कल्पना कीजिए दृश्य: शानदार एलिसी पैलेस, जो आमतौर पर राजनेताओं और राजनयिकों के लिए आरक्षित रहता है, उसने इस बार अपने दरवाज़े खेल के मैदान के सितारों के लिए खोल दिए! जी हाँ, पहले-पहले विश्व वॉलीबॉल दिवस के अवसर पर, फ़्रांस के पुरुष वॉलीबॉल के सुनहरे सितारे, टोक्यो 2020 ओलंपिक के चैंपियन, एलिसी पैलेस में सम्मान के अतिथि थे। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने खुद यह तय किया कि ओलंपिक गौरव लाने वाली इस टीम के लिए राष्ट्रीय अभिनंदन का समय आ गया है। उस अविश्वसनीय जीत को भले ही लगभग एक साल हो गया हो (और कुछ ने शायद सोचा हो कि सम्मान में थोड़ी देर हुई, है ना?), लेकिन जब बात राष्ट्रीय नायकों की हो तो `देर आए दुरुस्त आए` ही कहावत चरितार्थ होती है।
यह समारोह सिर्फ एक औपचारिक मुलाक़ात से कहीं बढ़कर था। महल में खिलाड़ियों, कोचिंग स्टाफ, फ़्रेंच वॉलीबॉल फ़ेडरेशन के अधिकारियों और उनके गर्वित परिवार के सदस्यों की उपस्थिति ने इसे एक यादगार आयोजन बना दिया। राष्ट्रपति मैक्रों ने अपने संबोधन में सिर्फ टोक्यो ओलंपिक में मिली ऐतिहासिक जीत (फ़्रांस के लिए 67 साल बाद पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय खिताब और पहला ओलंपिक स्वर्ण) का ज़िक्र नहीं किया, बल्कि उन्होंने टीम की एकजुटता, प्रतिबद्धता और देश में वॉलीबॉल के खेल को दिए गए महत्वपूर्ण योगदान की भी सराहना की। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि यह सम्मान केवल नतीजों के लिए नहीं, बल्कि खिलाड़ियों की सामूहिक यात्रा, उल्लेखनीय निष्ठा और फ़्रेंच खेल पर उनके स्थायी प्रभाव के लिए है। उन्होंने पूर्व कोच लॉरेंट टिली और वर्तमान कोच एंड्रिया जियानी के योगदान को भी स्वीकार किया।
समारोह का मुख्य आकर्षण था राष्ट्रीय सम्मानों का वितरण। राष्ट्रपति मैक्रों ने प्रत्येक खिलाड़ी को व्यक्तिगत रूप से संबोधित किया, जो खिलाड़ियों के लिए एक विशेष पल रहा होगा। थियो फ़ोर और इर्विन नगापेथ को प्रतिष्ठित लीजन ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया, जो फ़्रांस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। एंटोनी ब्रिज़ार्ड, केविन टिली, निकोलस ले गोफ़, जीन पैट्री, बेंजामिन टोनियुटी, बार्थेलेमी चिनेंयेज़े, जेनया ग्रेबेनिकोव और यासीन लुआती को नेशनल ऑर्डर ऑफ मेरिट में ऑफिसर नियुक्त किया गया। यह उन एथलीटों के लिए एक अनूठा क्षण था जो कोर्ट पर अपने प्रदर्शन के लिए जाने जाते हैं, उन्हें अब राष्ट्र द्वारा उनकी उपलब्धियों के लिए औपचारिक रूप से सम्मानित किया जा रहा था।
एलिसी पैलेस में टीम का यह पहला औपचारिक दौरा था, जो फ़्रांस में वॉलीबॉल की बढ़ती लोकप्रियता और महत्व को दर्शाता है। यह खेल अब केवल उत्साही लोगों तक सीमित नहीं है, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुका है। इस सम्मान समारोह का समय भी महत्वपूर्ण था, क्योंकि टीम वॉलीबॉल नेशंस लीग (VNL) और आगामी विश्व चैंपियनशिप जैसी महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की तैयारी कर रही है, और निश्चित रूप से, 2024 में पेरिस में होने वाले अगले ओलंपिक की भी। यह सम्मान खिलाड़ियों के लिए एक शक्तिशाली प्रेरणा का स्रोत बना होगा, यह दर्शाता है कि पूरा राष्ट्र उनके साथ है और उनसे भविष्य में भी बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद रखता है।
कुल मिलाकर, एलिसी पैलेस में फ़्रेंच वॉलीबॉल टीम का सम्मान उनकी प्रतिभा, समर्पण और टीम वर्क की एक शानदार स्वीकृति थी। यह एक `सुनहरा` पल था, शाब्दिक और लाक्षणिक दोनों अर्थों में, जिसे देश के उच्चतम स्तर पर मनाया गया। यह न केवल टोक्यो 2020 की जीत का उत्सव था, बल्कि भविष्य की सफलताओं के लिए एक प्रेरणा और फ़्रांस में वॉलीबॉल के उज्ज्वल भविष्य का संकेत भी था। और कौन जानता है, शायद यह एलिसी पैलेस का दौरा पेरिस 2024 ओलंपिक के बाद होने वाले एक और बड़े उत्सव के लिए सिर्फ एक पूर्वाभ्यास हो? उम्मीद रखने में क्या हर्ज़ है!