मोंटे कार्लो की सुनहरी शाम, जहाँ यूरोपीय फुटबॉल के भविष्य का ताना-बाना बुना गया। चैंपियंस लीग 2025-26 के लिए 36 टीमों के सफर का खाका खींच दिया गया है। यह सिर्फ एक ड्रॉ नहीं, बल्कि रोमांच, उम्मीदों और अप्रत्याशित मुकाबलों की एक नई कहानी की शुरुआत है। नए `लीग चरण` (Championship Phase) के साथ, इस बार मुकाबला पहले से कहीं ज़्यादा दिलचस्प और चुनौतीपूर्ण होने वाला है। तो कमर कस लीजिए, क्योंकि यूरोप के सबसे बड़े क्लबों के बीच श्रेष्ठता साबित करने की जंग शुरू होने वाली है!
इतालवी टीमों की राहें: क्या इस बार चमकेगी किस्मत?
पिछले कुछ सालों से इतालवी क्लब यूरोपीय मंच पर अपनी छाप छोड़ रहे हैं, और इस बार भी सबकी निगाहें उन पर टिकी हैं। आइए देखते हैं उनकी राहें कितनी आसान या कितनी काँटों भरी हैं:
इंटर मिलान: किस्मत का पुराना याराना?
इंटर के प्रशंसकों की साँसें थमी हुई थीं, क्योंकि ऐतिहासिक रूप से उनके ड्रॉ हमेशा “किस्मत वाले” नहीं रहे हैं। इस बार घर में उन्हें लिवरपूल, आर्सेनल, स्लाविया प्राग और कैरात अल्माटी जैसी टीमों का सामना करना होगा। पिछले साल आर्सेनल को 1-0 से हराने के बाद, गनर्स के साथ सैन सिरो में यह लगातार दूसरा मुकाबला होगा। वहीं, बोरुसिया, एटलेटिको मैड्रिड, अजाक्स और यूनियन सेंट गिलॉइस के मैदानों पर जाकर खेलना होगा। क्या यह “किस्मत का पुराना याराना” इस बार फाइनल तक ले जाएगा, या फिर कुछ टीकाकारों के अनुसार, बुडापेस्ट में उनकी राह नहीं दिखेगी?
जुवेंटस: पुरानी प्रतिद्वंद्विता और नए साथी
जुवेंटस के लिए घर में बोरुसिया डॉर्टमुंड, बेनफिका, स्पोर्टिंग लिस्बन और पाफोस जैसे प्रतिद्वंद्वी होंगे। वहीं, रियल मैड्रिड, विलारियल, बोडो/ग्लिम्ट और मोनाको के खिलाफ उन्हें उनके गढ़ में चुनौती देनी होगी। मोनाको के खिलाफ मैच पूर्व खिलाड़ी पोग्बा के लिए `दिल की चुनौती` होगा, जिसकी कहानी मैदान पर ही लिखी जाएगी। फुटबॉल सिर्फ खेल नहीं, भावनाओं का भी मंच है!
अटलांटा: बदला और बड़े इम्तिहान
अटलांटा की राह में चेल्सी, ब्रुग्स, स्लाविया प्राग और एथलेटिक बिलबाओ घर में उनका इंतजार कर रहे हैं। जबकि पीएसजी, आइंट्राख्ट फ्रैंकफर्ट, मार्सिले और यूनियन सेंट गिलॉइस के मैदानों पर उन्हें अपनी ताकत दिखानी होगी। पिछले साल ब्रुग्स ने उन्हें प्लेऑफ में चौंका कर बाहर कर दिया था, तो इस बार क्या बदले की आग शांत होगी?
नेपोली: रोमांच और इतिहास का दोहराव
नेपोली को `माराडोना` स्टेडियम में चेल्सी, आइंट्राख्ट फ्रैंकफर्ट, स्पोर्टिंग लिस्बन और काराबाग का सामना करना होगा। वहीं, मैनचेस्टर सिटी, बेनफिका, पीएसवी और कोपेनहेगन के खिलाफ उन्हें बाहर खेलना होगा। 2023 में आइंट्राख्ट के साथ हुए सार्वजनिक व्यवस्था के मुद्दों को देखते हुए, यह मुकाबला सिर्फ मैदान पर ही नहीं, बल्कि बाहर भी दिलचस्प होगा। कुछ प्रशंसकों ने तो चुटकी लेते हुए कहा है कि तीसरी सीड होने के बावजूद उन्हें पहली सीड से आसान टीमें मिली हैं – अब ये किस्मत है या कुछ और, फैसला मैदान पर होगा!
क्या आप जानते हैं? इस बार चैंपियंस लीग में कुल 36 टीमें हिस्सा ले रही हैं, जो पिछले प्रारूप से 4 टीमें ज़्यादा हैं। यह यूरोपीय फुटबॉल को और भी समावेशी और प्रतिस्पर्धी बनाता है!
