फ़ॉर्मूला 1 में बड़ा बदलाव: रेड बुल ने क्रिश्चियन हॉर्नर को टीम प्रिंसिपल पद से हटाया

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फ़ॉर्मूला 1 की दुनिया में इस हफ्ते की सबसे बड़ी खबर ने सबको चौंका दिया है। रेड बुल रेसिंग के दशकों पुराने स्तंभ और टीम प्रिंसिपल क्रिश्चियन हॉर्नर को उनके पद से हटा दिया गया है। 20 सालों तक इस टीम की कमान संभालने वाले हॉर्नर का बाहर निकलना सिर्फ एक नेतृत्व परिवर्तन नहीं, बल्कि F1 के सबसे सफल और दबंग टीमों में से एक के भीतर चल रही गहरी उथल-पुथल का संकेत है।

एक स्वर्ण युग का अंत?

क्रिश्चियन हॉर्नर, एक ऐसा नाम जो रेड बुल के पर्यायवाची बन चुका था। उनकी अगुवाई में, रेड बुल ने सिर्फ एक एनर्जी ड्रिंक कंपनी से कहीं आगे, फॉर्मूला 1 के शीर्ष पर अपनी धाक जमाई। 2005 में टीम प्रिंसिपल का पद संभालने के बाद, हॉर्नर ने टीम को आठ ड्राइवर्स चैंपियनशिप और छह कंस्ट्रक्टर्स चैंपियनशिप दिलाईं। टीम की 124 ग्रैंड प्रिक्स जीतें, हर एक उनके नेतृत्व में ही हासिल हुई। वे एक ऐसे रणनीतिकार थे जिन्होंने एड्रियान न्यूई जैसे महान इंजीनियरों और मैक्स वेरस्टैपेन जैसे असाधारण प्रतिभाओं को एक साथ लाकर एक अजेय संयोजन बनाया। उनकी यह विदाई, ठीक उसी तरह है जैसे किसी महासागर से एक विशाल हिमखंड का टूटकर अलग हो जाना – जिसका असर दूर तक महसूस होगा।

पर्दे के पीछे की कलह: जब कामयाबी पर पड़ी दरार

लेकिन हर स्वर्ण युग की तरह, रेड बुल के इस सुनहरे दौर में भी दरारें दिखने लगी थीं। इस साल ट्रैक पर संघर्ष, जो पिछले दशकों में टीम के दबदबे को देखते हुए किसी `दुर्लभ` घटना से कम नहीं था, ने आंतरिक तनाव को और बढ़ा दिया। सूत्रों के अनुसार, टीम के भीतर का माहौल लगातार तनावपूर्ण होता जा रहा था, और स्टार ड्राइवर मैक्स वेरस्टैपेन के भविष्य को लेकर बढ़ती अनिश्चितता ने इस स्थिति को और भी जटिल बना दिया।

यह सिर्फ ट्रैक पर प्रदर्शन का मामला नहीं था, बल्कि पर्दे के पीछे चल रही सत्ता की लड़ाई का भी परिणाम था। पिछले दो ग्रैंड प्रिक्स के दौरान कई उच्च-स्तरीय बैठकें हुईं, जिनमें मैक्स वेरस्टैपेन और कंपनी के कॉर्पोरेट पक्ष के एक वरिष्ठ अधिकारी, ओलिवर मिंटज़लाफ़ भी शामिल थे। मिंटज़लाफ़ लंबे समय से रेड बुल के रेसिंग विंग के नेतृत्व में बदलाव के पक्ष में थे। हॉर्नर का पद तब तक सुरक्षित माना जाता था जब तक उन्हें रेड बुल के बहुमत शेयरधारक चालर्म योओविद्य्या का समर्थन प्राप्त था, जिन्होंने दिवंगत डायट्रिच मैटेशिट्ज़ के साथ कंपनी की सह-स्थापना की थी। ऐसा प्रतीत होता है कि यह समर्थन अब समाप्त हो चुका है।

विवादों का साया और राजनीतिक भूचाल

यह खबर हॉर्नर के लिए एक और झटके के रूप में आई है। ठीक एक साल पहले, उन्हें एक पूर्व रेड बुल रेसिंग कर्मचारी द्वारा लगाए गए यौन दुराचार के आरोपों की आंतरिक जांच के बाद भी अपने पद पर बने रहने की अनुमति मिली थी। मैटेशिट्ज़ के 2022 में निधन के बाद से टीम के भीतर की राजनीतिक दरारें गहरी होती जा रही थीं। हॉर्नर का मैक्स के पिता, जोस वेरस्टैपेन, और रेड बुल के सलाहकार हेल्मुट मार्को के साथ भी काफी सार्वजनिक तौर पर मनमुटाव रहा था। इन सबने मिलकर एक ऐसा माहौल बनाया जहां शीर्ष पर परिवर्तन अपरिहार्य हो गया।

आगे की राह: बदलाव और अनिश्चितता

हाल के दिनों में टीम के भीतर कई रणनीतिक बदलाव भी देखने को मिले हैं। दिग्गज तकनीकी निदेशक एड्रियान न्यूई का एस्टन मार्टिन में जाना भी रेड बुल के लिए एक बड़ा झटका था, जिसने टीम की तकनीकी क्षमता पर सवाल खड़े किए थे। हॉर्नर की विदाई के बाद, पूर्व रेसिंग बुल्स टीम प्रिंसिपल लॉरेंट मेकीज़ को रेड बुल रेसिंग के सीईओ के रूप में पदोन्नत किया गया है, जबकि एलन परमानेंट ने रेसिंग बुल्स के टीम प्रिंसिपल का पद संभाला है।

क्रिश्चियन हॉर्नर की विदाई के साथ, रेड बुल एक नए युग की दहलीज पर खड़ा है। टीम को अब न केवल ट्रैक पर अपनी खोई हुई लय वापस पानी होगी, बल्कि मैक्स वेरस्टैपेन जैसे स्टार ड्राइवर को भी टीम में बनाए रखना होगा, जिनकी मर्सिडीज जैसी टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वे अपने गौरवशाली इतिहास को दोहरा पाएंगे या यह परिवर्तन उनके लिए एक नया अध्याय खोलेगा।

जैसा कि ओलिवर मिंटज़लाफ़ ने स्वयं कहा, “उनके अथक समर्पण, अनुभव, विशेषज्ञता और अभिनव सोच के साथ, उन्होंने रेड बुल रेसिंग को फॉर्मूला 1 में सबसे सफल और आकर्षक टीमों में से एक के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।” हॉर्नर का जाना फॉर्मूला 1 के इतिहास में एक महत्वपूर्ण पल है, जो यह दर्शाता है कि खेल में सफलता कितनी भी बड़ी क्यों न हो, आंतरिक गतिशीलता और भविष्य की रणनीतियाँ हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। फॉर्मूला 1 कभी स्थिर नहीं रहता, और शायद यही इसकी खूबसूरती है।

धीरज मेहता

धीरज मेहता नई दिल्ली के एक खेल पत्रकार हैं जिन्हें बारह साल का अनुभव है। कबड्डी की स्थानीय प्रतियोगिताओं की कवरेज से शुरुआत करने वाले धीरज अब क्रिकेट, फुटबॉल और फील्ड हॉकी पर लिखते हैं। उनके लेख रणनीतिक विश्लेषण में गहराई से जाने के लिए जाने जाते हैं। वे एक साप्ताहिक खेल कॉलम लिखते हैं और लोकप्रिय खेल पोर्टल्स के साथ सक्रिय रूप से काम करते हैं।