वॉलीबॉल विश्व चैंपियनशिप सिर्फ एक खेल आयोजन नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय उत्सव है। यह उनके खेल इतिहास का एक निर्णायक क्षण है, जो दशकों के जुनून, दृढ़ता और अब, वैश्विक आकांक्षाओं का प्रतीक है। जब फिलीपींस की टीम मनीला के कोर्ट पर उतरेगी, तो वे सिर्फ एक मैच नहीं खेल रहे होंगे; वे अपने देश के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत कर रहे होंगे, यह दर्शाते हुए कि कैसे सही समर्थन और अटूट भावना के साथ कोई भी सपना साकार हो सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि यह `उभरता हुआ वॉलीबॉल टाइगर` वैश्विक मंच पर कितनी दहाड़ लगा पाता है।

धीरज मेहता

धीरज मेहता नई दिल्ली के एक खेल पत्रकार हैं जिन्हें बारह साल का अनुभव है। कबड्डी की स्थानीय प्रतियोगिताओं की कवरेज से शुरुआत करने वाले धीरज अब क्रिकेट, फुटबॉल और फील्ड हॉकी पर लिखते हैं। उनके लेख रणनीतिक विश्लेषण में गहराई से जाने के लिए जाने जाते हैं। वे एक साप्ताहिक खेल कॉलम लिखते हैं और लोकप्रिय खेल पोर्टल्स के साथ सक्रिय रूप से काम करते हैं।