द ओपन चैंपियनशिप: रॉयल पोर्ट्रश का पहला होल – एक शुरुआत, या मानसिक परीक्षा?

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गोल्फ की दुनिया में `द ओपन चैंपियनशिप` का नाम सुनते ही एक अलग ही रोमांच जाग उठता है। यह सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि इतिहास, परंपरा और बेजोड़ कौशल का संगम है। इस साल जब विश्व के शीर्ष गोल्फर रॉयल पोर्ट्रश के हरे-भरे मैदान पर कदम रखेंगे, तो उनकी निगाहें सिर्फ ट्रॉफी पर नहीं होंगी, बल्कि एक ऐसे `प्रतिद्वंद्वी` पर भी होंगी जो हर खिलाड़ी के धैर्य, कौशल और मानसिक दृढ़ता की अग्निपरीक्षा लेता है: कोर्स का पहला होल, जिसे प्यार से `हूईस` (Hughie`s) के नाम से जाना जाता है।

एक छलावा भरी शुरुआत: `हूईस` का परिचय

425 गज लंबा यह पहला होल, अपनी पहली झलक में शायद उतना कठिन न लगे। लेकिन इसकी सतह के नीचे एक गहरा रहस्य छिपा है। दोनों ओर `आउट ऑफ बाउंड्स` (खेल क्षेत्र से बाहर) होने के कारण, यह फ़ेयरवे (वह क्षेत्र जहां से गेंद को आसानी से मारा जा सके) एक संकरी `बॉलिंग एले` जैसा लगता है। यहां सटीकता की जरा सी भी चूक आपको भारी पड़ सकती है। इस होल का नाम `हूईस` इसलिए पड़ा क्योंकि कभी इसके दाहिने हिस्से के मालिक का नाम हूईस था, जबकि बायां हिस्सा घोड़ों के लिए एक खेत था। अब यह गोल्फरों के लिए एक दुःस्वप्न है, जिसने कई दिग्गजों को भी घुटनों पर ला दिया है।

कोर्स की आधिकारिक वेबसाइट पर इस होल के लिए एक `पेशेवर सलाह` दी गई है: “हवा के विपरीत न हो तो अपनी शुरुआती टी-शॉट (पहला शॉट) के लिए 3-वुड या लंबी आयरन का उपयोग करें।” सुनने में कितना आसान लगता है, है ना? लेकिन विश्व के सर्वश्रेष्ठ गोल्फरों से पूछिए, वे बताएंगे कि यह सलाह सिर्फ एक छलावा है। यहाँ की हवा कभी-कभी इतनी धोखेबाज होती है कि बड़े-बड़े स्टैंड्स के बीच से भी आपको सही दिशा का अंदाज़ा नहीं लगता।

Rory McIlroy tees off on the first hole

रॉरी मैक्लॉय द ओपन चैंपियनशिप के पहले राउंड के दौरान पहले होल पर टी-शॉट मारते हुए।

जब दिग्गज भी कांप उठे: खिलाड़ियों की जुबानी

पहले होल की इस चुनौती को कई खिलाड़ियों ने करीब से महसूस किया है। आयरलैंड के दिग्गज पैड्रिग हैरिंगटन, जिन्होंने इस टूर्नामेंट में पहला शॉट मारा, कहते हैं:

“कई बार मेरे मन में यह बात आई कि `मैंने हाँ क्यों कहा?` क्योंकि यह टी-शॉट ही इतना मुश्किल है। इससे आसान भी तो हो सकते थे।”

हैंरिंगटन ने इस शॉट के लिए खुद को मानसिक रूप से तैयार किया और अंततः बर्डी बनाकर सबको हैरान कर दिया।

रॉरी मैक्लॉय के लिए यह होल एक भूत जैसा है। 2019 में, उनका पहला शॉट बाईं ओर गया और `आउट ऑफ बाउंड्स` में जा गिरा, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें एक भयानक क्वाड-बोगी 8 का सामना करना पड़ा। इस साल, जब वह उसी पहले टी पर खड़े हुए, तो दर्शकों में अजीब सी खामोशी थी। मैक्लॉय ने अपनी ड्राइव आयरन उठाई, दो प्रैक्टिस स्विंग लिए और अंततः शॉट मारा। इस बार, गेंद मैदान के भीतर ही रही! एक दर्शक ने तुरंत टिप्पणी की: “पिछली बार से बेहतर।” मैक्लॉय ने भी राहत की सांस ली:

“मुझे लगा कि मैंने आज इससे बहुत अच्छे से निपटा। निश्चित रूप से छह साल पहले की तुलना में बेहतर।”

नॉर्दर्न आयरलैंड के ही टॉम मैकिबिन ने कहा कि रॉरी के 2019 के शॉट ने इस होल को “बहुत डरावना” बना दिया है। जे.जे. स्पॉन जैसे पहली बार खेलने वाले खिलाड़ियों के लिए, रॉयल पोर्ट्रश में उनकी शुरुआत ही एक अग्निपरीक्षा बन गई। पूर्व विजेता शेन लोरी भी इस होल पर सहज महसूस नहीं कर रहे थे।