यूरोपीय दिग्गजों की भिड़ंत: कोई आसान राह नहीं!
सिर्फ इतालवी टीमें ही नहीं, यूरोप के बाकी बड़े क्लबों के लिए भी इस बार का ड्रॉ किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं:
- मौजूदा चैंपियन पीएसजी के लिए बायर्न और अटलांटा घर में हैं, जबकि बार्सिलोना और बायर लेवरकुसेन से बाहर भिड़ंत होगी – `बेहद कठिन जोड़ियां` कहना गलत नहीं होगा।
- विश्व चैंपियन चेल्सी घर में बार्सिलोना और बेनफिका का सामना करेगी, जबकि बायर्न, अटलांटा और नेपोली के मैदान पर जाकर खेलना होगा।
- रियल मैड्रिड को घर में मैनचेस्टर सिटी और जुवेंटस जैसी टीमों से लोहा लेना है, वहीं लिवरपूल और बेनफिका से बाहर मुकाबला होगा।
- लिवरपूल के लिए भी कम चुनौतियां नहीं: रियल मैड्रिड और एटलेटिको घर में, जबकि इंटर और आइंट्राख्ट फ्रैंकफर्ट से बाहर टक्कर होगी।
- बायर्न म्यूनिख को चेल्सी और ब्रुग्स का घर में स्वागत करना होगा, जबकि पीएसजी और आर्सेनल जैसी टीमों से बाहर मुकाबला होगा।
- मैनचेस्टर सिटी घर में बोरुसिया और बायर लेवरकुसेन से भिड़ेगी, जबकि रियल मैड्रिड और विलारियल के खिलाफ उन्हें उनके गढ़ में खेलना होगा।
- और अंत में, बार्सिलोना को पीएसजी और आइंट्राख्ट का घर में सामना करना है, जबकि चेल्सी और ब्रुग्स के खिलाफ उन्हें बाहर अपनी किस्मत आजमानी होगी।
इस बार कोई `आसान ग्रुप` नहीं, जैसा कि एक प्रशंसक ने कहा, “रियल मैड्रिड को हमेशा सबसे आसान ड्रॉ मिलता है” – यह टिप्पणी शायद इस बार थोड़ी पुरानी पड़ जाए!
नया प्रारूप: फुटबॉल का भविष्य!
यह चैंपियंस लीग सिर्फ टीमों के कारण ही नहीं, बल्कि अपने नए प्रारूप के कारण भी सुर्खियाँ बटोर रही है। अब कोई पारंपरिक `ग्रुप स्टेज` नहीं होगा, बल्कि सभी 36 टीमें एक ही लीग में हिस्सा लेंगी। प्रत्येक टीम आठ अलग-अलग विरोधियों के खिलाफ खेलेगी – चार घर पर और चार बाहर। यह प्रारूप अधिक रोमांच और अप्रत्याशित परिणामों की गारंटी देता है, जैसा कि एक समझदार प्रशंसक ने सही ही कहा, “पुराने `ग्रुप` अब नहीं हैं!” यह बदलाव खेल की रणनीति को एक नया आयाम देगा, जहाँ हर मैच नॉकआउट जैसा महत्वपूर्ण होगा।
बुडापेस्ट का रास्ता: मैचों की तारीखें!
चैंपियंस लीग 2025-26 का `लीग चरण` 16-18 सितंबर को पहले मैच के साथ शुरू होगा। इसके बाद 30 सितंबर-1 अक्टूबर को दूसरा मैच, 21-22 अक्टूबर को तीसरा, 4-5 नवंबर को चौथा, 25-26 नवंबर को पाँचवाँ, 9-10 दिसंबर को छठा, 20-21 जनवरी को सातवाँ और 28 जनवरी को आठवाँ और अंतिम मैच होगा, जिसमें 18 मैच एक साथ खेले जाएंगे। यूरोपीय फुटबॉल के इस महासंग्राम का फाइनल 30 मई 2026 को बुडापेस्ट में शाम 6 बजे खेला जाएगा। कौन बनेगा चैंपियन? यह जानने के लिए हमें बेसब्री से इंतजार रहेगा।
तो, फुटबॉल प्रेमियों, तैयार हो जाइए एक ऐसे चैंपियंस लीग सीज़न के लिए जो रोमांच, रणनीति और अप्रत्याशित मोड़ों से भरपूर होगा। नए प्रारूप ने मुकाबले को और भी आकर्षक बना दिया है, जहाँ हर टीम को अपनी श्रेष्ठता साबित करने के लिए लगातार प्रदर्शन करना होगा। बुडापेस्ट के रास्ते में हर कदम एक नई चुनौती लेकर आएगा, और हर जीत एक नई कहानी लिखेगी। यह सिर्फ खेल नहीं, यह जुनून है, यह गौरव है, यह यूरोपीय फुटबॉल का दिल है!