
डेंजेल डम्फ्रिज़, इंटर मिलान के डच विंग-बैक, एक्शन में।
फुटबॉल की दुनिया में, स्थानांतरण खिड़की के दौरान हर खिलाड़ी का भविष्य किसी सस्पेंस फिल्म से कम नहीं होता। और जब बात डच विंग-बैक डेंजेल डम्फ्रिज़ की हो, तो कहानी और भी दिलचस्प हो जाती है। विशेष रूप से, जब उनके बाय-आउट क्लॉज की समय सीमा समाप्त हो गई और जिस क्लब से उन्हें सबसे ज्यादा दिलचस्पी थी – बार्सिलोना – उसने कोई कदम नहीं उठाया। यह एक ऐसी गाथा है जहाँ उम्मीदों और वास्तविकताओं के बीच का फासला स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है, फुटबॉल के मैदान पर तो डम्फ्रिज़ ने जादू दिखाया, लेकिन ट्रांसफर बाजार में वह जादू नहीं चला।
बार्सिलोना का `जादुई` आकर्षण, जो पूरा न हो सका
पिछली चैम्पियंस लीग सेमीफाइनल की वह रात, 30 अप्रैल, जहाँ इंटर और बार्सिलोना के बीच 3-3 का रोमांचक मुकाबला हुआ था, डम्फ्रिज़ के लिए शायद उनके करियर की सबसे चमकदार रातों में से एक थी। उस रात, डच खिलाड़ी ने न केवल दो गोल किए – जिसमें एक शानदार रिवर्स किक भी शामिल थी – बल्कि थुरम को एक महत्वपूर्ण असिस्ट भी प्रदान किया। उनके इस असाधारण प्रदर्शन ने हर किसी को मंत्रमुग्ध कर दिया, यहाँ तक कि खुद बार्सिलोना के दिग्गजों को भी। यह चर्चा गर्म हो गई कि बार्सिलोना डम्फ्रिज़ के साथ हुए €25 मिलियन के बाय-आउट क्लॉज का लाभ उठा सकता है, जो उनके 2028 तक के अनुबंध में शामिल था, जिसके तहत उन्हें प्रति सीजन €4 मिलियन का वेतन मिलना था। सुपर एजेंट जॉर्ज मेंडेस, जिनके साथ डम्फ्रिज़ ने हाल ही में काम करना शुरू किया था, भी इस संभावित कदम में शामिल थे। बार्सिलोना ने इस विकल्प पर विचार भी किया।
लेकिन जैसा कि अक्सर होता है, कुछ सपने सिर्फ सपने ही रह जाते हैं। बार्सिलोना ने सोचा तो बहुत, लेकिन शायद उनका बैंक खाता उतनी मजबूती से साथ नहीं खड़ा था।
अंततः, बार्सिलोना ने ‘दाँव’ नहीं लगाया। डम्फ्रिज़ को अब भी इंटर मिलान में ही रहने की उम्मीद है, और यह फुटबॉल की विडंबना ही है कि एक खिलाड़ी जिसने बड़े मंच पर इतना प्रभावित किया, वह उस क्लब की नजरों में उस कीमत पर भी `कीमती` नहीं लगा, जब मौका था।
इंटर का शांत रुख और डम्फ्रिज़ का बदलता भविष्य
इंटर मिलान ने इस पूरे घटनाक्रम को शांत भाव से देखा। उनके लिए यह शायद राहत की बात थी, क्योंकि उन्हें डम्फ्रिज़ से किसी भी प्रकार के स्थानांतरण के संकेत नहीं मिले थे। इसका मतलब है कि डम्फ्रिज़, कोच चिवु की नई परियोजना में केंद्रीय भूमिका निभाते रहेंगे।
हालांकि, इंटर में उनकी भूमिका पहले से कहीं अधिक चुनौतीपूर्ण होने वाली है। क्लब ने हाल ही में ब्राजील के युवा खिलाड़ी लुईस हेनरिक को €23 मिलियन और बोनस देकर खरीदा है। हेनरिक, डम्फ्रिज़ के समान ही विंग-बैक की भूमिका निभाते हैं, लेकिन उनकी ड्रिब्लिंग क्षमता डच खिलाड़ी से बेहतर मानी जाती है। इसके अतिरिक्त, इंटर अपनी मध्यपंक्ति की रणनीति को पाँच से चार खिलाड़ियों में बदलने पर विचार कर रहा है, जिससे बाहरी खिलाड़ियों (विंग-बैक) की भूमिका में भी परिवर्तन आएगा। यह सब डम्फ्रिज़ के लिए टीम में अपनी जगह बनाए रखने के लिए एक नई चुनौती प्रस्तुत करेगा।
इंटर का मानना था कि यदि बाद में कोई और क्लब €25 मिलियन के करीब की पेशकश करता, तो वे उस पर विचार कर सकते थे। लेकिन अब जब बाय-आउट क्लॉज की समय सीमा समाप्त हो गई है, तो यह संभावना कम ही है कि कोई भी क्लब उसी कीमत पर आगे आएगा। फुटबॉल बाजार की अपनी अलग गतिशीलता होती है, और एक बार जब कोई `डील` चूक जाती है, तो उसे दोबारा उसी शर्त पर पाना मुश्किल होता है। डम्फ्रिज़ की कहानी इस बात का एक उत्कृष्ट उदाहरण है कि कैसे मैदान पर का प्रदर्शन हमेशा बाजार के समीकरणों में फिट नहीं बैठता।
तो, डेंजेल डम्फ्रिज़ इंटर मिलान के `नीले और काले` रंगों में ही रहेंगे। नए सीजन में उन्हें नई चुनौतियों का सामना करना होगा, लेकिन उनकी `जादुई रातों` को शायद इंटर के लिए ही बचा कर रखा गया है।