तकनीकी चुनौतियाँ और मानसिक युद्ध

यह होल सिर्फ टी-शॉट तक ही सीमित नहीं है। यहां बंकर 275 और 290 गज पर नज़र गड़ाए हुए हैं। फ़ेयरवे से गेंद को ऊपर की ओर, एक ऊंचे और मजबूत (फ़र्म) हरे क्षेत्र (एलिवेटेड, फ़र्म ग्रीन) पर मारना होता है। यदि आप रफ में फंस जाते हैं, तो गेंद को नियंत्रित करना बेहद मुश्किल हो जाता है। जेसन डे के अनुसार, आपको फ़ेयरवे पर ही रहना होगा ताकि ग्रीन पर शॉट मारने का उचित मौका मिल सके।

Scottie Scheffler tees off on No. 1

स्कॉटी शेफलर द ओपन चैंपियनशिप के पहले राउंड के दौरान पहले होल पर टी-शॉट मारते हुए।

आंकड़ों की बात करें तो, पहले दिन इस होल पर केवल 12 बर्डी (निर्धारित शॉट्स से कम में होल पूरा करना) ही दर्ज की गईं। इसका औसत स्कोर 4.295 रहा, जो कोर्स के पांचवें सबसे कठिन होल के रूप में इसे दर्शाता है। आश्चर्यजनक रूप से, केवल 55% खिलाड़ी ही 70 गज चौड़े फ़ेयरवे को हिट कर पाए, जो अक्सर उन्हें इसकी वास्तविक चौड़ाई का आधा ही महसूस होता है। विश्व के नंबर एक खिलाड़ी स्कॉटी शेफलर ने भी फ़ेयरवे से चूकने के बावजूद पार (निर्धारित शॉट्स में होल पूरा करना) बना लिया, लेकिन कई अन्य ऐसा नहीं कर पाए।

थॉमस डेट्री ने इस होल के बारे में कहा:

“यह बहुत कठिन खेल रहा है। हवा, आपको सही हवा महसूस नहीं होती लेकिन यह दाहिनी ओर से आ रही होती है। आपको टी-शॉट पर जोखिम लेना पड़ता है।”

कैमरन स्मिथ, 2022 के ओपन चैंपियन, ने रेंज पर मिली “झूठी सुरक्षा” के बारे में बात की, जो उन्हें असली होल पर मिलते ही खत्म हो गई। उनका पहला शॉट “जमीन के नीचे” चला गया। यह दर्शाता है कि यह होल सिर्फ शारीरिक कौशल की नहीं, बल्कि एक गहन मनोवैज्ञानिक युद्ध का मैदान है।

निष्कर्ष: एक होल जो टूर्नामेंट को परिभाषित करता है

रॉयल पोर्ट्रश का पहला होल सिर्फ एक शुरुआत नहीं है; यह एक मानसिक पर्वत है जिस पर हर गोल्फर को चढ़ाई करनी होती है, इससे पहले कि वह अपने राउंड में पूरी तरह से जम सके। भावनात्मक टी-शॉट्स और शुरुआती समारोहों के बाद इसकी भयावहता थोड़ी कम हो सकती है, लेकिन इसका महत्व बना रहेगा। यह होल खिलाड़ियों के क्लब चयन से लेकर उनकी गेंद की उड़ान और उनके मानसिक दृष्टिकोण तक, हर चीज में उनके आत्मविश्वास को दर्शाता है।

शेन लोरी ने पहले दिन के बाद कहा, “मैं खुश हूं कि गोल्फ का वह राउंड खत्म हो गया। और मैं बाकी हफ्ते का इंतजार कर रहा हूं।” लेकिन माटेओ मैनसेरो ने एक चेतावनी दी: “आज पिन की स्थिति भी उतनी कठिन नहीं थी। यह और भी कठिन हो सकता है।”

तो, गोल्फ प्रेमियों, अगले कुछ दिनों तक जब आप द ओपन चैंपियनशिप देखें, तो रॉयल पोर्ट्रश के पहले होल पर विशेष ध्यान दें। यह सिर्फ एक छेद नहीं है; यह एक कहानी है, एक परीक्षा है, और एक ऐसा अध्याय है जिसे हर गोल्फर सम्मान और थोड़ी घबराहट के साथ खेलता है। यह वह जगह है जहाँ सच्ची मानसिक दृढ़ता का परीक्षण होता है।

यह लेख द ओपन चैंपियनशिप 2025 (संभावित) में रॉयल पोर्ट्रश के पहले होल की कठिनाई और मनोवैज्ञानिक प्रभाव पर आधारित एक विश्लेषणात्मक समाचार रिपोर्ट है।
रोहित कपूर

रोहित कपूर बैंगलोर से हैं और पंद्रह साल के अनुभव के साथ खेल पत्रकारिता के दिग्गज हैं। टेनिस और बैडमिंटन में विशेषज्ञ हैं। उन्होंने खेल पर एक लोकप्रिय यूट्यूब चैनल बनाया है, जहां वे महत्वपूर्ण मैचों और टूर्नामेंटों का विश्लेषण करते हैं। उनके विश्लेषणात्मक समीक्षाओं की प्रशंसा प्रशंसकों और पेशेवर खिलाड़ियों द्वारा की जाती है।