डैन पीटरसन के हृदय से: मार्को बोनामिको – वह खिलाड़ी जो एक बेटे जैसा था

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बास्केटबॉल की दुनिया ने हाल ही में अपने एक चमकते सितारे मार्को बोनामिको को खो दिया है। यह क्षति इतालवी बास्केटबॉल समुदाय में गहरे दुख का कारण बनी है, लेकिन शायद इसे सबसे अधिक महसूस करने वाले उनके पूर्व कोच डैन पीटरसन हैं। पीटरसन, जिन्हें खुद हाल ही में FIBA हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया था (एक ऐसा समारोह जिसमें बोनामिको स्वयं उपस्थित थे), मार्को को सिर्फ अपने करियर का एक हिस्सा नहीं, बल्कि अपने जीवन का एक अभिन्न अंग मानते थे। उनके शब्दों में, “मैंने एक बेटा खो दिया है।” यह सिर्फ एक खिलाड़ी के प्रति कोच की संवेदना नहीं, बल्कि एक गहरे, व्यक्तिगत बंधन की मार्मिक अभिव्यक्ति है।

एक `मरीन` खिलाड़ी का अविश्वसनीय सफर

डैन पीटरसन के लिए, मार्को बोनामिको सिर्फ एक बास्केटबॉल खिलाड़ी नहीं थे; वह एक `मरीन` थे। यह उपमा किसी ऐसे व्यक्ति के लिए दी जाती है जिसे किसी से डर नहीं लगता, जिसके लिए कोर्ट पर हर मैच आयो जीमा में उतरने जैसा होता है— एक भीषण युद्ध। पीटरसन याद करते हैं कि ऐसे खिलाड़ी दुर्लभ होते हैं। 1973 में जब बोनामिको केवल 16 साल के थे, उन्हें Virtus टीम में शामिल किया गया। यह उनके एक शानदार करियर की शुरुआत थी। पीटरसन बताते हैं कि कैसे 1974-75 सीज़न में, बोनामिको एक रॉकेट की तरह आगे बढ़े, इतनी तेज़ी से कि एक अनुभवी कोच के रूप में उनके लिए भी गति बनाए रखना मुश्किल हो रहा था। यह एक ऐसे युवा के लिए अद्भुत था जिसने कुछ ही समय पहले करियर की शुरुआत की थी।

बोनामिको का दृढ़ संकल्प अटूट था। पीटरसन एक घटना याद करते हैं जब मार्को ने उडीन में एक मैच में खराब प्रदर्शन किया। कोच ने मुस्कुराते हुए उन्हें चुनौती दी: “अगले हफ्ते, हम अपने घरेलू प्रशंसकों के सामने सिएना के खिलाफ खेलेंगे; मैं तुम्हें फिर से शुरुआती लाइनअप में मौका दूंगा।” परिणाम? धमाकेदार शॉट्स, शानदार डिफेंस और कोर्ट पर पूर्ण वर्चस्व। यह मार्को का अदम्य साहस और आत्मविश्वास ही था जिसने उन्हें एक महान खिलाड़ी बनाया।

एक `संपूर्ण खिलाड़ी` की पहचान

बोनामिको की पहचान केवल उनके शानदार डिफेंस तक सीमित नहीं थी, जिसके लिए उन्हें अक्सर याद किया जाता है। पीटरसन के अनुसार, वह एक `संपूर्ण खिलाड़ी` थे। उन्होंने कई मैच अपने निर्णायक शॉट्स से जीते। 1976 में Varese के खिलाफ एक महत्वपूर्ण मैच इसका एक बड़ा उदाहरण है। Varese एक अजेय टीम थी, जिसने कुछ महीने पहले ही चैंपियंस कप जीता था और बॉस्टन सेल्टिक्स की तरह लग रही थी। जब टीम के मुख्य खिलाड़ी Gigi Serafini बाहर हो गए, तो बोनामिको ने प्रतिद्वंद्वी के सबसे मजबूत अटैकर बॉब मोर्स को पूरी तरह निष्क्रिय कर दिया, जिससे वह हताश हो गए। यह उनकी बहुमुखी प्रतिभा का प्रमाण था – वह न केवल विरोधी को बांध सकते थे, बल्कि खुद भी अंक जुटाकर टीम को जीत दिला सकते थे।

“कोच, मैं संभाल लूंगा,” वह कहते थे जब सबसे मजबूत खिलाड़ी को मार्क करने की बात आती थी। यह उनका आत्मविश्वास था, उनकी नेतृत्व क्षमता जो उन्हें अद्वितीय बनाती थी।

दिलचस्प बात यह है कि 1976 में ड्यूक यूनिवर्सिटी ने मार्को को अपने साथ जोड़ने की पूरी तैयारी कर ली थी, लेकिन उन्होंने इटली में ही रहने का फैसला किया। इतालवी बास्केटबॉल ने इस तरह एक दुर्लभ प्रतिभा को अपने पास बनाए रखा। 1979 में, उन्होंने पीटरसन के साथ ही मिलान की Olimpia टीम का रुख किया, और फिर मास्को में राष्ट्रीय टीम के साथ ओलंपिक रजत पदक जीतकर इतिहास रचा। उन्होंने एक यूरोपीय चैंपियनशिप भी जीती, जो उनके करियर की एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि थी।

मैदान के अंदर और बाहर एक सच्चा नेता

मार्को बोनामिको सिर्फ कोर्ट पर ही चैंपियन नहीं थे, बल्कि वह ड्रेसिंग रूम में भी एक महत्वपूर्ण शख्सियत थे। उनकी धाराप्रवाह अंग्रेजी ने उन्हें विदेशी खिलाड़ियों के साथ संवाद करने में मदद की, जिससे टीम में एकता बनी रहती थी। पीटरसन याद करते हैं कि Brescia के खिलाफ एक हार के बाद, जब मार्को ने खराब प्रदर्शन किया था, उन्होंने हार की जिम्मेदारी ली और माहौल को हल्का करके टीम को उस मुश्किल दौर से बाहर निकलने में मदद की। वह एक ऐसे नेता थे जिनके पास चरित्र और अंतर्निहित व्यक्तित्व था। पीटरसन ने उन्हें एक `आधुनिक लंबा खिलाड़ी` बताया – जिनके पास तेज़ी से पैर और दिमाग दोनों थे, एक अद्भुत एथलीट। उन्हें कोचिंग देना एक वास्तविक संतुष्टि थी।

विरासत जो प्रेरणा देती है

खेलने के बाद भी, बोनामिको बास्केटबॉल आंदोलन के लिए एक महत्वपूर्ण व्यक्ति बने रहे। खिलाड़ियों के संघ के लिए उनका काम अमूल्य था, और वह हमेशा अध्यक्षों के साथ समान शर्तों पर बात करने की हिम्मत रखते थे। बाद में, एक तकनीकी कमेंटेटर के रूप में, उन्होंने इतालवी बास्केटबॉल के कई अविस्मरणीय पलों को आवाज़ दी। उनकी कमेंट्री Franco Lauro के साथ मिलकर कई ऐतिहासिक मैचों की यादें ताजा करती रही।

डैन पीटरसन को मार्को बोनामिको को जानने और उन्हें अपना दोस्त कहने पर गर्व है। यह उनके गहरे रिश्ते और बोनामिको के खेल के प्रति अद्वितीय योगदान का प्रमाण है। इस `अज़ुरो` (इतालवी राष्ट्रीय रंग) के ग्रीष्मकाल में, जहां युवा और महिला राष्ट्रीय टीमें पदक जीत रही हैं, यह उम्मीद की जा रही है कि कोच Pozzecco की टीम भी यूरोपीय चैंपियनशिप में बोनामिको को समर्पित एक शानदार परिणाम हासिल करेगी। यह एक महान खिलाड़ी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी – वह खिलाड़ी, जो अपने कोच के लिए एक बेटे जैसा था, जिसकी विरासत हर बास्केटबॉल कोर्ट पर जीवित रहेगी।

मार्को बोनामिको जैसे खिलाड़ी बार-बार पैदा नहीं होते। उनकी खेल भावना, उनका समर्पण, और उनका अदम्य साहस आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा, यह सुनिश्चित करते हुए कि उनका नाम इतालवी बास्केटबॉल के इतिहास में हमेशा अमर रहेगा।

रोहित कपूर

रोहित कपूर बैंगलोर से हैं और पंद्रह साल के अनुभव के साथ खेल पत्रकारिता के दिग्गज हैं। टेनिस और बैडमिंटन में विशेषज्ञ हैं। उन्होंने खेल पर एक लोकप्रिय यूट्यूब चैनल बनाया है, जहां वे महत्वपूर्ण मैचों और टूर्नामेंटों का विश्लेषण करते हैं। उनके विश्लेषणात्मक समीक्षाओं की प्रशंसा प्रशंसकों और पेशेवर खिलाड़ियों द्वारा की जाती है।